हिन्दू , हिन्दू राष्ट्र , हिन्दू धर्म , , हिन्दुत्व , हिन्दुस्तान आदि आदि शब्द की ओट में ब्राह्मण धर्म , ब्राह्मण राष्ट्र बनाना चाहते हैं । जिसका मूल आधार जाति व्यवस्था ( वर्ण व्यवस्था ) को समाज में प्रतिष्ठित बनाए रखना , अशिक्षित बनाए रखना , पाखंड--अंधविश्वास , गैरबराबरी वाद , धार्मिक उन्माद फैलाकर भयग्रस्त रख कर गुलाम बनाना ही मनुवादी ब्राह्मणों का अघोषित मूल उद्देश्य है , इसके असली ठेकेदार मनुवादी आरएसएस, वीएचपी, बीजेपी , कॉन्ग्रेस , आम आदमी पार्टी ही हैं । यह बात इतिहास वेत्ता , मनीषी , निष्पक्ष बुद्धिजीवी वर्ग आज देश में चिल्ला चिल्ला कर कह रहा है ।
Mohan bhagwat ji se aagrah hai ki desh ko sasakht kanooni sudhar joruri hai, kanoon kothur se kothur ho ki daar joruri hai -- aswini upadyay ji ka formula se, gurukul Bharat ka itihas sudhar kia jaye
Ramayan and Mahabharat kal me Bhagwan ne janma lekar jo v lilayen ki ya jo v ghatnaye hone diya uska kuchh uddeshya hai usse sikhane aur grahan karne ki aawashyakta hai
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राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मोहन भागवत जी के नेतृत्व और उनके विचारों का विकसित और विरासत वाला सनातन धर्म वाला भारत बने ऐसी तपस्या और संस्कार को अपनाना पड़ेगा, आरएसएस हमेशा राष्ट्र प्रथम,सनातन की जो विरासत हैं, उसको पुरी पृथ्वी पर मानव जाति के हित के लिए उतारे वो ही संकल्प हैं, और यही विष्व गुरू बनने का सपना हैं, मानव जाति के लिए वसुधैव कुटुंबकम् का जो नारा हैं वो भारत को हिंदू राष्ट्र बनाना, और पुरी दुनियां में सनातन धर्म का शांती और प्रेम का संदेश पहुंचाना हैं,, भूत वर्तमान को गुजरकर किस तरह भविष्य के लिए पुरी दुनियां की मानव जाति के लिए शांती और प्रेम का संदेश दिया जाए, यही आरएसएस के विचारक चाहते हैं,, इसके लिए मानव को भी श्रम और तप करना पड़ेगा, सेवा और समर्पण का कार्य आरएसएस के साथ हम सबको भी सोचना पड़ेगा, तभी भारत विश्व गुरू बनेगा, आरएसएस बहुत ही सोच विचारकर मंथन करता हैं, भूत भविष्य और वर्तमान का सोचकर कार्य करता हैं, इसलिए हमें सब मिलकर आरएसएस के विचारो से चलना पड़ेगा,, तभी हिंदु राष्ट्र बनकर, विश्व गुरू बनेगा,, जय जय जय सत्य गुरू
मेरे भारत भूमि को बचा लो अनकट पंक्तियों से आरएसएस को तीन गुना मजबूत होना पड़ेगा आने वाले समय के लिए आरएसएस को तेलुगु मजबूत होना पड़ेगा आने वाला समय बहुत ज्यादा कठिन आने वाला है मेरे मातृभूमि को बचा लो मेरे मातृभूमि को बचा लो मेरे बाद भूमिका बचा लो मैं हाथ जोड़ता हूं आरएसएस भारत के अंदर आप भी हो मेरे भारत को बचा सकते हो एक आप ही हो भारत को बचा सकते हो मेरे भारत भूमि को मेरे हाथ जोड़कर विनती करता हूं आरएसएस को डीसी बदलनी पड़ेगी यह कलयुग है यह कलयुग है आरएसएस को नित्य बदलनी पड़ेगी कुछ कानून बदलने पड़ेंगे मेरे मातृभूमि का बचा लो
जय श्री राम सबको और सभी संघीयो से अनुरोध है कि अपनी भारतीय संस्कृति कि रक्षा के लिए सब विवाह करवाओ ज्यादा से ज्यादा बच्चे पैदा करो ये अभियान चलाओ और मेरी बात मान जाओ यही समय है
मोहम्मद गौरी को 16 बार हराया था पृथ्वीराज चौहान ने फिर भी उसे माफ कर दिया यह स्वभाव भारत का बहुत ही घटिया रहा है भारत को अपना स्वभाव अपनी रणनीति बदलनी होगी
देखिए एक राजा,एक शिक्षक,एक अधिकारी,जज, पिता इनकी बहुत बड़ी जिम्मेदारी है इनका अनुसरण समाज या परिवार करता है।तो इनका चरित्र उच्च कोटि का होना चाहिए तो धरती स्वर्ग बन सकती है चाहे कोई भी राष्ट्र हो।
देखिए आध्यात्म विद्या स्वयं की ख़ोज है इस ख़ोज से वास्तविकता समझ आती है।और इस ख़ोज का अन्तिम लक्ष्य सच्चिदानंद रूपाय है यानि वह सत्य जिस सत्य को प्राप्त करने के बाद आत्मा, चेतना आनंदित हो उठती है। यानि सत्,चित्, आनन्द यह आध्यात्म विद्या है स्वयं को समझने के बाद भौतिक संसार की वास्तविकता समझना तो बहुत कुछ अलग है।
" र ,अथवा आर वर्ण वा व्यंजन शब्दो से निर्मित ❓ एक से अनेक भावार्थ छुपा कर _ ( आर एस एस) का नाम वा संग सत्य कर्म जिसमें एक ❓एस _ अर्थात् __सूर्य एक वा सूर्य किरण द्वारा प्रकाशित समस्त विश्व भारती एक कुटुंब है । आर एस एस __एक शुद्ध विचार की❓ परणीत वा प्रमाण मात्र है " इति, सत्य मेव जयते | ❓ आर