फैल रहे चांदीपुरा वायरस से मां पिता रहें सावधान। क्योंकि चांदीपुरा वायरस से हो रही बच्चों की मौत। फिलहाल ये वायरस गुजरात और राजस्थान में रिपोर्ट हुई है। दर्जनों रिपोर्ट हुए मामलों में कुछ बच्चों की मौत भी हुई है। ये बीमारी खासकर शून्य से 10 साल के बच्चों में होती है जिनकी इम्यूनिटी वीक हो। Sandfly यानी बालू मक्खी और एडीज यानी टाइगर mosquito से बच्चों में दाखिल होकर दिमाग पर असर करती है जिससे मौत की आशंका बढ़ जाती है।
महाराष्ट्र के चांदीपुरा इलाके से पहली बार रिपोर्ट हुई इस बीमारी का नाम वहीं के चांदीपुरा के नाम पर पद गया। 60 के दशक में पहली बार ये बीमारी रिपोर्ट हुई थी।
लक्षण : तेज़ बुखार, झटके आना, बेहोशी होना अहम लक्षणों में से अहम है।
जब बच्चे को बेहोशी आए तो जबरन पानी न पिलाएं। सीधा बिल्कुल न लिटाएं..करवट लेकर लेटना सही है। जबरन पानी पिलाने से आशंका रहती है कि खाने की नली में न जाकर पानी सांस की नली में चली जाए। सर नीचे हो और पैर के नीचे तकिया हो ताकि ब्लड की सप्लाई दिमाग तक होती रहे। डॉक्टर के पास जाना जरूरी है, पर जब तक डॉक्टर के पास लेकर जा रहे हों तो ये सुझाए गए कुछ उपाय अपनाएं।
चांदीपुरा वायरस एक vectorborne डिजीज है। ये एक से दूसरे बच्चे में नहीं फैलती बल्कि मच्छर और बालू मक्खी के जरिए ही ये जूनोटिक डिजीज शरीर में दाखिल होती है।
ध्यान क्या दें :
Cow dunk वाली जगह से बच्चों को दूर रखें क्योंकि sandfly इसी जगह पर डेवलप होती है। और aedes mosquito को लेकर पानी की साफ सफाई रखना और साथ ही बच्चों को इस सीजन में एस कपड़े पहनाना जिससे मच्छर न काटे। यही नहीं सोते वक्त मच्छरदानी का इस्तेमाल जरूर करें।
इसका नाम चांदीपुर वायरस क्यों?
1965 में पहली बार महाराष्ट्र के नागपुर के पास चांदीपुर में इसका केस पाया गया था उसी की वजह से इस वायरस का नाम चांदीपुर पड़ा।इस वायरस को साल 2004 से 2006 और 2019 में आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात में रिपोर्ट किया गया।2007 में आंध्र प्रदेश में भी केस रिपोर्ट दर्ज किए गए इसके केसेस समय-समय पर आते रहे हैं।
कहां कहां फैला यह वायरस?
गुजरात में अपने पांव पसारने के बाद चांदीपुर वायरस ने महाराष्ट, राजस्थान और मध्यप्रदेश के बच्चों को अपनी चपेट में ले लिया है। सभी बच्चों के खून के सैंपल पुणे की राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (National Institute of Virology for confirmation -NIV) भेजे गए हैं। गुजरात के साबरकांठा, अरवल्ली, महिसागर और राजकोट में इसके मामले सामने आए हैं।गुजरात के स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि जहां चांदीपुर वायरस के फैलाव सामने आया है वहां अब तक 8600 लोगो की स्क्रीनिंग की जा चुकी है। यहां पूरे इलाके को 26 जोन में बांटा गया है।
चांदीपुर वायरस के फैलाव वाले जिलों में सर्विलांस
सूत्रों के मुताबिक गुजरात के जिन इलाकों में वायरस के संक्रमण की सूचना मिल रही है वहां तेजी से सर्विलांस को बढा दिया है। इसके साथ ही सोशल मीडिया और दूसरे माध्यमों से एडवाइजरी भी जारी की जा रही है। इन इलाकों में यदि कोई सस्पेक्ट आ रहा है तो उसे प्राथमिकता के आधार पर ट्रीट किया जाए।
5 сен 2024