हर वर्ष राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की जयंती पर उनकी सत्य और अहिंसा की वाणी को याद करते हुए, उनकी प्रतिमा पर श्राद्धान्जली अर्पित कर,पूरे गांव की महिला पुरुष बच्चे इकठ्ठा होकर उनके यादों में उरांव संस्कृति कर्मा नृत्य बहुत ही बढ़िया किया जाता है,जय जोहार,जय धर्मे,
सभी को जोहार जय सरना जय धरमेश!! बहुत अच्छा जो बडे भाई या बडी बहनें पढी लिखी , नौकरी में हैं वो समाज में आगे जरूर आएं। और अपने सुंदर विचारों को समाज के बीच रखें। इससे आपका मान सम्मान तो बढ़ेगा ही, साथ में समाज को भी एक आशा-विश्वास , प्रेरणा, दिशा, धर्म के प्रति सजगता और आस्था को भी बल मिल मिलेगा । आज मैं देखता हूँ किं दूसरे समाज लोग जैसे कुरमी ,कुडमी,महतो चौधरी, पटेल आदिवासी बनने की कोशिश कर रहे हैं और हमारा हक और अधिकार , आरक्षण ,जमीन लूटने के लिए आदिवासी बनने की कोशिश कर रहे हैं। सरना समाज के सभी भाई बहनों से बिनती है किं आप अपने बच्चों को अच्छी शिक्षा दे, खूब पढाईएयें ।शराब का सेवन कम करें। इससे आपके घर में शांति, प्रेम, समाज में खुशी, अमन चैन की दीये जलेंगें। मेरे प्यार सरना समाज के भाई बहने ,मेरा दिल बहुत रोता है। अपने समाज के प्रति। 😭😭😭😭😭😭😭😭😭😭 प्लीज़ भाई बहने शराब का सेवन करें। धर्म की रक्षा और बच्चों की शिक्षा पर विशेष ध्यान दें। 🙏🙏🙏🙏🙏🙏🙏 जय माँ सरना जय धरमेश जय कार्तिक बाबा 🇦🇹🇦🇹🇦🇹🇦🇹🇦🇹🇦🇹