हंस भी निरंजन का कुस नही बगाड सकता संत पुरुष ने वंचन दीया हय निरंजन ने वचन ले लिया हय 70 युग की तपस्या से नीरंजन ने की सत पुरुष परमात्मा को पसन किया ऐसा बचन लेलिया हय
संत रामपाल जी महाराज बताते हैं सत्संग से आत्मा को गुरु वचनों की खुराक मिलती है और सकारात्मक भावनाएं जागती हैं। "संत समागम, हरि कथा, तुलसी दुर्लभ दोय। सुत दारा और लक्ष्मी यह तो घर पापी के भी होए।।"