पलासेस कैट या मनुल भारत में पाई जाने वाली जंगली बिल्लियों की प्रजातियों में से एक है। भारत के हिमालयी क्षेत्रों में पाई जाने वाली यह प्रजाति बहुत ही शर्मीली और जनसँख्या में बहुत ही कम है। ऊँचे पहाड़ी इलाकों में पाए जाने के कारण लोगों में इस प्रजाति को लेकर जानकारी और जागरूकता का भी आभाव है।
ऐसे में इस बिल्ली के संरक्षण को लेकर भी कई चुनौतियां हैं। इन सभी विषयों पर विस्तार से जानकारी लेने के लिए मोंगाबे-हिंदी ने भारतीय वन्यजीव संस्थान, देहरादून, के शोधकर्ता नीरज महर से बात की।
इस इंटरव्यू में...
0:00 - Intro
0:25 - भारत में पलासेस कैट की स्थिति क्या है?
1:20 - क्या आपके जानने में ऐसे कोई रिकॉर्ड उत्तराखंड में पलासेस कैट के हैं?
1:55 - इन चार राज्यों में पलासेस कैट जनसंख्या और इनका फैलाव (डिस्ट्रीब्यूशन) कैसा है?
2:44 - भारत में पलासेस कैट पर शोध में क्या-क्या चुनौतियां हैं?
3:55 - आप मनुल वर्किंग ग्रुप के साथ काम करते हैं, यह क्या है और कैसे काम करता है?
4:44 - हाल ही में हिमाचल प्रदेश के किन्नौर में जो पलासेस कैट दिखी है, यह कितना महत्वपूर्ण है?
6:34 - चुनौतियों की जो हम बात कर रहे थे, ऐसे में इसके खाने और हैबिटैट को लेकर भी कोई चुनौतियाँ हैं?
............................
प्रकृति और पर्यावरण की खबरों के लिए मोंगाबे हिन्दी की वेबसाइट पर जाएं
hindi.mongabay.com
सोशल मीडिया पर मोंगाबे-हिन्दी
फेसबुक- / mongabayhindi
ट्विटर- / mongabayhindi
लिक्डइन- / mong. .
इंस्टाग्राम- / mongabayhindi
टेलीग्राम- t.me/mongabayhindi
26 июл 2024