मेम , बचपन से ही मुझे ईडर सपने क्यों आते हे , की कोई सपने में बहुत बड़े बड़े संस्कृत बड़े बड़े शोलक सुनता हुए जो कभी भी नहि सुने , कोई कुछ सीधी देने की बात करता हे अब जब मैं कभी कभी ध्यान करता हुँ तो सपने में काली माँ दिखती हे … बचपन मेरा सामान्य बिता हे स्कूल गोल करना झगड़ा करना .. य सब बताने का मतलब जीवन में कोई भी असामान्य घटना नहि घटि जिसका कोई असर मेरे ऊपर देखा जा सके ….ओर ध्यान करने से बाहरी दुनिया से एक अजीब सा डर लगने लगता हे . कृपया कुछ मार्गदर्शन करें ..
पिछले जन्मों की स्मृति और डर साथ ही चलते हैं ।बहुत ध्यान करें।ईश्वर पर भरोसा करे,अपने हायर सेल्फ़ से इसका कारण पूछे।किसी भी रुप में उत्तर आप तक आयेगा ही, बस अवेयर रहे।