20:39 Man Kunto Maula fa hazaa Ali-un Maula 20:54 Da ra dil da ra dil dar dani 21:20 Hum tum tanana tana na na re 22:32 Ya lali ya lali yala ya la re yala yala yala yala yalala re Man Kunto Maula fa hazaa Ali-un Maula (Amir Khusrow)
भाई हमसर, मैं आप की आवाज में "छाप तिलक" सुना है और आज "मन कुनतो भी सुना। मैं तबला बजाता हूं और मेरे हजरत खुसरो और ख्वाजा हजरत निजाम, और ख्वाजा गरीब नवाज का ना सिर्फ एहतराम करता हूं, बल्कि इनसांस और सारे पीरो मुर्शीद से इश्क ओ मुहाबत भी करता हूं। रही बात खुदा की .......... अन्न का मुख्य खोउम्फ नही , मेरा मुहब्बत का सिलसिला खुदा से हो कर हजरत मुहम्मद और हजरत अली से होते हुए इन सारे पर ओ मुर्शद पर खत्म होता है। आप के गाइड हुए "मन कुनतो" में दो नए शेर सुना। वो दोनो नए शेर और आप का गाना बहुत बहुत बहुत अछा लगा। मैं और मेरा एक जी रोम झूम गया ।