@@sundeutsch अच्छा??? तुम किसकी रचना हो?? है जवाब?? नही है तो शास्त्र पढ़ो, वेद पढ़ो, बस यही ज्ञान न होने के कारण तुम लोग उल्टे सीधे प्रश्न पूछते हो, और हम अज्ञानियों को उत्तर देते देते थक जाते है, इसलिए उत्तर देना बंद कर दिया और बस ये बोलते है की बस कम से कम एक बार वैदिक हिंदू सनातन धर्म का ज्ञान ले लो, आगे से प्रश्न पूछने नही उत्तर देने लायक बनोगे। जय श्री राम वेद, शास्त्र पढ़ के कुछ सीखने को ही मिले, कुछ खोवोगै नही
@@alienx643 structure matlab kya hota hai? Kaisa structure dikhta hai aapko universe mein aur universe ki cheejo mein? You will find all the structures. Structure of the planets are made by by gravity and of the table by carpenter
हमने भी सुनी है कि हमारे धर्म ग्रंथ में लिखा है कि धरती को शेषनाग,अपने सिर पर उठा रखा है।और जैसे ही अपने सिर के गुड़री को बदलता है,तब धरती हिलती है।पर ऐसी बातें बचपन से ही हमें असम्भव सी प्रतीत होती थी।जो आगे चलकर पाठशाला में प्रवेश लिए,और जैसे जैसे प्राथमिक शिक्षा उत्तीर्ण कर, छठवीं में प्रवेश हुए, विज्ञान और भूगोल की बारीकियां पढ़ते गये, आइना साफ होता गया।और वास्तविकत तथ्य सामने आते गया।अब केवल पहले की बहुत सारी बातें कहानी के अलावा कुछ नहीं लगता। आपका बहुत बहुत धन्यवाद जो इतना मेहनत करके विज्ञान और वैज्ञानिकों के शोध और उसके द्वारा पृथ्वी और सौरमंडल के सम्बन्ध में किए जा रहे शोध परक तथ्यों को हम सबके लिए लाते हैं। और नई नई जानकारी की अपेक्षा के साथ आपके मेहनत को साधुवाद।। यशवन्त सतनामी लोकगायक रायपुर छत्तीसगढ़।।
हमने बचपन में कहानी सुनी थी की धरती हमारी माता है और धरती माता को शेषनाग जी अपने सर के ऊपर धारण किए हुए हैं इसलिए हम लोगों को यह संस्कार दिया गया था जब भी आप सुबह उठो तो सबसे पहले धरती माता के चरण स्पर्श करो
पृथ्वी सूर्य का चक्कर लगाती है यह सबसे पहले किसने बताया ? सबसे पहले भारत के ऐतरेय ब्राह्मण ऋग्वेद की एक शाखा में बताया गाया था। उस के बाद निकोलस कोपरनिकस ने बताया। दूसरे देश के वैज्ञानिको से पहले भारत के वैज्ञानिक हर एक चीज़ खोज और भारतीय वेदों में लिख चुके हैं ❤❤❤ गर्व से कहो हम हिंदू है❤❤❤
अच्छा ऐसी बात जिस दिन पृथ्वी खत्म होने वाली होगी और लोग दूसरे ग्रह पर विज्ञान की मदद से जा रहे होंगे तब तू विज्ञान का सहारा मत लेना तू अपने भगवान का सहारा लेना देखते हैं तुझ को भगवान दूसरे ग्रह पर पहुँचा देगा मुझ को नही लगता है तेरे भगवान तुझ दूसरे ग्रह पर भेज सकते हैं यह जो जिस मोबाइल से अपना ज्ञान दे रहा है वो भी विज्ञान की देन है ना कि भगवान की देन है अगर भगवान पर इतना ही भरोसा है तब मोबाइल को भगवान से मांग लेता तब क्यों विज्ञान का सहारा लिया बात करता है भगवान की लेकिन सहारा लेता है विज्ञान का
अच्छा तुझ को लगता है कुछ ज्यादा ही ज्ञान है जो काल्पनिक है उस को भगवान मानते हो जो हकीकत में है उस को दुश्मन मानते हो वहा क्या बात है जो कभी दिखाई नही दिया वो भगवान और जो दिखाई दिया वो दुश्मन जैसे एक इंसान दूसरे इंसान को देख सकता है लेकिन वो एक दूसरे के ही दुश्मन हैं लेकिन जो कभी दिखाई नही दिया वो भगवान
@@Harishganwgar और जो तुझ जैसी बकवास की वो शैतान😆😆😆😂😂😆😌😂🤣 शैतान के मूत तेरे जैसे ही जाएंगे नर्क में दोजक तुझ जैसों के लिए ही बनी है नीच जो जानते ही नहीं के असल परमात्मा है कौन
बहुत ही महत्वपूर्ण रहस्यमई जानकारी प्राप्त हुई सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि आकाशगंगा में सूर्य ही ऊर्जावान है जिसके बल के मतलब गुरुत्वाकर्षण के कारण हर ग्रह अपने नियत स्थान पर घूमते हैं कथा सूर्य की परिक्रमा करते हैं पृथ्वी भी उनमें से एक ग्रह है जो अपने किले पर 24 घंटे में घूम कर दिन रात बनती है सट्टा 365 दिन में पृथ्वी का एक चक्कर पूरा करती जिसे हम 1 वर्ष के रूप में आंका जाता है बहुत बहुत शुक्रिया बधाई धन्यवाद
कोई भगवान नही होता है अगर भगवान होता तब पृथ्वी पर कोई बटवारा नही होता जो पूरी पृथ्वी पर सीमा बनाकर हुआ जैसे देश की सीमा जिला की सीमा तहसील की सीमा ब्लॉक की सीमा अगर भगवान सच मे होता तब यह सब कुछ नही होता और न ही कभी सीमा विवाद होता
@@lwithwsaboro5351 नाटक और फ़िल्म में भगवान को देख लिया तो तू यह सब सच समझने लगा अगर सच मे भगवान है तब एक बार अपने भगवान से मिल कर देख देखते हैं तेरे भगवान तुझ से मिलने के लिये आता है कि नही आता है बात करता है भगवान के होने की
Faaaaaaaaaadddddooo 🔥🔥🔥🔥🔥🔥🔥 आग लगा दी यूट्यूब के वर्ल्ड में, बस वीडियो के शुरू और आखिर में जय श्री राम, जय हिंदू राष्ट्र और बोल दो, और फिर देखो चमत्कार। जय श्री राम 🙏
1960 में कक्षा 7 में पढ़ता था। नागर साहब नये टीचर आये थे। हिन्दी पढ़ा रहे थे। कहने लगे: "यह पृथ्वी गाय के सींग पर टिकी है।" एक लड़के ने बड़े अचम्भे से पूछा: "मास्टर साहब! और गाय किस पर टिकी है?" तब मैं बोला: "मास्टर साहब के सर पर।" उसके बाद तो स्कूल के सारे बच्चे मास्टर साहब को देखते ही बुलंद आवाज़ से नारा लगाते: एक लड़का पुकारता "गाय किसके सर पर बैठी है?" दूसरे लड़के आवाज़ लगाते "मास्टर साहब के सर पर। " और मास्टर साहब एक ही महीने में स्कूल छोड़ कर चले गये।
पूरा ब्रह्मांड विष्णु भगवान का है शेषनाग पर पृथ्वी है शेषनाग ने पूरी पृथ्वी को अपने फन पर धारण किया हुआ है Jay Shri Vishnu bhagwan 🙏🙏🌹🌹 Jay Shri sheshnag 🙏🙏🌹🌹
Pata ni Kahan kahan se nikal aate hain ye namoone pehle apna hi gyan kar ki jalne ke baad bhi aag main hi jaoge hamesha ke kiye dojakh main saare kafir aag main Dale jayenge
@@sundeutschThere is only one God and Islam supports this statement and it's only the truth. Just research on religion and you will come to know this fact, I did it and embrace to Islam. Quran is the book for humankind so read it once.
18 क्योंकि परमात्मा जो आकाश का सृजनहार है, वही परमेश्वर है; उसी ने पृथ्वी को रचा और बनाया, उसी ने उसको स्थिर भी किया; उसने उसे सुनसान रहने के लिये नहीं परन्तु बसने के लिये उसे रचा है। वही यों कहता है, मैं परमेश्वर हूं, मेरे सिवा दूसरा और कोई नहीं है। यशायाह 45:18
जिसने बनाई है उसने सोच समझ कर रखी है... God... जनरेटर ऑपरेटर डिस्ट्ररोऐ। बनाने वाला... चलाने वाला... बर्बाद करने वाला...... सारा कुश मिट्टी से आखिरी में फिर मिट्टी में मिल जाता है....
Ja chala ja bhosdike gandu ja gand marwa le yahan gyan pelne aaya hain saala andhbhakto ko yogi modi ne aisa land diya ki saare un dono ke peeche pad gaye adua karke hi mane yahan gyan mat pel
Mera ek sawal hai sir aap ye bataye Ye surya prithvi ye jupitar ye sab grh aya kaha se ye kisi ne banaya hai ya apne se aa Gaya hai comment karke jarur bataye😮😮😮😮😮
पवित्र कबीर सागर में खुद कबीर परमेश्वर जी ने कहा है कि पृथ्वी को उस परमात्मा ने अपनी शक्ति से एक ब्रह्माण्ड के अंदर एक जगह पर हव्वा में हि टिका रखा है।
पहले यह सोचो कि यदि आध्यात्मिक शक्तियां ना होती विज्ञान में इतनी शक्ति होती तो हम कभी बूढ़े ना होते जो मर गया है उसको 5 मिनट के अंदर जिंदा कर दिया जाता धरती के गुरुत्वाकर्षण हमें अपनी ओर खींच ना पाती इसलिए सबको अलग-अलग कार्य परमपिता के द्वारा दिया गया है हम इतना बोझ उठा सकते हैं जितनी हमारी शक्ति है उसी प्रकार से विज्ञान की एक सीमा है अपने सीमा से ज्यादा उसमें भी बल नहीं है
to ye bhi bol de ki tera shiv jab tishri ankh kholega to prithvi nasht ho jayegi😂😂😂😂....mujhe to kabhi kabhi hanshi ati hai in brambhno per jisne ye sab banaya hai 😂😂
पवित्र बाईबल में हजारों साल पहले ही लिखा हुआ है अय्यूब 26:7 वह ( परमेश्वर पिता ) उत्तर दिशा को निराधार फैलाए रखता है , और बिना टेक पृथ्वी को लटकाए रखता है ।
पृथ्वी सूर्य का चक्कर नही लगाती पृथ्वी 1ही जगह हे पृथ्वी के चारो ओर राशी चक्र घुमता है ओर राशी मे सूर्य सहीत सब ग्रह अलग अलग गोचर करते है अभी तो सूर्य ने मीन राशी मे प्रवेश किया शनीने कुंभ राशी मे प्रवेश कीया कभी सुना है पृथ्वी ने कीसी राशी मे प्रवेश कीया है जरा जोतीष पंचांग वालो से चर्चा करो
कौन सी दुनिया में जी रहे हो भाई? हाईस्कूल पास तो होगे न? विज्ञान की पढ़ाई नही की क्या? उसी शंकराचार्य की बात कर रहे हो जिसका चेला बागेश्वर का समर्थन कर रहा है? आपलोग जबतक सनातनी पाखंड को समझोगे नहीं तबतक उससे मुक्ति कैसे मिलेगी?
धरती को शेषनाग के फन पर टिकी है लेकिन उसको देखने के लिए आपको विष्णु जी की पूजा पाठ करके उनके माध्यम से देखा जा सकता है और तो ब्रहम्म ज्ञान होना आवशवक है यही है सनातन धर्म का पॉवर
भाई आसमान का निरीक्षन कीया करो ओर पंचाग देखा करो केसे सब ग्रह गोचर करते है आप तो हर साल सुनते है की 14 जनवरी को सूर्य मकर राशी मे प्रवेश करता है हर 1महिने मे सूर्य राशी बदलता है ओर पंचांग पढा करो किस राशी का किस टाईम मे उदय होता है वेसे ही सब ग्रह अलग अलग महिने मे राशी परीवर्तन करते है पृथ्वी का तो राशी परीवर्तन नही सूना कभी
वैदिक सूक्त है आकृष्यति इति कृष्ण यानी समस्त ब्रह्माण्ड की आकर्षण शक्ति कृष्ण ही है यानी मूल केंद्र श्री कृष्ण ही है श्री कृष्ण ने कहा है की सृष्टि मुझ से उत्पन्न हुई मैं ही प्रतिपालक हु v मुझ में ही विलीन होगी। ॐ जय सनातन श्री मद भागवत v गीता १५/५ यहां विलीन अक्षर का उल्लेख है नष्ट नही। यानी द्रव्य अविनाशी है। ॐ नमः पृथ्वी अकृष्ण प्रतिकर्षण के बल से अपने कक्ष में गति शील है ब्रह्माण्ड पुराण में सभी वर्णित है जय हो