Madamd Yadav Darbhanga Jila se auto driver Tum sale log Jitna Bhi time kijiega na Manish Bhaiya ko utna hi Aage badhega chutiya ho tum log Kan khinchne ke Prayas Lage hue hain Jay Hind
es m 16Dia ki bar hai , aor 150mm ka spacing de kar main bar ko fixed kiya jata hai , ye details aap ko , site par aap ko jo drawing milta hai us me pura detail Diya hota hai
1-2 din QUALITY SURVEY AND RATE ANALYSIS ka subject continue ho jay ga, jaise hi estimate complete hota hai,wha par sub details mil jay ga. Labour, Mason, kaise nikalte hai,
Labour ya Mason, nikalne ke liye ,kis work m kitna working efficiency hai, uske adhar par nikal ta hai, sara details aap ko quantity survey m mil jay ga
@@invincibleayush2068 road ka bhi start hoga, lekin pahle building ka Billing tak complete hone ke baad hi , estimate, BBS maximum complete kar chuke hai, time na hone ke karan late hota hai.
Parti ko nicha dikhane ke liye dusri parti vale yehi kahenge sarkar hi jimedar he lekin logo ki galti nahi dikhegi etane log he to pul ko hi la ne ki kya jarurt thi yeto koi pagal log kar sakte he
गुजरात के मोरबी पुल के ऊपर एक हमारा Long वीडियो बना है। किस तरह से पुल टूटा है। क्या चीज उसमें फेल हुआ है कि पूल टूट गया। इस सारी जानकारी आपको वहां से मिल जाएगी। आप हमारे Long वीडियो में जा सकते हैं।
₹17 टिकट की वसूली करने के लिए, बिना पूरा जांच किए। यह पुल को चालू किया गया और डीएम अधिकारी इसमें कोई भी आदेश नहीं किए थे। जिससे यह घटनाएं हुई और जिसमें महिलाएं बच्चे और बूढ़े सहित 141 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। घड़ी बनाने वाली कंपनी को यहां पर मरम्मत का कार्य दिया गया था। जिस कंपनी को कार्य का अनुभव था ही नहीं, उस कंपनी को यहां पर टेंडर दिया गया था। जो ब्रिज का तार होता है। उसका Tensile Strength Test होता है इससे यह पता चल जाता है, कि वह जो तार है जो वायर है वह कितना Load को सहन कर सकता है, ना कि हाथ से हिलाने से पुल गिर जाएगा , यहां पर ओवरलोड किया गया है जो भी घूमने आए हैं उस जनता का, इसलिए पुल गिरा है ना कि हाथ से हिलाने से इस घटना की सारी जिम्मेदारी उस नेताओं की है जिसके माध्यम से उस कंपनी को टेंडर मिला था। अब जिसकी सत्ता गुजरात में है, ए सिंपल सा फंडा है उस के माध्यम से ही उस कंपनी को टेंडर मिला होगा और टेंडर कंपनी को मिला, उसके बदले में नेताओं को चंदा देना पड़ा होगा, यह सब जानते हैं और यही होता है ,और इसी माध्यम से ही टेंडर मिलता है बिना पैसा दिए टेंडर नहीं किसी को मिलता है पूरी जिम्मेदारी वहां की सरकार की है जो गुजरात में सरकार है बीजेपी की उसकी। इसी तरह से बंगाल में भी घटना हुई थी तो बंगाल में जिसका सरकार था, यह उसकी जिम्मेदारी थी।
Kese. Bhi. Hilao. Ese. Pul. Nahi. Tutta. Ye. Koi. Kagaj. Ka. Nahi. Stil. Ki. Rasi. Hoti. Hai. Ye. To. Paisa. Kamane. Ki. Vajay. Isme. Bekar. Matiriyal. Lagaya. Gaya. Hai. Hindustanke. Log. Ulu. Banne. Me. Mahir. Hai
₹17 टिकट की वसूली करने के लिए, बिना पूरा जांच किए। यह पुल को चालू किया गया और डीएम अधिकारी इसमें कोई भी आदेश नहीं किए थे। जिससे यह घटनाएं हुई और जिसमें महिलाएं बच्चे और बूढ़े सहित 141 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। घड़ी बनाने वाली कंपनी को यहां पर मरम्मत का कार्य दिया गया था। जिस कंपनी को कार्य का अनुभव था ही नहीं, उस कंपनी को यहां पर टेंडर दिया गया था। जो ब्रिज का तार होता है। उसका Tensile Strength Test होता है इससे यह पता चल जाता है, कि वह जो तार है जो वायर है वह कितना Load को सहन कर सकता है, ना कि हाथ से हिलाने से पुल गिर जाएगा , यहां पर ओवरलोड किया गया है जो भी घूमने आए हैं उस जनता का, इसलिए पुल गिरा है ना कि हाथ से हिलाने से इस घटना की सारी जिम्मेदारी उस नेताओं की है जिसके माध्यम से उस कंपनी को टेंडर मिला था। अब जिसकी सत्ता गुजरात में है, ए सिंपल सा फंडा है उस के माध्यम से ही उस कंपनी को टेंडर मिला होगा और टेंडर कंपनी को मिला, उसके बदले में नेताओं को चंदा देना पड़ा होगा, यह सब जानते हैं और यही होता है ,और इसी माध्यम से ही टेंडर मिलता है बिना पैसा दिए टेंडर नहीं किसी को मिलता है पूरी जिम्मेदारी वहां की सरकार की है जो गुजरात में सरकार है बीजेपी की उसकी। इसी तरह से बंगाल में भी घटना हुई थी तो बंगाल में जिसका सरकार था, यह उसकी जिम्मेदारी थी।
₹17 टिकट की वसूली करने के लिए, बिना पूरा जांच किए। यह पुल को चालू किया गया और डीएम अधिकारी इसमें कोई भी आदेश नहीं किए थे। जिससे यह घटनाएं हुई और जिसमें महिलाएं बच्चे और बूढ़े सहित 141 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। घड़ी बनाने वाली कंपनी को यहां पर मरम्मत का कार्य दिया गया था। जिस कंपनी को कार्य का अनुभव था ही नहीं, उस कंपनी को यहां पर टेंडर दिया गया था। जो ब्रिज का तार होता है। उसका Tensile Strength Test होता है इससे यह पता चल जाता है, कि वह जो तार है जो वायर है वह कितना Load को सहन कर सकता है, ना कि हाथ से हिलाने से पुल गिर जाएगा , यहां पर ओवरलोड किया गया है जो भी घूमने आए हैं उस जनता का, इसलिए पुल गिरा है ना कि हाथ से हिलाने से इस घटना की सारी जिम्मेदारी उस नेताओं की है जिसके माध्यम से उस कंपनी को टेंडर मिला था। अब जिसकी सत्ता गुजरात में है, ए सिंपल सा फंडा है उस के माध्यम से ही उस कंपनी को टेंडर मिला होगा और टेंडर कंपनी को मिला, उसके बदले में नेताओं को चंदा देना पड़ा होगा, यह सब जानते हैं और यही होता है ,और इसी माध्यम से ही टेंडर मिलता है बिना पैसा दिए टेंडर नहीं किसी को मिलता है पूरी जिम्मेदारी वहां की सरकार की है जो गुजरात में सरकार है बीजेपी की उसकी। इसी तरह से बंगाल में भी घटना हुई थी तो बंगाल में जिसका सरकार था, यह उसकी जिम्मेदारी थी।
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