#amavasya #amavasyakabkihai #amavasyathali #mavaskithali अमावस्या का सीधा कैसे निकालें | थाली में क्या रखे किससे और कब दान करें | Amavasya par kya daan kare
पितरों के निमित्त निकाला गया सीधा पंडित जी को ही दिया जाता है। तभी पितरों की तृप्ति होती है। आप साथ में किसी गरीब को भी भोजन करा सकते हैं। लेकिन पांडित को छोड़कर किसी और को भोजन देकर ये सोचना कि पितृ शांत होंगे बिलकुल गलत है। पंडित जी को देना इसलिए जरूरी है क्योंकि पंडित कर्म कांडी होता है। नियम धर्म को मानने वाला होता है। पितरों के भोग में शुद्धता बहुत आवश्यक है। तभी पितृ भोग स्वीकार करते हैं। यदि कोई पंडित या ब्राह्मण होकर भी मांसाहारी है तो उस पंडित को पितृ भोग नहीं देना चाहिए। कृपया वैदिक एवं शास्त्र विदित padatiyon में आधुनिक विचारधारा न जोड़े। हमारे पूर्वज जो नियम बना कर गए उन नियमों पर चलकर उन्होंने भारत को विश्वगुरु की ख्याति दिलवाई। लेकिन आज के युग में हम आधुनिक विचारो के जाल में अपने नियम धर्म पीछे छोड़ रहे हैं और यही कारण है हमारे पतन का
Tur dal bhi hoti hay our pandetji ko dege to pitru ko milega garib ko dene se pitru ko nahi milta our nav9 grah sant hota hay.garib ko dena hay dusra bhi dan kar sakte hay
Sahi baat hai piyro ka daan pt ji ko hi Dena chahiye garibo ko Dena ho to alag se khila de Pt ji ke paas bhi bahut Paisa nahin hota apne ghar se door rah kar shiksha grahan karte Hain aur pariva😅r se door rah kar hi Jan hit ke liye mandir mein Pooja archana karate hain
Kuch na hota Ye sab karne se pAndit se dene se acha kisi garib ko dena chaiye wo h dhram ka kam bhgwhan karamo se khus hota h kisi ki help Karna bukhe ko khana kilana Yhi dhram h❤❤❤
peepal ki puja ki jati pitr shanti k liye ye video dekhe आर्थिक तंगी दूर करे पीपल पूजा | अमावस्या के दिन कब ,कैसे करें पूजा | Peepal Puja Vidhi | Amavasya | ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-k33k31Dym-o.html
मंदिर के पंडित जी को तो वैसे ही बहुत दान दक्षिणा मिलती हैं किसी जरूर मंद को देंगे तो आपको दिल से आशीर्वाद देगा और निश्चित ही पूर्वजों की आत्मा भी प्रसन्न होगी. राधे राधे 🙏🙏
ye pitron ki thali hai manyata anusar brahmano k mukh s pitro tak pahuchta hai daan aap zarurat mand ko or kr dijiye par pitro ki thali pandit ji ko jati hai ab akshaya tritiya aa rahi h jitna b chahe utna gareebon ko daan kare mera kartavya hai sahi sampurn baat btana radhe radhe 🙏❤️
पितरों के निमित्त निकाला गया सीधा पंडित जी को ही दिया जाता है। तभी पितरों की तृप्ति होती है। आप साथ में किसी गरीब को भी भोजन करा सकते हैं। लेकिन पांडित को छोड़कर किसी और को भोजन देकर ये सोचना कि पितृ शांत होंगे बिलकुल गलत है। पंडित जी को देना इसलिए जरूरी है क्योंकि पंडित कर्म कांडी होता है। नियम धर्म को मानने वाला होता है। पितरों के भोग में शुद्धता बहुत आवश्यक है। तभी पितृ भोग स्वीकार करते हैं। यदि कोई पंडित या ब्राह्मण होकर भी मांसाहारी है तो उस पंडित को पितृ भोग नहीं देना चाहिए। कृपया वैदिक एवं शास्त्र विदित padatiyon में आधुनिक विचारधारा न जोड़े। हमारे पूर्वज जो नियम बना कर गए उन नियमों पर चलकर उन्होंने भारत को विश्वगुरु की ख्याति दिलवाई। लेकिन आज के युग में हम आधुनिक विचारो के जाल में अपने नियम धर्म पीछे छोड़ रहे हैं और यही कारण है हमारे पतन का
पितरों के निमित्त निकाला गया सीधा पंडित जी को ही दिया जाता है। तभी पितरों की तृप्ति होती है। आप साथ में किसी गरीब को भी भोजन करा सकते हैं। लेकिन पांडित को छोड़कर किसी और को भोजन देकर ये सोचना कि पितृ शांत होंगे बिलकुल गलत है। पंडित जी को देना इसलिए जरूरी है क्योंकि पंडित कर्म कांडी होता है। नियम धर्म को मानने वाला होता है। पितरों के भोग में शुद्धता बहुत आवश्यक है। तभी पितृ भोग स्वीकार करते हैं। यदि कोई पंडित या ब्राह्मण होकर भी मांसाहारी है तो उस पंडित को पितृ भोग नहीं देना चाहिए। कृपया वैदिक एवं शास्त्र विदित padatiyon में आधुनिक विचारधारा न जोड़े। हमारे पूर्वज जो नियम बना कर गए उन नियमों पर चलकर उन्होंने भारत को विश्वगुरु की ख्याति दिलवाई। लेकिन आज के युग में हम आधुनिक विचारो के जाल में अपने नियम धर्म पीछे छोड़ रहे हैं और यही कारण है हमारे पतन का
आपने ये बताया है क्या मुस्लिम ईसाई यो के पितर नही होते हमारे हिन्दुओ मै ये ढौग क्यो अगर हिन्दू धर्म परिवर्तन इसीलिए छोड रहा एक गरीबी है किसी के पास जाता है वो खुब लम्बी लिस्ट जैसे ये मैडम बता रही हैवही आदमी ईसाई पाषटर मौलवी के पास जाता है वो उसे सबिना दिये लिये सही हो जाये तो गरीब क्या करेगा गरीब खुद भूखा रहकर करे