यह आरतभाव गुरु महाराज जांभोजी के प्रति प्रकट करने वाली न्ई आरतीवंदना है। जो आज तक किसी ने नही सुनी ओर नही पढी न किसी ने गायी है। ,यह आरतभाव वंदना स्वरूप आज की तारीख 23-7-24 श्रावणमास शुरुआती दूज ( संवत् 2081)के दहाड़े रिकोर्डिंग व इडिट कर तैयार करके भारमल गोदारा युट्युब चैनल पर चढाई गई है। इस आरती के रचनाकार भारमल गोदारा सादूलढाणी चितलवाना सांचोर है।
20 сен 2024