Тёмный
Aakash TBM Mahendranagar
Aakash TBM Mahendranagar
Aakash TBM Mahendranagar
Подписаться
त्रिरत्न बौद्ध महासंघ महेन्द्रनगर नागपुर में आपका स्वागत है.
Welcome to Triratna Bouddha Mahasangha Mahendranagar Nagpur.



Recording & Editing by Aakash Meshram.
mob. no. 8888648182.

त्रिरत्न बौद्ध महासंघ महेंद्रनगर नागपुर
TBM Mahendranagar

If you want more videos like this, please comment below...
Thanks...
- Aakash Meshram.






#त्रिरत्न_बौद्ध_महासंघ_महेंद्रनगर_नागपुर
#TBM_Mahendranagar
#Aakash_TBM_Mahendranagar
Комментарии
@TBMIndia
@TBMIndia 2 часа назад
Namo Buddhay 🎉 Jai Bhim 🎉
@TBMIndia
@TBMIndia 3 часа назад
Thanks 🎉
@TBMIndia
@TBMIndia 3 часа назад
Thanks 🎉🎉🎉
@TBMIndia
@TBMIndia 3 часа назад
Thanks 🎉🎉🎉
@TBMIndia
@TBMIndia 3 часа назад
Namo Buddhay 🎉 Jai Bhim 🎉
@TBMIndia
@TBMIndia 4 часа назад
Thanks 🎉🎉🎉
@TBMIndia
@TBMIndia 6 часов назад
Namo Buddhay 🎉 Jai Bhim 🎉
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 9 часов назад
पुत्र और पशु मे आसक्त चित मनुष्य को मृत्यु एसे ही ले जाती है जैसे सोते हुए गांव को नदी की बाढ बहाकर ले जाती है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 जिस मनुष्य की चित आसक्ति पशु और पुत्र मे बनी रहती है सोते हुए गांव को जिस तरह बाढ बहाकर सबकुछ तबाह बर्बाद कर देती है उसीप्रकार उस मनुष्य को मृत्यु ले जाती है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 10 часов назад
यहा वर्षा वास करूंगा यहा हेमन्त वास करूंगा यहा ग्रीष्म ऋतु मे रहुंगा मुर्ख इस प्रकार सोता है विघ्र को नही देखता 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 मुर्ख मनुष्य इस तरह विचार करता है वर्षा हेमन्त और ग्रीष्म प्रत्येक ऋतु मे यहा निवास होगा वहा एसा रहने का स्थान होगा एसा करूंगा इत्यादि सोचते रहता है विघ्र बाधाओ को देख ही नही पाता 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 10 часов назад
जिस तरह से शरद ऋतु मे कुमुद के फूल को हाथ से तोङा जाता है उसीतरह स्नेह का उच्छेद कर दो और सुगत द्वारा उपदिषट शान्ति मार्ग निर्वाण का अनुशरण करो 🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 जिस प्रकार शरद ऋतु मे कुमुद के पुष्प को हाथ से तोङते है उसीप्रकार तुम चित से राग स्नेह का उच्छेद करो निकलो शुद्ध स्वच्छय करो और सुगत द्वारा बताया गया या उपदिषट शान्ति निर्वाण मार्ग पर चलो 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 10 часов назад
जबतक स्त्री मे पुरूष की अल्प मात्र भी कामना बनी रहती है तबतक वो वैसे ही बंधा रहता है जैसे दुध पीने वाला बछङा अपनी माँ से 🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇸 जबतक पुरूष की अल्प सी कामना भी स्त्री मे रहती है वो दुध पीने वाला बछङा जैसे अपनी मां से बंधा रहता है वह पुरूष भी स्त्री से उसीप्रकार बंधा रहता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 10 часов назад
वन को काटो वृक्ष को मत काटो भय वन से पैदा होता है हे भिक्षुओ वन और झाङी को काटकर निर्वाण को प्राप्त करो 🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 हे भिक्षुओ वन को काट दो अथवा मल विकार निकालकर चित को शुद्ध करो वन रूपी विकार मन को दुषित और भयभीत करते है वृक्ष की भांति चित को स्थिर रखो झाङी और वन को काटकर साफ करने पर ही वृक्ष की तरह स्थिर अथवा चित शुद्ध स्थिर विकार रहित कर के ही मनुष्य निर्वाणिक हो सकेगा 🇪🇸🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 11 часов назад
योग अभ्यास से ज्ञान बढता है योग न कर ने से ज्ञान का छय होता है उत्पति और विनाश के इस दो प्रकार के मार्ग को जान कर अपने-आप को वैसा रखे जिस से ज्ञान की वृद्धि हो 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦 योगाभ्यास से बदता ज्ञान योगाभ्यास न करो तो घटती बुद्धि छय हो जाता ज्ञान विनाश को देखो और देखो तुम उत्पति दोनो मार्गो को जानो अपने को एसा बनाए जिस से ज्ञान की वृध्दि हो छय नही 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 11 часов назад
जो वाणी की रक्षा करता है मन से संयमी है जो शरीर से पाप कर्म नही करता जो इन तीनो कर्मेन्द्रियो को शुद्ध रखता है वही बुद्ध के बतलाए धम्म का सेवन कर सकता है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 जो वाणी रक्षक अथवा संयम वाणी ही बोलता है मानसिक संतुलन संयम बनाए रखता है जिस की ये तीन इन्द्रिया शान्त है शुद्ध है जो शरीर से पाप कर्म नही करता वही भिक्षुक बुद्ध के बताए मार्ग का अनुशरण कर पाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 12 часов назад
जो उद्योग नही करता बलि होकर भी आलस्य रहित है जिस का मन व्यर्थ के संकल्पो से भरा है एसे आलसी आदमी प्रज्ञा के मार्ग को नही प्राप्त कर सकता 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸 जो मनुष्य बलिष्ठ होकर भी उद्योग परिश्रम नही करता जिस का चित व्यर्थ के संकल्पो और आलस्य से भरा है वह आलस्य से युक्त मनुष्य प्रज्ञा प्राप्त नही कर सकता 🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸
@TBMIndia
@TBMIndia День назад
Thanks 🎉 Very nice 🎉
@TBMIndia
@TBMIndia День назад
Thanks 👍
@TBMIndia
@TBMIndia День назад
Namo Buddhay 🎉 Jai Bhim 🎉
@TBMIndia
@TBMIndia День назад
Thanks 🎉
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut День назад
सभी धम्म अनातम है जब आदमी इस बात को प्रज्ञा से देखता है तभी उसे संसार से वैराग्य होता है यही विशुद्धि का मार्ग है 🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 जब धम्म के अनुसार आचरण कर के मनुष्य धम्म गुणो शिक्षाओ को श्रद्धा से ग्रहण कर लेता है तभी वह इस बात को प्रज्ञा से देखता हुआ वैराग्यवान होकर उस की चित विशुद्धि होती है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut День назад
सभी संस्कार दुख है जब आदमी इस बात को प्रज्ञा से देखता है तभी उसे संसार से वैराग्य उत्पन्न होता है यही विशुद्धि का मार्ग है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇸 जन्मांतर दुख संस्कार एकत्रित होते रहते है जब इन संस्कार दुखो को मनुष्य प्रज्ञाशील होने पर देखता है तभी चित वैराग्यवान होता है जो दुख विकर आश्रव छय और चित विशुद्धि का मार्ग है 🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut День назад
सभी संस्कार अनित्य है जब आदमी इस बात को प्रज्ञा से देखता है तभी उसे संसार से वैराग्य उत्पन्न होता है यही विशुद्धि का मार्ग है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 हे भिक्षुओ अनित्य संस्कारो का अंत हो सकता है जब प्रज्ञा युक्त मनुष्य इसे धम्म आचरण अनुसार संयत शांत चित्त से देख पाता है तभी चित मे वैराग्य जाग्रत होता है और चित विशुद्धि का मार्ग यही है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut День назад
कृत्य तुम्हे ही करना है तथागत तो केवल मार्ग बताने वाले है इस मार्ग पर आरूढ होकर ध्यान कर ने वाले मार बंधन से मुक्त होगे 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 हे भिक्षुओ वैराग्य की उत्पति अंतर्ध्यान कृत्य तो तुम्हे ही करना होगा इस लोक भव को स्वम ही पार करना होगा बुद्ध तथागत तो केवल मार्ग बताने वाले है ध्यान मार्ग पर चल कर मार बंधन से स्वम ही मुक्त होना पङेगा 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut День назад
इस मार्ग पर चलकर तुम दुख का अन्त कर सकोगे संसार दुख को स्वम सल्य जान कर मैने ये मार्ग कहा है 🇪🇸🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸 हे भिक्षुओ तुम इस धम्म ज्ञान मार्ग पर चलकर अपने सभी दुखो और विकारो का अंत कर सकते हो बुद्ध ने स्वम सल्य जान कर ही इस मार्ग को कहा है जो संसार दुख का अंत करता है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut День назад
ज्ञान की प्राप्ति के लिए यही एक मार्ग है दुसरा नही भिक्षुओ तुम इसी मार्ग पर चलो ये मार को मूर्छित कर कर ने वाला है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 धम्मज्ञान प्राप्ति मार्ग को चुनो यही उत्तम शरण है दुसरा निर्वाण की ओर जाने वाला कोई मार्ग नही है इसलिए हे भिक्षुओ ये मार्ग मार को मूर्छित करने वाला है इसी मार्ग पर चलो शांतिमय ध्यान मार्ग पर चलकर निर्वाण को प्राप्त करो 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut День назад
मार्गो मे अष्टांगिक मार्ग श्रेष्ठ है सत्यो मे चार आर्य सत्य श्रेष्ठ है धर्मो मे वैराग्य श्रेष्ठ है और चक्षु मान बुद्ध श्रेष्ठ है 🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 अष्टांगिक मार्ग सभी मार्गो मे श्रेष्ठ है चार आर्य सत्यो मे सभी सत्य श्रेष्ठतम है धर्मो मे वैराग्य को ही श्रेष्ठ कहा है और सभी बुद्धो मे अद्वितीय चक्षुमान बुद्ध ही श्रेष्ठ है 🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut День назад
भिक्षुक शीलवान होने से वृति होने से बहुश्रुत होने से समाधी लाभी होने से या एकान्त वासी होने मात्र से ये विश्वास मत कर लो कि मै सामान्य जनो से असेवक नेशकर्मय सुख का आनंद ले रहा हु जबतक आश्रवछय न कर लो तबतक चैन न लो 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸 यदि भिक्षुक का चित समाधिस्थ है वृत्ति बहुश्रुत और एकान्त मे निवास कर ने वाला भिक्षुक है तो यह सोच कर प्रशन्न नही रहना चाहिए कि मुझे सामान्य जन से अधिक ज्ञान है और न ही असेवक नेशकर्मय सुख का आभास कर अभिमान करे आश्रव छय करके जो चित शान्ति को ही नेशकर्मय सुख समझना चाहिए 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@ambikaramraogaikwad1655
@ambikaramraogaikwad1655 День назад
🪷🙏🙏🙏🪷
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 2 дня назад
प्राणीयो की अहिंसा कर ने से कोई आदमी आर्य नही होता जो किसी भी प्राणी की हिंसा नही करता वही आर्य होता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦 भिक्षुक वही है जो जीवो की हिंसा नही करता कष्ट दुख नही देता अहिंसक है वही आर्य है प्राणी मात्र की केवल हिंसा न कर ने से कोई आर्य नही बन सकता 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 2 дня назад
मुढ और विद्वान केवल मौन रह ने से विद्वान नही होता जो पंडित तुला की भांति तौलकर उत्तम तत्व को ग्रहण कर पापो को त्यागता है वही असली मुनि है जो दोनो लोको का मनन करता है वह मुनि है 🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 मुढ और विद्वान केवल चुप रह ने से विद्वान नही कहे जा सकते जो मनुष्य पापो को त्याग देता है ज्ञान के उत्तम तत्व को ग्रहण कर के तौलकर बोलता है दोनो लोक को विचारने वाला मुनिजन ही असली मुनि है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 2 дня назад
जो पुन्य और पाप से परे हो गया है जो ब्रह्मचारी है जो ज्ञान पूर्वक लोक मे विहरता है वो भिक्षुक है 🇪🇦🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 जो मनुष्य पाप और पुन्यो से मुक्त है जो ब्रह्मचर्य का पालन कर ने वाला जो ज्ञान से विचार कर लोक को देखता है वही भिक्षुक है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 2 дня назад
दुराचरण युक्त मनुष्य दुसरो से भिक्षा मांग ने वाला होने मात्र से भिक्षुक नही होता न विषम धम्म को ग्रहण कर ने से भिक्षुक होता है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 दुराचरण कर ने वाला दुसरो से भिक्षा मांग कर खाने मात्र से या विषम धम्म को ग्रहण कर के कोई भिक्षुक नही हो जाता धम्म का आचरण सदाचरण मे रत पुरूष ही भिक्षुक कहलाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 2 дня назад
जो वृतहीन है मिथ्या भाषी है वो मुंडित शीर्ष होने मात्र से स्वर्ण नही होता दीक्षा लोभ से भरा मनुष्य क्या स्वर्ण बनेगा जो सब छोटे बङे पापो का शमण करता है उसे पापो का शमण कर्ता होने के कारण शमण कर्ता कहते है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦 जो वृतहीन मनुष्य झुठ बोलता है सिर के बाल मुंडाने मात्र से दीक्षा लोभ से युक्त मनुष्य स्वर्ण नही बन सकता जो विकार मुक्त हुआ छोटा और बङा कोई पाप नही करता सभी पापो का शमण कर ने वाला पाप मुक्त मनुष्य ही शमण कर्ता होता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 2 дня назад
यदि वो ईर्ष्यालु मतसरी और सठ्ठ हो तो वक्ता होने से या सुन्दर रूप होने से आदमी साधुरूप नही होता जिस आदमी के ये दोष जङ मुल से नष्ट हो गए है जो दोष रहित है मेधावी है वही साधुरूप कहलाता है 🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸 सठ्ठ और मतसरी ईर्ष्या कर ने वाला वक्ताहै सुंदर वर्ण युक्त पुरूष साधुरूप नही होता जो पुरूष इन अवगुणो से जङमुल से मुक्त हुआ दोष रहित होकर धम्म अनुशरणीय है वो मेधावी पुरूष ही साधुरूप होता है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 2 дня назад
जिस मे सत्य धर्म अहिंसा और दमन है वही विगत मल धीर सिथगर कहलाता है 🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 जिस मनुष्य मे सत्यता हो धार्मिक हो और जो स्वम के विकार दमन कर ने मे सक्षम हो वही धीरजन बंधनो से मुक्त हुआ विगतमल ही सिथगर होता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 2 дня назад
सिर के बाल पकने से कोई स्थिगर नही होता उस की आयु पकी होती है वो व्यर्थ मे ही वृद्ध कहलाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 आयु पकने से ही मनुष्य सिथगर होता है बाल पकने से नही बाल पकने व अज्ञानता से जीवन यापन कर ने वाला तो व्यर्थ ही वृद्ध माना जाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@KalawatiArya-vp6rq
@KalawatiArya-vp6rq 3 дня назад
Sadhu sadhu sadhu sadhu 🙏🙏🙏🥀🥀🥀
@TBMIndia
@TBMIndia 3 дня назад
Namo Buddhay 🎉 Jai Bhim 🎉
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 3 дня назад
बहुत बोल ने से कोई धर्म धर नही होता थोङा भी सुनकर जो काया के अनुसार धम्म का आचरण करता है वो जो धर्म मे प्रमाद नही करता वही धम्म धर है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 जो मनुष्य थोङा ही सुनकर धम्म आचरण युक्त धैर्यवान है और अधिक बोलकर अपने धम्म धर होने का अभिमान नही करता जो धर्म मे प्रमाद नही करता रहित है वही धम्म स्थित धम्म धर कहलाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 3 дня назад
बहुत बोल ने से कोई पंडित नही होता क्षेमवान अबैरी और निर्भय होता है वही पंडित कहलाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 अधिक बोलकर कोई पंडित नही बन सकता जो मनुष्य क्षेमवान निडर निर्भय और बैर मुक्त होता है वही पांडित्य गुणो से युक्त मनुष्य पंडित है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 3 дня назад
जो आदमी सहसा किसी बात का निश्चय कर दे वो धम्म स्थित नही कहलाता जो पंडित जन अर्थ अनर्थ दोनो का अच्छी तरह से विचार कर धीरज के साथ निष्पक्ष होकर न्याय करता है वही मेधावी धम्म स्थित कहलाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸 धम्म स्थित मनुष्य वह नही होता जो किसी भी बात पर बिना विचार किए ही शीघ्र निर्णय कर देता है अर्थ और अनर्थ दोनो पक्षीय विचार कर धीरज से शान्तिपूर्वक निष्पक्ष न्याय कर ने वाला ही मेधावी धम्म का जानकार होता है 🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 3 дня назад
आकाश मे चिन्ह नही शमण आर्य अष्टांग मार्ग के बहार नही संस्कार नित्य नही है और बुद्धो मे अस्थिरता नही है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦 बुद्ध सदा चित संयत शान्त स्थिर होते है शमण आर्य अष्टांग मार्ग के बहार कोई चिन्ह आकाश मे नही बना है संस्कार अनित्य होते है मनुष्य शुद्ध चित ध्यान सुमार्ग पर चलकर मुक्त हो सकता है और निर्वाण प्राप्त कर सुख पाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 3 дня назад
आकाश मे चिन्ह नही शमण आर्य अष्टांग मार्ग के बहार नही लोग प्रपंच मे लगे के रहते तथागत निशप्रपंच है 🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸 बुद्ध तथागत सदा निशप्रपंच है लोग संसारिक प्रपंचो मे लगे रहते है शमण आर्य अष्टांग मार्ग के बहार आकाश मे कोई चिन्ह नही बना है 🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 3 дня назад
दुसरो के ही दोष देखते रहने वाले के सदा चिङते रहने वाले के आश्रव बढते है एसा आदमी आश्रवो के छय से दूर है 🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 जो दुसरो से चिङते रहते है दुसरो मे दोष निकालते रहते है उन के आश्रव कभी क्षीण नही होते बढते ही जाते है वो मनुष्य आश्रवो से मुक्त या दूर नही हो पाते 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 3 дня назад
दुसरो के दोष देखना आसान है अपने दोष देखना कठिन दुसरे के दोषो को जो भूसे की भांति उङाता है किन्तु अपने दोषो को ऐसे ढकता है जैसे बेईमान जुआरी पासे को छुपाता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 दोष दुसरो के देखना कितना है आसान दोष अपने-आप के देखना है बहुत कठिन दोष दुसरे के जो भूसे ज्यो उङाता और दोष जो अपने बेईमान जुआरी पासे ज्यो छुपाता 🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸
@ajayshukla534
@ajayshukla534 4 дня назад
नमो बुद्धाय... जय हो ठाकुर बुद्ध भगवान की।।
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 4 дня назад
राग के समान आग नही द्वेष के समान गृह नही मोह के समान जाल नही और तृष्णा के समान नदी नही 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 तृष्णा चित मे बहती नदीया सम मोह मानव मन जाल सम बना मन मे द्वेष बना गृह समान राग मानव मन मे गोला आग सम कष्ट बना 🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦
@TBMIndia
@TBMIndia 4 дня назад
Very nice 🎉🎉🎉
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 4 дня назад
लेकिन जिस मे ये भाव जङमुल से जाता रहा है वो रात को भी दिन को भी शान्ति से रहता है 🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸 जिस मनुष्य ने इस विचार को जङ मुल से नष्ट कर दिया है वह रात और दिन शान्तिपूर्वक सुख से रहता है 🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇸
@SureshBala-cd5ut
@SureshBala-cd5ut 4 дня назад
लोग अपनी अपनी श्रद्धा और प्रसन्नता के अनुसार दान देते है जो दुसरो के खाने पीने मे असंतोष प्रकट करता है उस को न रात को शांति प्राप्त होती है और न दिन को 🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦🇪🇦 जो मनुष्य अपनी सामर्थ्य अनुसार प्रशन्नता से दान करता है किसी के भोजन से असंतुष्ट नही रहता वो शान्त चित सम्यक समबुद्ध रात और दिन शान्ति से रहता है और जो दुसरो के खाने पीने से असंतुष्ट होता है वो दिन रात अशान्त ही रहता है 🇪🇦🇪🇦🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸🇪🇸