आपका स्वागत है ! माधव आश्रम भोपाल यह वह जगह है जहां से इस विश्व को प्रदूषण दूर करने के लिए अग्निहोत्र रुपी सौगात मिली ! महानुभाव श्री माधवजी पोतदार साहब ने १९६३ में विश्व के प्रत्येक मनुष्य के आत्मिक,आध्यात्मिक और जागतिक कल्याण के लिए अग्निहोत्र इस अस्त्र को सौप दिया ! अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट देखें !
hume bhi dharm nirpeksh NAHI banana hai. ye puja hai, pavitra hai. gai ko kaat ke khane valon ko ye puja nahi deni chahiye. kripya iska pavitrata ka maan rakhe.
जब यह वैदीक प्रक्रिया है और वेद में इसके बारे में मिलता है तो इसमें यह credit war कैसा ? उन्होंने (साहब ने) इस परम्परा को श्री जी सहित इस परम्परा को पुनर्जीवित किया इसका आभार हम सबको आत्मसात् करते हुए यह करना चाहिए ।
@@madhavashramtrustbhopal365 मैं जन्मदाता के संदर्भ में कह रहा था कि जब वेद में इसका संदर्भ है तो साहब पुनर्जीवित करें या कोई और इस पर "जन्मदाता कौन" नामक वीडियो का औचित्य नहीं है बाकी अगर आप मेरी टिप्पणी का अर्थ नहीं समझे तो इसमें मेरा कोई दोष नहीं
धन्यवाद ! आप बहुत अच्छे निंदक है ! ये बार बार निंदा करने का कार्य भी आपको किसी ने सौपा ही होगा इस बात का पूरा विश्वास है ! आप निदा करते रहिये इससे साहब की छवि को कोई फर्क नहीं पड़ता ! रही क्रेडिट की बात तो हमें तो क्रेडिट चाहिए और वो हम लेकर रहेंगे और रहा सवाल क्रेडिट रोकने का तो आप जैसे लोग बहुत छोटे है साहब के आगे, इसलिए साहब की तपस्या का क्रेडिट आपको नहीं मिलेगा ये हमें ही मिलेगा ! आप जैसे महा अकलमंद निंदक श्री कृष्ण के समय भी थे ,राम भगवान के समय भी थे और जब जब ईश्वर शक्ति ने जन्म लिया तब तब आपने भी अवतरण लिया होगा ऐसा मेरा विश्वास है ! इसलिए इस बार भी आप हो तो कोई बड़ी बात नहीं ! क्रेडिट तो हर एक व्यक्ति का भी है जिसने श्री साहब के लिए अपने जीवन की आहुति दे दी ! इसके आगे हमें आपसे कोई बहस नहीं करनी !
कहानी बहुत ही सुन्दर है। ईश्वर को पाने का तरीका भी बड़ा आसान है। जैसे दूध में घी होता है वैसे ही ईश्वर भी होता है और वह हमारे अन्दर ही होता है। बस उसे पाने के लिए हमें वेद के बताये मार्ग का अनुशरण करना चाहिए।
Wondering exhibition of how Agnihotra Jayanti is celebrated on 22feb. Respected Sanchalika ji ko shat shat naman. Madhavashram is birth place of Agnihotra & Maha. Shri Potdar Saahab had established Agnihotra to existence here. 🙏🙏🙏🙏
अग्निहोत्र जयंती 22 फरवरी बड़े हर्षोउल्लास के साथ सबने मनाई साहब के सन्देश को जन सामान्य तक पहुंचाने का सराहनीय कार्य हुआ आगे भविष्य में और अच्छा कार्य करने का हम सबको निश्च्य करना चाहिए
Namaste, Good to hear about the experience of agnihotra, one lady shared an experience about paralytic attack .It would be nice if she could explain the whole experience and the treatment with agnihotra ash and cow urine