आदरणीय एवं प्रिय दर्शकों ! हमारा सारा जीवन आपको हँसाने के लिए समर्पित है। हमारा सारा धन, पूंजी और लक्ष्य केवल और केवल आपको हर हाल में प्रसन्नचित्त रखना है। हमने जब से होश संभाला तब से मुरझाये चेहरों पर एक रौनक लाने के लिए बेताब रहा ; इसीलिए हास्य की कविताएं लेकर मंच पर उतरा और अब इस RU-vid द्वारा आपके सामने हूँ। हमें विश्वास है आपका वही प्यार मिलेगा ; जिसके बलबूते मंचों के द्वारा आपके दिल तक पहुंचे हैं। 🙏❤️🙏 आपका अपना विनोद राजयोगी CONTACT- 9457442950
एक पीड़ित का भी सेर बर्दाश्त करें, दावा करते हैं पुख्ता सड़कों का उसमें जगह जगह गढ्ढें है। थाना तो अंग्रेजों के समय में थे,अब धन उगाही के अड्डे हैं।। जय हिन्द,
निस्संदेह आप भृम वस ऐसा बोल रहे हैं। हिन्दू धर्म शास्वत है रहेगा।यह उनके प्रति है जो ढोंग फैला कर धर्म को बदनाम करके भ्रम पैदा कर रहे हैं। आप स्वयं हिन्दू धर्म की दुहाई देने वाले आंग्ल भाषा में संदेश भेजते हैं।आप जैसों ने ही हिन्दू धर्म की जड़ें खोखला करने का काम किया है
कविवर प्रणाम अब समय बदल चुका है वर पक्ष से अकारण या स्वयं लड़की की परी पूरी गलती होते हुए भी कानून का डर दिखाकर या सब को फसा कर लाखों ऐट कर पति से रिश्ता तोड़ प्रेमी या पराये मर्द संग भाग या चली जाती है । कैलाश चन्द्र वर्मा मालापाट जिला नर्मदापुरम मध्य प्रदेश।
विनोद राजयोगी जी समेलन में आपका पाठ बहुत अच्छा था। मेरा मानना है कि अगर भविष्य में आप अपने भाव प्रदर्शन शैली व भावनाओं को गति देते समय हास्य कवि सुरेन्दर शर्मा जी की तरह पेश करते समय स्वय न हंसे तो मंच रंग देखना। आप आधुनिक शर्मा जी होगा।