खगवाली गांव सुना था और आपके सौजन्य से देख भी लिया! नमस्कार नरेश भाई! पलायन का दर्द ये गांव भी झेल रहा है, मगर ख़ुशी की बात ये है कि प्याज़ के उत्पादन के साथ बकरी पालन का काम लोग कर रहे है। महिला कीर्तन बहुत अच्छा रहा, आप कि मेहनत को सेल्यूट है नरेश भाई 👌👌👍👍❤️❤️❤️🌹🙏🙏🙏