Тёмный
TIRTHANKAR - AAGAM VAANI
TIRTHANKAR - AAGAM VAANI
TIRTHANKAR - AAGAM VAANI
Подписаться


कड़वी सच्चाई इस चैनल में परोसी जाती है मीठा झूठ नही

Hello Everyone

Namaste,
Jai jinendra ❣️

In this channel we will know the views of lord mahaveer on
soul,
karma
, liberation
,kaal chakra,
meditation,
life after death,
incarnation
,etc many more.. subscribe like n share for such informative videos ...




Hello tirthankar premi

हमने भगवान महावीर को तो नही देखा पर कम से कम उनकी वाणी को तो सुन ही सकते है ,हमारे इस चैनल में भगवान महावीर की वाणी या भगवान ने जो भी कहा है उससे संबंधित वीडियो देखने को मिलेंगे जैसे
आत्मा
कर्म
कर्मफल
काल चक्र
संसार के रहस्य
मोक्ष
शरीर के प्रकार
ध्यान
योग
तप
जैन धर्म
सिद्धियां
मंत्र
स्वाध्याय
तप का फल
तीर्थंकर
सिद्ध


For collaboration ,promotion n business enquiry

Contact me
tirthankaraagamvaani@gmail.com

Any suggestions
Email me


WhatsApp

Tirthankar aagam vaani



Facebook link

Tirthankar aagam vaani



Instagram link


Tirthankar aagam vaani


Telegram link


Tirthankar aagam vaani


Twitter

Tirthankar aagam vaani




Комментарии
@Kkdwayne
@Kkdwayne 10 часов назад
कृष्ण जी नरक में क्यों है वह तो गीता का ज्ञान देने वाले हैं। अर्जुन उनके ज्ञान को सुनकर मोक्ष जाता है और कृष्णा जी नरक में ऐसा क्यों?
@aloksethia3039
@aloksethia3039 11 часов назад
जय आदिनाथ भगवान
@devrajbachhawat829
@devrajbachhawat829 12 часов назад
समभाव की साधना ही सामायिक है हर समय समभाव में रहना ही भाव सामायिक है बहन जी है साध्वी जी है या आप साधिका है मुझे मालूम नहीं क्यों की आपका परिचय नही आता है आप को बहुत बहुत साधुवाद।
@devrajbachhawat829
@devrajbachhawat829 12 часов назад
समभाव की साधना ही 3:22 3:22 है हर समय समभाव में रहने का अभ्यास ही 3:22 3:22 3:22
@harshabravo8240
@harshabravo8240 13 часов назад
Yeh aacha hai
@CheckWithin1234
@CheckWithin1234 13 часов назад
🙏
@InnocentSeaLions-tg8vx
@InnocentSeaLions-tg8vx 15 часов назад
Tirthankar char thirth ki sthapna karte hai .kevli nahi ( 2 janm se tin Gyan hote hai kevli ke nahi) (3 tirthankar ka mahotsav mmanane devta aate hai kevli ka mahotsav devta nahi manate) yahi antar hai thiranker aur kevli me 🙏
@EGWSAKSHAM
@EGWSAKSHAM 16 часов назад
Brahamchrya ke liye koi mantra btaye Jai jinendra 🙏
@CheckWithin1234
@CheckWithin1234 16 часов назад
🙏🙏🙏
@jain_atishay_jkm
@jain_atishay_jkm 17 часов назад
भगवान ऋषभदेव के 100 पुत्र थे दिन में 98 में दीक्षा ली और बाहुबली भारत सुंदरी और ब्राह्मी दो पुत्री थी स्थानक वालों के यहां ब्राह्मी सुंदरी की शादी हुई मैं बड़ी साधु वंदना में पढ़ा जो एक भारत से हुई और एक बाहुबली से क्या यह सही है बताना बेटा जय जिनेंद्र बेटा
@bhushanjain10084
@bhushanjain10084 18 часов назад
So nice video 👏👏👐👐🙏🙏🙏🙏🌹🌹🌹👌👌👍👍👍
@user-nj7nu9hj8m
@user-nj7nu9hj8m 19 часов назад
आत्मा यानी ज्ञान ऊर्जा ऋषि सिद्धी परमज्ञान 114 चक्र की जागृति बाद उत्त्पन्न होने वाली चेतना ऊर्जा योग बल
@user-nj7nu9hj8m
@user-nj7nu9hj8m 19 часов назад
एक दिन लोगों ने जाकर वासुदेव को सूचना दी कि घृत पागल हो गया है और बाजारों में न जाने क्या बकता फिरता है। ऊपर की गाथा में यही बात कही गई है - हे कृष्ण! उठो! आँखें बन्द करके मत सोओ! तुम यहाँ पड़े हो और तुम्हारा सहोदर घृत वायु ग्रस्त विक्षिप्त होकर गलियों में मारा-मारा फिरता है। भाई के पागलपन की बात सुन वासुदेव दौड़े हुए बाज़ार में आए और घृत को छाती से लगाकर पूछा, “तुम्हें क्या कष्ट है? तुम्हें क्या चाहिए?” घृत ने कहा, ‘शशा ! शशा !! शशा !!!’ वासदेव ने कहा, “हे भाई! मैं तुम्हारे लिये सोने, चाँदी के, हीरे, मोतियों और रत्नों के खरगोश बनवा सकता हूँ। बोलो, तुम्हें कौन-सा शशा चाहिए।” घृत ने आकाश में चमकते हुए चन्द्रमा की ओर उँगली उठाकर कहा, “वह! उसके भीतर चमकने वाला! वही शशा मुझे लादो।” वासुदेव ने कहा, “प्यारे भाई, तुम बुद्धिमान हो। असम्भव की याचना बुद्धिमान नहीं करते। क्या तुम नहीं जानते कि चन्द्रमा के भीतर का शशा पृथ्वी पर नहीं लाया जा सकता।” घृत पंडित ने तुरंत उत्तर दिया, “भैया, आप भी तो बद्धिमान हैं। क्या आप यह नहीं जानते कि मरा हुआ पुत्र पुनः जीवित नहीं किया जा सकता। फिर भी आप उसके लिये दुःखित क्यों होते हैं?” वासुदेव ने भाई को हृदय से लगा लिया। उस दिन से उन्होंने पुत्र के लिये शोक करना बन्द कर दिया और राज्य का काम पूर्ववत् देखने लगे। वासुदेव के शोक की कहानी के अंत में तथागत ने कहा, “उस जन्म में सारिपुत्र वासुदेव था और मैं तो घृत पण्डित था ही।”