आज़ादी पे प्रश्न चिन्ह खड़ा करने से बढ़िया, भावनाओ को व्यक्त करने के लिए - आज़ादी अभी अधूरी है का प्रयोग करे | क्युंकि यह स्वतंत्रता को दर्शाने के साथ साथ, गंभीर मुद्दों पर भी प्रहार करता है
बेटियाँ खेलती है, तो सड़कों पर घसीटी जाती है बेटियाँ पढ़ती है, तो उनकी अस्मिता लूटी जाती है बेटियाँ बोलती है, तो हिंसा का शिकार हो जाती है और इन्हीं बेटियों की माँ भारतमाता कहलाती है भारतमाता हमसे पूछती है, ये आज़ादी कैसी होती है? सत्ता और विपक्ष के झगडों में जनता दिन-रात ही रोती है संसद में भी नारी पर ही सवाल उठाए जाते हैं जिम्मेदारी से बचने को विवाद बढ़ाये जाते हैं जब कोई लड़की हिम्मत से आवाज़ कभी उठाती है लोक-मर्यादा के नाम पर वही चुप करा दी जाती है अब भारतमाता कहती है आज़ादी अभी अधूरी है शोषण करने वालों को दंड देना बहुत जरूरी है दुर्गा-शक्ति के उपासकों आखिर अब कब तुम जागोगे? अपनी ही जिम्मेदारी से आखिर कब तक तुम भागोगे? हर लड़की अपनी बेटी है, हर घर में है परिवार हमारा ऐसा हो विचार अगर, शोषण-मुक्त बनेगा देश हमारा भारतमाता मुझसे कहती है, आज़ादी अभी अधूरी है कैसे उल्लास मनाऊँ मैं, न्याय की शपथ अधूरी है : मणिरत्न भारद्वाज (Dedicated to Daughters of Bharatmata) 🧡🤍💚
Who in his right sense of mind has added background music here. This is actually disrespectful to the shaiyar and can only be done by someone who does not understand shaiyari