चाहे मैदान जंग का हो या खेल का, विरोधी को कमजोर समजनेवालों को हमेशा शर्मनाक हार मिलती है! .... अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की पाठशाला का पहला सबक! ........ जय हिंद
पुरी टीम बदल ने की क्या जरूरत है. अच्छे खेलाडी दसक मे दो, तीन मिलते है. क्या लगाहे ये सारे टीम इंडिया का भविस्य है ? इनमेसे एक दो खेलाडी छोड दो बाकी कोई आगे नही आयेगा. दुसरे खेलाडी कहा गये IPL के. साली BCCI मे पागल लोडे बैठे है. टैलेंटेड खेलाडी की कमी नही है HINDUSTAN मे. अच्छे खेलाडी की कदर नही करती BCCI. ये भारतीय टीम और अच्छे खेलाडी जो काबिल है वो नही खेल पाये उसका पतन है.
भईया आप भी बोल रहे थे कि रिंकू क्यू मौका नहीं मिला l अभिषेक ऋतुराज को मौका नहीं दिया l दूबे और पंत को मौका दिया गया है अब समझ में आया l विराट और रोहित ओपन करते थे दुबे जडेजा अक्षर को इसलिए मौका दिया गया था l जैसवाल को भी नही मौका मिला वो भी आप समझ गए होगे l