आप सभी को सादर नमस्ते॥ मै अंजलि आर्या (वैदिक भजनोपदेशक) आप सभी का अपने इस चैनल पर स्वागत करती है। मेरा प्रयास है की मै अपने सभी कार्यक्रम इस चैनल पर प्रसारित करूँ। जिससे वेदों के प्रचार का कार्य और तेजी से फैले। आप सभी से आशा करती हूँ की अधिक से अधिक इस चैनल को Subscribe करें। संपर्क सूत्र:- +91 8708182446
संत रामपाल जी महाराज वर्तमान समय में पूरी जानकारी पर एकमात्र तत्वदर्शी संत हैं जो गीता वेद के अनुसार भक्ति बता रहे हैं, संत रामपाल जी महाराज जी पर जितने भी आरोप लगे हैं सब मे बाइज्जत बरी हो चुके हैं सिर्फ 1,2 केस जो न्यायालय में विचाराधीन है ।
अभी कोई भी मेसेज नही आया है । के राम भद्राचार्य माफी मांग ने के लिए। या सासत्रार्थ करने ने के लिए तैयार हुए या नहीं ऊने आना ही पड़ेगा जवाब देना ही पड़ेगा।
श्री रामभद्राचार्य ने आर्य समाज के जिस विद्वान को इंगित करके स्वामी दयानंद जी पर टिप्पणी की थी उस विद्वान ने क्या प्रतिकार किया था ? सुना है कि वह विद्वान आर्य समाज की संस्थाओं द्वारा पालित और पोषित रहा है। आर्य समाज की कृपा से बड़े बड़े पदों पर भी बैठा रहा। आर्य समाज ने क्या उसके विरोध में कोई कदम उठाया है या नहीं उठाया है अभी तक? कृपया जानकारी दीजिएगा। आर्य समाज के लोगों को ऐसे व्यक्ति का सार्वजनिक बहिष्कार करना चाहिए जो स्वामी दयानंद जी की निंदा सुनता रहा और खींसे निपोरता रहा । गुरु का अपमान सुनना और सहना विनम्रता और धैर्य नहीं होता।
Hindu mandir me our baba ke darbar me hindu bhut paisa sona. Chandi jamin chrate hai. Aadar bhi paisa bhj rajnitibhi. Islie bababante hai. Kam lagat me achha dhandha.
दयानन्द सरस्वती कौन था ये तो पता नहीं रामायण महाभारत वेद व्यास जी द्वारा रचित हैं और वेद से पृथक नहीं हैं श्रुति स्मृति पुराणानाम् आलयम करुडालायम् --- ये सभी धर्म ग्रंथ हैं और सदैव रहैंगे
ज्ञान अर्जित करना एक पृथक बात है किन्तु "विद्या ददाति विनयम्" पर आचरण करना पृथक! विद्यावान व्यक्ति कभी अहंकारी नहीं हो सकता किन्तु यहां जगद्गुरु जी का अहंकार तो चरम पर है।