बड़े निर्दई लोग है जिन्होंने रास्ता बंद किया है। नेता MLA,DC या थाना वाले सोए हैं क्या पहले बजुर्ग सोया हुआ था अब गुस्से से खड़ा हो गया इसको कम चोट लगी है।
Aaj ke date mai koi b garib ni h sab kma ker kha re h general catagory ko uper Lana chaiye or ye Arkashan khatm ker dena chaiye kyuki jo elgibale hoga vhi job kerega yha to India mai ye hal h general catagory ka banda 90% leker b bhar ho jata h or sc st obc ka banda 33%vale ko nokeri mil jati h ye kha ka insaaaf hua Arkashan khtm kero sabko equal kero fir dekho
Aajkal ke news channel rajnetaon ki baton Ko ujagar Nahin karte agar reporting karte Hain To faltu ke kam ki😂😂😂😂😂😂😂 Baat karni hai toh 1947 se lekar kam se kam 60 sal Tak ek party ne Bharat Desh per Raj Kiya kya angrejon ke banae hue Kanoon Aaj Tak change Nahin hue is per kuchh baten Janata ko aware Kiya Karen yah chijen reporting karne se koi fayda nahin😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂😂
इस वीडियो को देखने के बाद समझने के बाद सुनने के बाद दोनों पक्षों के साइड का मुझे यह लगता है कि इंसानियत सरासर मर चुकी है इसको बोलते हैं घोर कलयुग इंसान की इंसानियत मर चुकी है इस झगड़े को देखकर लगता है कि यह घटना और भी ज्यादा भयानक हो सकती थी किसी को चोट लग सकती थी इधर या उधर यह घटना किसी की जान ले सकती थी देख कर डर लगता है मैं किसी भी साइड को किसी भी पार्टी को सपोर्ट करके नहीं बोल रहा हूं दोनों पक्षों को सुनकर समझ कर ही कमेंट कर रहा हूं मेरा मानना है कि जो मरीज अस्पताल जिसको ले जाया जा रहा था जो चलने में असमर्थ था उसे टाइम पर उसे अस्पताल जाना था मुझे लगता है कि उसकी समस्या को समझते हुए उसको रुकना भी इस तरह का रास्ता बंद करना भी ठीक नहीं था तुम की प्रॉब्लम किसी को भी आ सकती है चलने फिरने में कोई भी असमर्थ हो सकता है अगर हम एक दूसरे की प्रॉब्लम को समझेंगे तू कई समस्या का समाधान निकाल सकता है लेकिन अगर दूसरे पक्ष को भी देखा जाए वह भी अपनी जगह में बिल्कुल सही है कानूनी तौर पर जिस तरह की घटना इस वीडियो में देखने को मिली इस तरह की घटना कई बार यहां हो चुकी है इसी जमीन को लेकर पर कानून के हिसाब से देखा जाए तो यह बिल्कुल सही है इसकी जमीन उसी का इस पर अधिकार होता है उसकी मर्जी होती है वह अपनी बाउंड्री को बंद भी कर सकता है जहां तक उसका अधिकार है यह मैं नहीं कह रहा यह हमारे देश का कानून कहता है आप कहीं भी इस चीज का पता कर सकते हैं लेकिन इस तरह से पूरा गांव कट्ठा होकर किसी के घर जाकर पत्थरों से हमला करना किसी को चोट पहुंचाना पूरा गांव महिला पुरुष बड़े बूढ़े सब मिलकर किसी पर हमला करते हैं किसी के घर जाकर यह कानूनी अपराध है कुछ भी बड़ी घटना घट सकती थी आगे भी घट सकती है अगर इस तरह का कोई भी झगड़ा होता है कुछ गांव वाले बहती गंगा में हाथ धोने का काम करते हैं अपनी आगे पीछे के गुस्से को निकलते हैं किसी के घर जाकर तोड़फोड़ करते हैं इस तरह से दबाव डालते हैं पूरा गांव एक साइड होता है और एक तरफ एक साइड तो यह बहुत ही गलत है जिसकी जमीन उसका उसे पर उतना ही उसका अधिकार है इस समस्या का समाधान मिल बैठकर कल जा सकता है प्यार और प्रेम से समस्या का समाधान हो सकता है निकल सकता है अपनी ईगो को साइड रख के राजस्व विभाग यह कानून के हिसाब से ही आगे का सॉल्यूशन हो सकता है