अच्छी कहानी हैं . . . जिसमें मां - बाप का आशिर्वाद लगा हो वह फलता - फूलता है . . प्यार निःस्वार्थ ही होना चाहिए जिसमें थोड़ी सी भी लालच की खुशबू आ रही हो .. वह अपने साथ कई परिवार तबाह कर बैठता है . . ये तो संयोग है कि बाली का असली चेहरा को लड़का ने अपने कानों से सुमा ... लड़के को भी चेहरा पढ़ना आना चाहिए . ये तो धोखा खाने के बाद सही प्रणय - बंधन हुआ ...