अटपटी बात करने से क्या होगा परम सत्ता संसार में मौजूद हैं उसे पहचानिये।एक दिन मर जायेंगे और लोग गाली देंगे। अपने आप को विद्वान और सबको पागल समझना बंद कर दिजिये। अलग तरह का स्टंट कर रहे हैं आप।
📢..सवामी जी,🙏आप जी की कथा का तो कोई भी मोल नहीँ लगा सकता जी,बहुत अद्भुत है जी,💯/सही है जी….परँतू आपजी से, एक छोटा सा निवेदन है जी, अगर आप जी की कथा को सुनकर, जैसे आप जी ने कहा कि आप बिना कुछ सोचे समझे आप जी किसी पर भी,विश्वास करके आप अंधं भकत या अंध श्रधालू मत बनिए जी,और आप हर इक मैन पुआईंट पर विचार किया किजिए जी,तो फिर अगर हम आपके कहे अनुसार, हम इस फार्मुले के अनुसार आप से ही एक बात पर हम विचार करें जी,कि आप जी ने ही जो इस कथा में बोला है जी,कि जो आदमी अपने मुख से लोगों को तो कहे कि आप ये करो वो करो और खुद वह काम नां करें जी, तो कबीर जी कहते हैं जी, कि वह तो मेरा नाति है जी,मतलव मेरे नांना जी के घर के सदस्य की तरहां है जी,मतलव मेरे अपनों और खास से दूर है जी,तो फिर आप जी अब यह बताओ जी, कि आप जी जो,हमारे सभी,मानवता के प्राणिओं के प्रिय पूजनिक महानपुरूष कबीर जी को, और उनकी बाणी की कथा को तो बहुत ही बढ़िया अर्थों से बोलते हो जी,यहाँ तक तो बात सही है जी, बहुत बहुत बहुत ही बढ़िया है जी,आप जी को और कबीर जी के ग्रंथों को पढ़कर और विचार कर कथा करने वाले सभी,कथावाचक महान पुरूषों को मेरी ओर से कोटि कोटि बार,धरती पर लँबे लेट कर डंडौत वँदनां है जी,और अब हम आपजी से बस एक छोटी सी ही बेनती करके, बस एक बात ही पूछते हैं जी, वो यह है जी, कि आप जी बहुत ही विस्तार से कबीर जी की, कथा बोल बोल कर वंयाखया तो बहुत सुंदर करते है जी,और जैसे आपने खुद ने ही इस कथा में बोला है जी, कि हम जो बोलते हैं,उसको देखो कि ये कैसे वाला कथावाचक,इस बात को, खुद की बोली हुई बातों को करता है भी, या नहीं जी,तो आप जी अब ये बताइए जी,कि जिनकी आपजी कथा बोल रहे हैं जी,कि वह महानपुरूष जी,आपकी तरह, अपनी दांढी और मूछे मुडवाते थे या नहीं मुंडवाते थे जी,आपके पीछे जो कबीर जी की फोटो लगी हुई है जी, वहां पर तो उनके कितनी कितनी बड़ी बड़ी मूंछ दांडी हैं जी,और कितनी सुंदर लगती हैं जी,और जिआदा तर बहुत गिनती के कथावाचको के मूंछ दांडी ज़िआदा तर मुंडवाई ही होती है जी,और आप जी ने भी तो बिल्कुल ही मुंडवा रखी हैं जी,तो फिर कथनीं और करनीं में फर्क हुआ या नहीं जी,या फिर हमारी आंखें ही धोखा खा रही है जी,इसलिए आप जी सबसे पैहले,आपजी दूसरे कथा वाचकों को भी प्रेरित करिए जी,और सबसे फैसले आप इस महान कार्य को करने की,शुरूआत करिए जी,और आपजी दूसरे कथा वाचकों को भी इस शुभ कार्य को सिरे चढ़ाने के लिए पूरी जुमेंवारी से कहिए जी, धन्यवाद जी,🙏