हमारे हिंदुओं की थोड़ी सी अज्ञानता से हमने इस जहरीली कांग्रेस पर आंख बंद करके विश्वास कर लिया जिसका इस नेहरू गांधी परिवार ने फायदा उठाया है ,श्री मान जी
आज के युवा पीढ़ी को सोचना चाहिए कांग्रेस किस तरह की पार्टी है कुछ बुढे आज भी कांग्रेश का झंडा ढोने पर गर्व महसूस करते हैं कांग्रेस मुक्त भारत होगा तभी देश मे तरक्की होगी प्रदीप सर को नमस्कार
एक Secret, शायद किसीने सोचा नही होगा. जिस तरह ब्रिटीश का आक्रोश दबाने के लिये कांग्रेस का निर्माण हुवा था। ठीक उसी तरह "कांग्रेस का आक्रोश दबाने के लिये" आम-आदमी-पार्टी को, योजना बनाकर (toolkit से) निर्मित किया गया है। लेकिन bjp के होने से उनका प्रयास उतना सफल हुवा नही। लेकिन आगे ऐंसे कई toolkit और आ सकते है।
सनसनीखेज खुलासा जिसे कम ही लोग जानते होने।। इतिहास को किस तोड़ा मरोड़ा गया है इससे स्पष्ट होता है। आपने बहुत अच्छा विषय उठाकर बिल्कुल सटीक और बेबाक विश्लेषण किया है। 🇮🇳🇮🇳👍👍
जिस समय सोशल मिडिया का दूर दूर तक पता नहीं था उस समय गाँधी कुछ समय के अंदर ही पूरे देश में छा जान, एक साजिश के तहत ही हुआ, जिससे की भारत वर्ष की लूट से ध्यान हटाया जा सके
प्रदिपसिंहजी आपके अभ्यासपूर्वक विश्लेषण को और आपकी मेहनत को प्रणाम .देश को ऐसे ही पत्रकारीता की जरुरत है .मालूम नही पर कितने भारतीय इससे प्रेरीत होंगे जागृत होंगे . काग्रेस हमेशा इतिहास को दबाती रही उस वक्त परिस्थितियों को देखकर यह अंदाज लगाया जाता है कि अक्षिक्षताका प्रमाण जादा रहा होगा या जो शिक्षित होंगे उनपर अंग्रेजी प्रभाव को आगे रखा होगा इसलिए गांधीजी के हर निर्णय को सर आखो पर रखा .अक्षिक्षती लोग ज्यादा तर विश्वासपर चलते है .सावरकर,नेताजी गांधी की अहिंसा नीती से खुष नही थे .इसलिए दूर चले गये .
मोहन दास कर्म चंद गांधी को बिना बात के महात्मा बनाया गया गांधी का भारत की स्वतंत्रता में गांधी का योगदान मिनिमल था यह कथन बंगाल के तत्कालीन अंग्रेज अधिकारी का था सच क्या था तो उस अंग्रेज अधिकारी ने बताया की अंग्रेजो को सबसे बड़ा डर नेताजी सुभाषचंद्र बोस का था
नेल्सन मंडेला का एक भाषण हुआ था दक्षिण अफ्रीका में एक फिल्म फेस्टिवल हुआ था शायद ९९-२००० साल में वहां उन्होंने कहा था "यु सेन्ट अस् मोहनदास करमचंद गांधी एन्ड वुई रिटर्न यु महात्मा गांधी "देश की नहीं दक्षिण अफ्रीका की सेवा करके वो महात्मा बने ऐसा सिधा मतलब है।उस कार्यक्रम को भारत के बहुत से मनोरंजन वाले टीवी चैनल ने टेलीकास्ट किया था। सिनेमा प्रेमी लोगों को वह साल एक्झैक्ट कौन-सा था यह याद होगा।
मै इस बात से पूर्णतः सहमत हूँ यह अंग्रजो के द्वारा बनाई गईं कांग्रेस है. तत्कालीन लोगो को गुमराह कर इसके माध्यम से देश पर राज करना था अंग्रजो का राज्य ख़त्म हुआ है तो कांग्रेस के कारण नहीं लेकिन नेताजी जैसे बलिदानी नेताओं के कारण हुई है न की गाँधीजी के कारण.
कांग्रेस ना होती तो भारत को आजादी 1920 में ही मिल जाती और भारत विभाजित नही होता। म्मांमार, बांग्लादेश, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव, तिब्बत भी आज भारत होता।
भारतीयो को मानसिक गुलाम बनाने के लिये अंग्रेजो ने काँगेस की स्थापना की. इसिलिये काँग्रेस और उस्से गठबंधन करने वाली बाकी परिवारवादी पार्टीयो के समर्थको को लोग गुलाम केहते है😂😂😅😅😅
देश की जनता को जागरूक करने के लिए बहुत बहुत...साधुवाद। गांधी जी के मना करने के बाद भी नेहरू जी ने देश की सत्ता पाने के लिए कांग्रेस पार्टी को जीवित रखा....वैसे ही....अन्ना हजारे जी के मना करने के बाद भी केजरीवाल ने दिल्ली की सत्ता पाने के लिए पार्टी को बनाया और जीवित रखने का प्रयास किया...
जरा सोचिए कि सावरकर जैसी सजा कितने आजाद भारत के सत्ता भोगी कांग्रेस नेताओं को हुई। गांधी,नेहरू ,मौलाना आदि कितने लोगों को कालापानी की सजा मिली ? नहीं मिली तो क्यों?कृपया अपने विवेक का प्रयोग करें तथा सत्ता के लिए चालाकियों को समझें 🙏
ये बात सत्य है कि कांग्रेस ने आजादी की लड़ाई कभी नहीं लड़ी थी l वों सिर्फ साल में एक अधिवेशन करके अंग्रेजो से कुछ कुछ सुविधाएं मांगती रहीं थीं l पूर्ण स्वराज की मांग भी 1930 में मांगी l
Congress party was a creation of British government for their self interest and to prolong their rule in India It was not formed for achieving India's independence. India achieved independence due to the sacrifice made by a large number of brave fighters and radical nationalist thinkers. But history was distorted to give credit to Congress. It divided India for the sake of power for their own leaders who gave lots of misery to the people. The legacy still continues.
एक Secret, शायद किसीने सोचा नही होगा. जिस तरह ब्रिटीश का आक्रोश दबाने के लिये कांग्रेस का निर्माण हुवा था। ठीक उसी तरह "कांग्रेस का आक्रोश दबाने के लिये" आम-आदमी-पार्टी को सोच समझकर (toolkit से) निर्मित किया गया है। लेकिन bjp के होने से उनका प्रयास उतना सफल हुवा नही। लेकिन आगे ऐंसे कई toolkit और आ सकते है।
@@AzharKazAZADI ki LADAAI ladee thee RANI JHANSI TANTAYA TOPE LALA LAJPAT RAI SHAHEED BHAGAT SINGH RAJGURU SUKHDEV VEER SAVARKAR SUBHASH CHANDER BOSE etc LAKIN EK SAAZISH kai tahat BEKAAR kai GANDHI/NEHRU/CONGRESS ko AZAADI ki LADAAI ka HERO banaa diyaa tha JAI HIND
दिल से थैंक यू सर जी, 1001% परम सत्य है.. कि उग्र लोगों से खुद को बचाये रखते हुए सह सम्मान भारत से विदाई हेतु कांग्रेस की और अहिंसक सत्याग्रह आंदोलन की शुरुवात उन्ही जिन्ना नेहरू अम्बेडकर और गाँधी से करवाई जिनकी शिक्षा दीक्षा ब्रीटेन इंग्लैंड से हुई थी.. भगत आजाद सुभाष राजगुरु मंगल पांडेय इत्यादि के अलावा सारे आंदोलन अंग्रेजो को उग्र लोगों से बचाये रखने हेतु ही था.. अन्यथा क्या कारण था कांग्रेस और गाँधी उग्र भारतीयों का समर्थन नहीं कर रहे थे.. उनका केश नहीं लड़ रहे थे.. जबकि अंग्रेज उग्र लोगों से ही कापते थे.. ख़ूनी अंग्रेज हिंसक अंग्रेज.. अहिंसक आंदोलन से कभी भी भारत नहीं छोड़ते.. अगर कुछ उग्र हिंसक भारतीय जान की बाजी लगाकर अंग्रेजो के छक्के ना छुड़ाए होते..
एक Secret, शायद किसीने सोचा नही होगा. जिस तरह ब्रिटीश का आक्रोश दबाने के लिये कांग्रेस का निर्माण हुवा था। ठीक उसी तरह "कांग्रेस का आक्रोश दबाने के लिये" आम-आदमी-पार्टी को, योजना बनाकर (toolkit से) निर्मित किया गया है। लेकिन bjp के होने से उनका प्रयास उतना सफल हुवा नही। लेकिन आगे ऐंसे कई toolkit और आ सकते है।
क्या गांधी जी के पहले भारत का कोई अस्तित्व नहीं था ???? मानव सभ्यता की शुरुआत से ही भारत का अस्तित्व था, गांधी जैसे हजारों "बापू" आते जाते रहेंगे, लेकिन भारत का अस्तित्व था, है और बना रहेगा। गांधी जी को 'बापू और महात्मा" कहे जाने पर मुझे घोर आपत्ति है। नाथूराम गोडसे को हत्यारा कहा जाना भी आपत्तिजनक है। गोडसे जी के लिए श्रद्धा सूचक शब्द का प्रयोग होना चाहिए। यही गोडसे जी के प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
*सन् 1885 ई में अंग्रेजों ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के बीच एक वफर दीवाल के रूप में तत्कालिन इटावा के अंग्रेज कलेक्टर ऐलेन ओक्टोवियो ह्यूम ने स्थापित किया था ताकि भारतीय स्वतंत्रता सेनानी को रोक सके।।*
आज देश की जनता को यह भी जानने का हक़ है कि गांधी का कौन सा आंदोलन सफल रहा। भारत आगमन के बाद रातों रात गांधी कैसे कांग्रेस का सर्वमान्य नेता बन गया? ब्रिटिश शासन का सबसे बड़ा तथाकथित व्यक्ति उसी शासन से सब सुविधाएं भी पाता रहा। क्या विरोधाभास है।
बिलकूल सही,जितना आजादी के ईतिहास में जागे उतना ज्यादा जान जागे,और इसके नेताओं की मानसिकता और करणी का अभ्यास करोगे,उतना राजकारण समझ में आयेगा, उद्देश ही अलग था, आप ने सही कहा,
एक्स मुस्लिम मूवमेंट को सपोर्ट करो।#exmuslimzafarheretik #exmuslimsahilofficialbackupchanel जो कार्य महाराणा प्रताप,शिवाजी,भामाशाहनहीं कर पाए वह इस्लामी लंका के विभीषण एक्स मुस्लिम कर रहे हैं कुरान का ही तर्जुमा दिखा रोज सैकड़ो मुसलमानों की आखे खोल रहे हैं, वह लोग अपनी पूरी जिंदगी दांव पर लगाकर क्रांति ला रहे हैं क्या हम उनको सपोर्ट भी नहीं कर सकते?
एक Secret, शायद किसीने सोचा नही होगा. जिस तरह ब्रिटीश का आक्रोश दबाने के लिये कांग्रेस का निर्माण हुवा था। ठीक उसी तरह "कांग्रेस का आक्रोश दबाने के लिये" आम-आदमी-पार्टी को, योजना बनाकर (toolkit से) निर्मित किया गया है। लेकिन bjp के होने से उनका प्रयास उतना सफल हुवा नही। लेकिन आगे ऐंसे कई toolkit और आ सकते है।
गांधी के परिवार ने तो शायद उतना लाभ नहीं लिया हो,हाँ उस अंग्रेज परस्त व्यक्ति को देश का पिता अवश्य घोषित कर दिया गया ।वाणी और कर्म में अंतर के ऐसे उदाहरण दुर्लभ हैं।
Independence ke bad Nehru ji ka Congress party ke madhyam se 1/2 Muslims abadi ko Hindustan me rakh kar 1 Matra agenda bache huey shesh Bharat ko -Gajba-e-Hind ke dwara Muslim Country banana tha. Issi liye Congress ke dwara 1947 se le kar abhi tak pure ke pure Hindu virodhi Kanoon banaye gaye hai.
जैसी रिपोर्ट हुयुम के पास पहुँची वैसी ही रिपोर्ट अमित शाह की पास भी होगी वैसी ही विद्रोह की तैयारी विशेष समुदाय आज कर रहा है जिसका इलाज तुरंत तुरंत नहीं किया तो दूसरा ग़दर देखने को मिल सकता है
PRADEEP SIR ,हम् आप को रोज सुबह शाम सुनते है। आप देश के भले की बात करते है।जो पार्टी देश के भले की बात करती है।आप उनका support करते है। आप की नॉलेज बहुत ही अच्छी है। हम आप को पसंद करते है।आप हमे राये दे की आप की तरह हम देश के भले के लिए क्या करे। कृपया जरूर बताये। हम आप के जवाब का इंतजार कर रहे है।आप की जय हो
जब से होश संभाला है समय समय पर कांग्रेस के हिंदू विरोधी कारनामे पढ़ने को मिले है पर दुख की बात यह है की बीजेपी का भी कांग्रेसीकरण होता जा रहा है चाहे वह प्रादेशिक स्तर पर हो या राष्ट्रीय स्तर पर निजी स्वार्थ के लिए जो लोग कांग्रेस से बीजेपी मे आ रहे है वह कभी भी देश हित के लिए RSS और BJP का साथ देंगी ऐसी शंका बनी रहेगी
प्रदीप जी, सादर प्रणाम! वैसे तो मैं आपका नियमित दर्शक हु। आपके विचार और राष्ट्रवादी सोच से बहुत कुछ सीखने और समझने को मिलता हैं। ईश्वर आपको अच्छा स्वास्थ्य और ऊर्जा दे, कि हम जैसे एक साधारण भारतीय को राजनीति के गूढ़ रहस्यों कि जानकारी आपसे मिलती रहे। अपना ख्याल रखें.... जय हिन्द जय भारत
अंग्रेज़ जानते थे कि भारतवासियों के विरोध और विद्रोह को गलत दिशा में और विभाजन की ओंऱ भेजने के लिए ऐसे ही एक संगठन को बनाए रखना जरूरी है। और वो अपने इस प्रयास में सफल भी रहे।
प्रदीप जी,आपने अपने विश्लेषण में,इतिहास की छिपाई या गायब की गई अनेक घटनाओं को,कई बार सामने प्रस्तुत किया है,****आज के काल खंड में बहुत कम लोग,पत्रकारिता के माध्यम से सत्य सामने रखते हैं उनमें प्रमुख आप भी हैं।
मोदी जी मोदी सरकार को बिपछके गठबंधन में किस विचार धारा के लोग हैं समझ चुके आजादी में मेन किरदार को साइड में है हाथ जोड़ने से आजादी नहीं मिली देश के टुकड़े कर मिली है बगैर कठोर कदम के देश विरोधी ताकतोको खत्म करना मुश्किल है
प्रदीप जी हम बांग्लादेश के पत्रकार के लेखों और खुलासे पर आपके क्या विचार है और कांग्रेस की कोई प्रतिक्रिया नहीं सुनी क्या जो बोला जा रहा है वोट सत्य है
सही विवरण । जब भी आंदोलन जोर पकड़ने लगता था , गांधी कोई न कोई बहाना बना कर इसे बंद कर देता था। आजादी गांधी और कांग्रेस के कारण नहीं बल्कि अंग्रेज सरकार की राजनीतिक मजबूरियों के कारण मिली थी। काश वर्तमान सरकार सही इतिहास को सामने लाए ।
कांग्रेस का नाम सुनते ही उसके सारे कुकर्म आंखों के सामने आ जाता है, फिर खून खौलता है लेकिन वोट नहीं देने के अलावा और कुछ नहीं कर सकते यही दुःख रहता है।
शत् प्रतिशत सत्य अभी भी हमारे सारे नीतिगत संस्थान अंग्रेजों की उसी नीति के अनुसंगी है आप जैसे बुद्धि जीवी पत्रकार भी जाने अनजाने किसी न किषी रूप मे उस अंश से अछूते नहीं हे राम राज्य और मार्क्सवाद