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"दोस्तों...मैं अपने इस चैनल पर लगातर [Regularly] सद्गुरु के Creative commons videos को modify करके upload करता हूँ ! सद्गुरु एक योगी, युगदृष्टा, मानवतावादी, और एक आधुनिक गुरु हैं, जिनको योग के प्राचीन विज्ञान पर पूर्ण अधिकार है। विश्व शांति और खुशहाली की दिशा में निरंतर काम कर रहे सद्‌गुरु के, रूपांतरणकारी कार्यक्रमों से दुनिया के करोडों लोगों को एक नई दिशा मिली है। दुनिया भर में लाखों लोगों को आनंद के मार्ग में दीक्षित किया गया है।"
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Комментарии
@sharma4rakesh1
@sharma4rakesh1 Час назад
सद्गुरु ने सृष्टि और इसके और मानवीय अस्तित्व को सूक्ष्म भाव से आधुनिकता से सामंजस्य बिठा कर बताया... परंतु सनातनी हिंदू धर्म ग्रंथों में सृष्टि के उद्गम के सभी सिद्धांत दिये हुए हैं एक बार संत प्रेमानंद जी महाराज जी से इसी विषय में सटीक प्रवचन सुना था... उनका कर्म और कर्म फल, प्रारब्ध और वास्तविक अस्तित्व और स्थूल सूक्ष्म कारण शरीर के महत्व के साथ जन्म जन्म की प्रक्रिया और पूर्णता को बहुत बारीकी से समझाया था 🙏🙏🙏
@Kailash-pw8el
@Kailash-pw8el 9 часов назад
😊
@Anil-hb8dg
@Anil-hb8dg 19 часов назад
यह सद्गुरु नामक व्यक्ति स्वयं भ्रमित प्रतित हो रहा है, यह स्वयं नही समझ पाया न समझा पाया बस केवल शब्दो की लफ्फाजी कर गया है। वेद के अनुसार मानव योनि के अलावा अन्य किसी योनी मे या देह मे कर्म करने का अधिकार ही नही है, वे कुछ भी अच्छा या बुरा करे कोई फल नही मिलता। लेकिन मानव देह मे किये कर्म काफी आवश्य मिलता है, और मानव उसी कर्म फल को भोगने के लिए चौरासी लाख योनियो मे भ्रमण करता है। याने मानव और सभी अन्य योनी सदा से है। यह डार्विन के सिद्धांत के हिसाब से धीरे धीरे नही बना है।। क्या इस व्यक्ति ने कही भी कान्लुड किया है कि हम अर्थात आत्मा का प्रथम कर्म कब हुआ। और जो डार्विन के सिद्धांत का सहारा ले रहा है वह व्यक्ति वेदज्ञ कदापि नही हो सकता। यदि किसी व्यक्ति को ईस प्रश्न का उत्तर पाना है तो वह जगद्गुरू कृपालु जी द्वारा लिखित प्रेमरस सिद्धांत या philosophy of Devine love का अध्ययन करे। जिसमे वेदो पुराणो उपनिषदो का सार बहुत सरल भाषा मे समझाया गया है। अमेजन पर यह।किताब उपलब्ध है। या उनके लेक्चर जिव ब्रहम माया जो यूट्यूब पर उपलब्ध है को सुने।
@bsretailer03
@bsretailer03 19 часов назад
Thank you for sadguru
@aspirantsAbhi4
@aspirantsAbhi4 День назад
लोटपोट 😂
@sushamadabhole8205
@sushamadabhole8205 День назад
प्रणाम सद्गुरू 🙏🏻🌹❤️
@ShwetaSingh-b8y
@ShwetaSingh-b8y День назад
🙏🙏🙏🙏🙏
@daupanika6228
@daupanika6228 День назад
Jai ho shiv Yogi ❤❤❤❤❤
@भरोसेरामReallive
जय हों सद्गुरु,, 🙏🏽🥰🌹
@iskcontvlive
@iskcontvlive День назад
इसका बहुत ही साधारण जवाब है ....ईश्वर ने सृष्टि तरंग रूपी बनाई है और चेतना को ही जन्म दिया ...चेतना शरीर बदलती है सिर्फ फिल्टर होने के लिए ...वापस मनुष्य योनि में जब चेतना आती तो फिर जाल में फांस जाती है... सृष्टि है ही नही ...और है तो सिर्फ चेतना ..
@HappyMann-q9o
@HappyMann-q9o 2 дня назад
Jay guru ji 🙏
@ShwetaSingh-b8y
@ShwetaSingh-b8y 2 дня назад
Jay Ho❤❤❤
@amolyadav9066
@amolyadav9066 2 дня назад
Real God gauttam budhdha
@SushilSingh-cf7dp
@SushilSingh-cf7dp 2 дня назад
❤❤❤❤❤❤❤
@SushilSingh-cf7dp
@SushilSingh-cf7dp 2 дня назад
❤❤❤❤❤❤❤
@SushilSingh-cf7dp
@SushilSingh-cf7dp 2 дня назад
Jay Ho❤❤❤❤❤
@SushilSingh-cf7dp
@SushilSingh-cf7dp 2 дня назад
Jay Gurudev❤❤❤
@SushilSingh-cf7dp
@SushilSingh-cf7dp 2 дня назад
Veri nice Gurudev
@SushilSingh-cf7dp
@SushilSingh-cf7dp 2 дня назад
Jay Ho❤❤❤
@ShwetaSingh-b8y
@ShwetaSingh-b8y 2 дня назад
Jay Sadguru❤❤❤
@yashitaliya7190
@yashitaliya7190 2 дня назад
Ap ko explain kr ne ki jarurat nhi he
@MamtaGupta-e2p
@MamtaGupta-e2p 3 дня назад
😊
@pradeeppuranik5315
@pradeeppuranik5315 3 дня назад
There is second therey of creation of universe i. e. which is Big Bang Theory what about that. and evolution of life starts
@Shivamahade427
@Shivamahade427 4 дня назад
Sita ram sadhgurunamesta
@DigitalMarket-wo8zr
@DigitalMarket-wo8zr 4 дня назад
Time 7:00 to 10:00 me answer hai ....thik se suniye..
@sunilkamath5490
@sunilkamath5490 4 дня назад
Kya khoob kaha hai 🙏🙏🙏 boudh, Christianity, Jainism, Islam, parsi Jewish, etc sab mazhub hai🙏🙏🙏 ek maseeha aaya aur nirdhesh Diya aur sab follow karne Lage, kuch log nirdhesh me parivartan karne lage🙏
@ShwetaSingh-b8y
@ShwetaSingh-b8y 4 дня назад
❤❤❤ Jay Ho
@TestTest-e3z
@TestTest-e3z 4 дня назад
Please don't explain by your mind..you just put vedios
@pramodpatil7315
@pramodpatil7315 4 дня назад
बोहतही सुंदर तरिकेसे आपने सदगरुके केहेनेका विवेचन दिया और समझाया. 🌹🙏
@SushilSingh-cf7dp
@SushilSingh-cf7dp 4 дня назад
❤❤❤
@SushmaJha-nk4mv
@SushmaJha-nk4mv 4 дня назад
Shandar guru ji मैं आपके कारण ही शांत ,खुश रहती हूं प्रणाम
@rajveerboss5192
@rajveerboss5192 4 дня назад
प्रश्न तो जटिल ही है पर हम चातक जानते है किसी भी जटिल प्रश्न का उत्तर सरल होता है व उत्तर ही क्या जो समझ मे ना आये ऐसे जटिल प्रश्न का उत्तर केवल इस सारी ब्रह्मांड मे तथागत भगवान गौतम बुद्ध जी दे सकते है और वो भी एकदम सरलता से और बात यह है की सवाल कर्म पर है क्या कर्म से पुनर्जन्म होता है तो पहिला जन्म के लिए कर्म कहा से करते वंदनीय भिक्षू जी आपका सवाल आपका प्रश्न बिलकुल सही है यदि आपको इस प्रश्न का उत्तर प्राप्त करना है तो हम हमारी तरफ से इस सवाल का उत्तर दे सकते है अगर आपकी जिज्ञासा हो इस सवाल की जवाब की और सद्गुरु जी आप भी इस सवाल का सरल जवाब जान लो 1) सनातन विचारधारा की हिसाब से पहिला जन्म आप किसी भगवान की आशीर्वाद से प्रकट हुए हो और तुम्ही वरदान भी दिया हुआ है की आप मरते हो और फिर से पुनर्जन्म लेते हो 2) सद्गुरु जी की विचारधारा से पुनर्जन्म ले रहे हो ये तुम्हारे कर्म है और जो पहिला जन्म मिला वो आपकी माता पिता की कर्म है 3) अगर जानते हो सबसे पहले उपनिषद कोनसे है तो उस उपनिषद मे इस सवाल का जवाब मिल जायेगा पहिला उपनिषेद ब्राहदारण्यक ओर दुसरा छांदोग्य इस उपनिषद मे ही सवाल का जवाब है वो भी काफी सरल तरह से और अगर ये सबसे पहले उपनिषद है किसके द्वारा लिखी गये है कोनसी भाषा मे लिखे है तो सच क्या है ये आप सभी को पता चल जायेगा
@jayneshkumarnayaka4256
@jayneshkumarnayaka4256 5 дней назад
Thank you sadguru ji😊❤
@mdhammakusala
@mdhammakusala 5 дней назад
मैं की उत्पत्ति ही भव का प्रारंभ है। मैं का विलीन होना ही भव मुक्ति है।
@JamawantBairag-vl8uj
@JamawantBairag-vl8uj 5 дней назад
हम कहां से आते हैं कहां जाते हैं इसका उत्तर यही होगा यह धरती एक गर्भाशय है इस धरती के अंदर बाहर अभी लाखों ऐसे बी है जो करोड़ों वर्षों के बाद एक पौधे के रूप में बाहर आएगा जब पांच तत्व एक किसी पतली या बुलबुला बन जाता है और ज्यादा दिन तक वैसे ही पड़ा रहता है तो उसमें जीव पड़ जाता है इस तरह से इस धरती पर मानव का जन्म हुआ और फिर उसी में विलीन हो जाता है
@JamawantBairag-vl8uj
@JamawantBairag-vl8uj 5 дней назад
गोल गोल घुमाइए मत इसका जवाब आता है तो बता दीजिए नहीं आता है तो कर दीजिए या
@jayneshkumarnayaka4256
@jayneshkumarnayaka4256 5 дней назад
Thank you sadguru ji😊❤
@ShwetaSingh-b8y
@ShwetaSingh-b8y 5 дней назад
🙏🙏🙏❤❤❤
@kkkk-ur5wj
@kkkk-ur5wj 5 дней назад
Most of public can't understand -question hai k pehle murgi ya anda.People can understand as per their own intellect.
@venkateshprabhu7027
@venkateshprabhu7027 5 дней назад
Forget about people. 2 TRILLION GALAXIES EXISTING IN UNIVERSE. MILKY WAY IS OURS. Sun is our star 🌟.
@venkateshprabhu7027
@venkateshprabhu7027 5 дней назад
No God. No Religion. This alone is TRUTH ❤️👍 All religions are stories and are made up of imagination and nothing else. Nothing you. 150 million years ago dinosaurs 🦖🦕 lived here. Bacteria 🦠 to Human beings are because of evolution 🧬. Ref : Charles Darwin Birth of Buddha was not due to KARMA 1 BILLION YEARS this process has been going on.
@kulghs
@kulghs 5 дней назад
Arre sadhguru ne clear kar to diya hai. Fir aap kyu explain kar rhe ho. Don’t do that please.
@RajanMishra-mr6fm
@RajanMishra-mr6fm 5 дней назад
Kya bakwaas kr rhe Hain sadguru 😂
@shaktiraghuwanshi4287
@shaktiraghuwanshi4287 5 дней назад
नमः शिवाय, बहुत ही अच्छी आध्यात्मिक परिचर्चा यहां पर चल रही है। प्रश्न अति उत्तम है, प्रश्न कर्ता का आध्यात्मिक स्तर क्या है ? यहां यह ज्ञात होना भी बहुत आवश्यक है। प्रश्न करता ने जो प्रश्न किया है कि, मेरा यह जन्म पिछले जन्म के कर्म कापरिणाम है तो मेरा पहला जन्म किस कारण से हुआ था? प्रश्न कर्ता से यह प्रश्न अपेक्षित है, कि वह जन्म किसका मान रहा है? सबसे पहले के जन्म की बात अभी छोड़ो, और यह बताओ इस वक्त जो जन्मा है वह क्या है? शरीर है, आत्मा है, ईश्वर है, या कुछ और है? और जिसकी मृत्यु होगी, वह भी शरीर होगा, आत्मा होगी, या कुछ और होगा? जब तक प्रश्न कर्ता को यह स्पष्ट नहीं है, कि वह वर्तमान में क्या है? तब तक सबसे पहले के जन्म की बात करना व्यर्थ है। और यदि उसको यह स्पष्ट हो जाता है, की वर्तमान में वह क्या है? तो इस प्रश्न की आवश्यकता ही नहीं रहतीहै। क्योंकि उसे इस प्रश्न का उत्तर स्वत आत्मबोध द्वारा प्राप्त हो जाएगा। यदि इसके उपरांतभी ऐसा प्रतीत होता है की और तर्क करने की आवश्यकता है, तो आगे परिचर्चा पुनः की जा सकती है। नमः शिवाय
@SumanSumankushwaha-wt7vk
@SumanSumankushwaha-wt7vk 5 дней назад
ई न र इन जि नि यरि न्ग हि न्दी में हो ती हे न
@NiranjanYadav-fy2bg
@NiranjanYadav-fy2bg 5 дней назад
🙏🏻🙏🏻🙏🏻❤
@Munbiswas518
@Munbiswas518 5 дней назад
Jis ka dimag kam jor he o sadh guru ka Answer samjh nehi py . Jo smart brain o samjh gy
@jaiahlawat106
@jaiahlawat106 6 дней назад
सदगुरु से जो प्रश्न पूछा गया है उसका उत्तर उन्होंने ये स्पष्ट करते हुए दिया है कि उन्होंने भगवद गीता को नहीं पढ़ा है। और बहुत ही सुन्दर उत्तर दिया है। लेकिन उन्होने कहीं भी इस शलोक की बात नहीं की है जो आप उसमें फिट करने का प्रयास कर रहे हैं। जो शलोक आप कह रहे हैं वह बिल्कुल अलग अर्थ रखता है। इस शलोक का वास्तविक अर्थ और सपष्टीकरण पूज्य स्वामी विवेकानन्द जी ने बहुत अच्छे से समझाया है। कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेसु कदाचन में कहीं भी ये बात नहीं है कि इच्छा करनी है या नहीं करनी है। इसका अर्थ है कि हमारा अधिकार सिर्फ कर्म करने में ही है फल में नहीं। अर्थात भगवान ने हमें पूरी स्वतंत्रता दी है कि हम मनचाहा कर्म कर सकें अच्छा या बुरा लेकिन उसका परिणाम अर्थात फल हमारे अधिकार में नहीं है। अगर हमने अच्छा कर्म किया है तो उसका अच्छा परिणाम या फल मिलना निश्चित है उसको ब्रह्मांड की कोई शक्ति रोक नहीं सकती। अगर हमने बुरा कर्म कर दिया है तो भी उसका बुरा फल मिलना निश्चित है उसको भी कोई शक्ति नहीं रोक सकती है। अर्थात हमारे अधिकार में कर्म है यहीं फोकस करें इसी के अनुरूप फल मिलना तय है।
@drraj9067
@drraj9067 6 дней назад
Super
@ShrawanSaazOfficial
@ShrawanSaazOfficial 6 дней назад
कोई बौध भिक्षु नहीं था । उसे दिखाना चाहिए।वो एक साधारण बौध धर्म मानने वाला है। बात को गोल गोल घुमा रहे हैं। केवल बकवास है। पुर्जन्म नहीं होता है। वैज्ञानिक ढंग से सोचने की जरूरत है।