इंसान कोई भी ख़तरनाक नहीं होता दोस्त... उसके विचार या उसके कर्म ख़तरनाक होते हैं... इतिहास के पन्ने तो सबके लिए खुले हैं... आप भी सही इतिहास जानने की कोशिश किजिये ...कहीं.. आप भी न खतरनाक हो जाएं...😊Thanks for watching 🌸
जी हां !.. स्वभाव के अनुसार सब झूठ..!! इस संसार में मृत्यु के अलावा तो सिर्फ एक ही सत्य है.. और वह है... गांधी और नेहरू के डर से अंग्रेजों का भारत छोड़कर चले जाना... दावा तो यह भी किया जाता है कि गांधी ने कहा था कि भारत और पाकिस्तान का विभाजन मेरे लाश पर होगी...?? गफ्फार खान ने गांधी जी से कहा था कि ‘‘आपने हमें भेड़ियों के सामने फेंक दिया।’’ आखिर यह भेड़िए कौन थे? मुस्लिम नेशनल गार्ड .?? आखिर किसके डर से नेहरू ने NWPF में Refrendum करवाया? और हां... जहां तक बात रही z+ सिक्योरिटी की तो वह सिर्फ special दामाद को मिलनी चाहिए....किसी सरसंघचालक को नहीं...मैं भी आपके इस वक्तव्य से सहमत हूं।