हम और हमारी आगामी पीढ़ी पुस्तकों को छोड़कर मोबाइल की तरफ जा रहे हैं, आने वाले समय मे लोगों के पास पुस्तक पढ़ने के लिये समय नहीं होगा। ऐसे में धर्म और देश के लिये बलिदान हुये ज्ञात अज्ञात महापुरूषों, हमारे देव,हमारे आराध्यों, सनातन संस्कृति पर आधारित कविताओं का एक स्थान पर डिजिटल संकलन करना हमारा लक्ष्य है।
जब हमारी पुण्यभूमि आर्यावर्त पर विदेशीयों का आक्रमण अपने चरम पर आया और अगणित बलिदानों के पश्चात भी धर्म की रक्षा कठिन लग रही थी,तब सरस्वती के साधकों ने भक्तिकाल का अकूत साहित्य रच डाला ताकि भविष्य में धर्म जीवित रहे। कवियों का इतिहास में अतुलनीय योगदान है। आज हमारा भारतवर्ष पुनः राष्ट्रद्रोहियों के दंश सह रहा है, अतः आज हमारा कर्तव्य है कि हम धर्म के संस्कार युवा पीढ़ी और वर्तमान समाज को दें। इस उद्देश्य से हम 375 राष्ट्रवादी कविताओं का डिजिटल संकलन तैयार कर रहे हैं। कृपया हमारा चैनल सब्सक्राइब कर लें और वीडियो को शेयर करते रहें |