Kabir bhajan, kabir satsang पूज्य संत श्री गौरव साहेब जी सम्पर्क- 9928949563 सदगुरु कबीर साहेब एवं मानवतावादी शाश्वत विचारों को परोसने वाले संत महापुरुषों के अनमोल विचार और भजन सत्संग को सुनने समझने के लिए इस चैनल पर आपका हार्दिक स्वागत है।
सही बात है परमात्मा के बगैर पता नहीं हिलता है रही बात कुकर्म की जो जैसा कर्म और कुकर्म किया है उसके साथ वैसा ही कर्म और कुकर्म होता है यह विधि का विधान है आप भी अपने कर्म और कुकर्म के अनुसार ही प्रवचन दे रहे है और परम पिता परमात्मा पर कमेंट कर रहे हैं आपका दुर्भाग्य है खुद को देखिए खुद में रहिए खुद को तौलिए क्योंकि खुद ही में खुदा है भगवान तो कहते हैं जो भी होता है सब मेरे मर्जी से होता है मरने वाला भी मैं हूं मारने वाला भी मैं ही हूं
Om namah shivay har har mahadev bey mere bhagwan mere prabh shree bhole nath baba aur gaira Parvati Mata aur ap ke samast parivaron ko koti koti nandan bandan karte hai sMast parivaron ke sathagar mujhase koi bhul chuk ho to mujhe maf Karana namaskar
Maharaj ji yah Satya hai ke Bhagwan ke marji ke bagair pata Tak nahin hilta aap Jo kukarm ki baat kar rahe ho uska bhi jawab Bhagwan ke pass hai lekin vah Dena nahin chahta kyunki har sawal ka agar jawab de to Bharosa Naam Ki chij nahin rah jaayengi aur hamen hamare Bhagwan per pura Bharosa hai
एक बच्चा झोपड़ी में पैदा लेता है और दूसरा महल में पैदा लेते ही एक ने कौन सा कुकर्म किया कि वह झोपड़ी में पैदा लिया और दूसरे ने कौन सा सुकर्म किया की महल मे पैदा लिया अगर इसे आप पूर्व जन्म का कर्मफल मानते है तो इसका लेखा जोखा कौन रखता है