सजदे में जिसने सर को कटाया,वो इब्ने अली है इब्ने अली है । दीन की अजमत जिसने बचाया,वो इब्ने अली है इब्ने अली है।अगर हो हुसैनी तो रुकना नही है,जालिम के आगे झुकना नहीं है सोए हुवों को जिसने जगाया, वो इब्ने अली है इब्ने अली है इश्के रसूले पाक का पैकर,बाबा का ले के हाथो में खंजर,जिसने यजीदी सर को उड़ाया ,वो इब्ने अली है इब्ने अली है।मरने का वो खौफ करते नही है ,मैदाने रन में डरते नही है बातिल का जिसने हैं छक्का छुड़ाया,वो इब्ने अली है इब्ने अली। हक चीज क्या है हमको बताया, करबल को अपना खून पियाया,दीन का गुलशन जिसने सजाया,वो इब्ने अली है इब्ने अली है।आज मुजाहिद इतना बता दो, अहले जहां को ये नुस्खा सुना दो,जिसने अली का नारा लगाया ,वो इब्ने अली है इब्ने अली है
सहरे तैयबा का वह बाजार बड़ा प्यारा है उसे नात पर कॉपीराइट तूने दिया है उसे नात पर तू कॉपीराइट का दवा क्यों कर रहा है अपना कॉपीराइट हटा ले उसे नात पर गुलाम गौस गजाली सहारे तैय्यबा नात कहीं भी पड़ता है तो कॉपीराइट तू अपने चैनल से क्यों दे रहा है कॉपीराइट हटा ले उसे नानात से