अति सुन्दर । गेनुआ गार्ड नहीं है गनुवा बेरड है और दासु ठेकेदार उसका पिता था जो झटींगरीधार के मरखाण गांव का था परन्तु पारंपरिक गीतों को गाने से पहले उसकी तह तक जाएं और किसी के नाम और पारंपरिक गीतों के साथ छेड़छाड़ न करे । यदि ऐसी तोड़ मरोड़ होती रही तो आने वाले समय में हम अपनी संस्कृति को कैसे संजोए रखेंगे। धन्यवाद