Rajesh sharma ne to sharm ko hi khatam kar diya. Mil gya hoga koi lalch. Wah ji devar ki bhabi. Pehle CM per aarop lagate ho aur phir bhabi ke devar ban jaate ho. Taaliyan..... 😂
Intimidation to khud speaker kar rahe hai, if he is duty bound to take action then take it. And CM shayad bhul gye before judgement person can anticipate the decision whether it comes in his favour or not and nothing wrong in that.
सुखविंदर सिंह सुक्खू का काम ही यह है जिस भी हिमाचल प्रदेश की सीट पर चुनाव होते हैं वहां पर बाहर के प्रत्याशी को खड़ा किया जाता है राज्यसभा के लिए अभिषेकमन्नू जो बाहर से हैं कांगड़ा में आनंदशर्मा जो बाहर से हैं देहरा में कमलेश जो देहरासे बाहर की है और बड़ी बुरी तरह से पराजित होजाते हैं
हिमाचल में जो मजाक बना रखा है इसको बंद करें दोबारा चुनाव कराया नितिन 3 आदमियों के चुनाव हो रहे हैं कैसे आदमियों के चुनाव हो रहा है क्या यह मजाक बनारखा है सुखविंदर मजाक बनारखा है
सुक्खू और स्पीकर का लगता है दिमाग खराब होगया है पहले से चुनाव फिर तीन चुनाव फिर बोल रहा है नव चुनाव इस प्रदेश को यह दोनों आदमी किस तरफ ले जा रहे हैं विधानसभा में कई बार कागज फाड़े कई बार कल में तोड़ी गई परंतु कभी किसी विधायक को निलंबित नहीं किया यह सुकू का सारा बहाना है ऐसा कभी भी नहीं हो सकता कागज फाड़नेपर निलंबितकिया जाए विधानसभा के अंदर शोरगुल होता रहता है इसका मतलब यह नहीं है की विधायकों की सदस्यता रद्द की जाए सुक्खू का समय चुनाव में ही खत्म हो जाएगा हिमाचल प्रदेश 10 साल पीछे चल जाएगा ऐसा मुख्यमंत्रीपहली बार देखा लोकसभा चुनाव में पूरे प्रदेश की जनता ने कांग्रेस पार्टी को ना कआर दिया जब गीदड़ को मारने की आती है वह शहर कीतरह भागती है सुक्खू का भी यही हाल होने वाला है जिस तरह से सुकून और विधानसभा अध्यक्ष कम कर रहे हैं एक तरफ हिमाचल प्रदेश की वित्तीय स्थिति खराब है दूसरी तरफ चुनाव पर चुनाव कराए जा रहे हैं यह तीन उपचुनाव भी लोकसभा चुनाव के साथ हो सकते थे सुकू और विधानसभा अध्यक्ष ने प्रदेश को करोड रुपए का नुकसान कर दिया