धामी ने और चौपट कर दिया उत्तराखंड को मोदी के नाम पर कुर्सी मिली है और मजे से खा रहे है चार धाम को खत्म कर देंगे ये एक दिन दिल्ली में केदारनाथ का उद्घाटन करने गया था धामी।
यहां पर भी राजनीति करके आ गए महाशय और अपने आप को शंकराचार्य रहते हो शर्म से होनी चाहिए तुम्हें भगवान शंकर के सामने भी तुम्हें प्रोटोकॉल चाहिए और क्या यह व्यवस्था पिछले 5 सालों से है जी नहीं यह व्यवस्था पिछले 70 सालों से है लेकिन कभी नहीं बोल ना तुम्हारे गुरु बोले तुम्हारे गुरु भी कांग्रेसी के भाड़े के टट्टू थे और तुम भी कांग्रेस के भाड़े के टट्टू हो तुम्हारी आदत हो गई है खीर में नमक डालने की राम मंदिर के समय भी तुमने खीर में नमक डाला था जबकि तुम अच्छी तरह से जानते थे की मूरत निकलने से लेकर मंदिर के वास्तु तक सभी जगह धर्म के विशेषज्ञ ही कार्य कर रहे थे और अगर तुम्हारी इतनी ही रुचि थी तो तुम उसमें पार्टिसिपेट करते सरकार को कहते कि हमें हमारा भी यह मत है ना तो तुमने कभी राम मंदिर आंदोलन में अपने नाखून तक की कुर्बानी दी लेकिन खीर में नमक डालने का काम तुमने हमेशा किया
her jagah protocol kyu chiye , aap koi god nhi hai . aap apne aap ke normal sanyasi kyu nhi smjhte , apne aap ko ek sanatni smjke kyu nhi jate . her jagah special status chiye inhe.aap log gamandi or religious luxary baba hai .warna ek sache sanatni is trah ka demand nhi krta wo bgwan ke darshan pake khus ho jata . jo samaj me and mandir me VIP culture , distinguish btw bhakt aaya , wo aaplog ke karn , uske janak ho aaplog .