जय श्री माता जी, maha kalki अवतार, सुमपुरण ब्रमांड की janani श्री माता जी आज समस्त सहजियो के साथ परम चैतन्य के साथ हर क्षण हर समय साथ हैं माँ ने बचन दिया है कि जब आप हमें नेत्र बंद कर याद करोगे, तो माँ समस्त शक्तियों के साथ उपस्थित हो जायेगी, ek क्षण विलंब नही करेगी, आपकी जय हो माँ जय श्री माता ji
भ्रम मिटा दिया है आपने, सहजोगा व सहयोगी बनवाकर, अब आप ही आत्मा की जागृती कर दिजिए। करता आपही हो माँ परमात्मा की शक्ति आपही, निवेदन किया है माँ से श्री चरणों में शरण दिजीए।
सत्य के दुष्मन हजारो है ॥ योगभूमी है भारतभूमी ॥ कुंडलीनी जागृत तुरंत हो जाती है ॥ इज्जत की जिंदगी जिओ. सिनेमा बंद करो. संसार मे कितना भ्रम है ॥ सहजयोगी हिरे जैसे चमकते है ॥ जीव मेही शीव है ॥ स्व मे स्थित हो जाओ ॥ खुद को समझो. कालेधंदे बंद करो. बुरे काम मत करो.
मुझे सभी सहजी भाई बहनों की सहायता की जरुरत है, पति की मृत्यु के कारण मैं स्थिर नहीं हो पा रही हूं अताः सभी सहजियों की मदद की आवशयकता है मेरे घर आसकते हैं