नमस्ते जी बहुत सुंदर वर्णन किया आपने ,कि सच्चा सुख क्या है! सत्य क्या है और जीवन का उद्देश्य क्या है ?जिसकी खोज में हम सब लगे है!मौन के बारे में सुनती रहती हूं लेकिन लगता था कितना कठिन है यह मौन ,लेकिन आप को सुनकर लग रहा है कुछ भी मुश्किल नहीं अगर दृढ़ संकल्प कर ले!!सच में बहुत ही प्रेरणा मिली ! आध्यात्मिकता से जुड़ी हूं तो आप सब का अनुभव सुनने का सौभाग्य मिलता रहता है। बहुत बहुत धन्यवाद आदरणीय ऋतिमाजी।
With God's grace and elders blessings you have reached nearby God.May your life be ideal and inspiring for all May you keep on guiding us as per your name.Thanks
🙏ओ३म् आदरणीय पूज्य पाद मुनि जी एवम् आदरणीया गुरुमाता मुनि जी तथा सभी को सर्वश्रेष्ठ वैदिक अभिवादन सादर नमस्ते🙏 सुखमय जीवन को छोड़कर, साधना करना वो भी न्यून साधन का प्रयोग कर जीवन प्रभुभक्ति में लगाने हेतु त्याग तपस्या करने हेतु साधुवाद रचना गौरव आर्य मुजफ्फरनगर
पूज्य मुनि सत्यजित् जी और मुनि ऋतमा माताजी का हमें सान्निध्य प्राप्त है । माताजी का वात्सल्य हमें सदा ही मिलता रहता है । परम पिता परमेश्वर का बहुत बहुत धन्यवाद 🙏🙏
आपके पूर्व जन्म के संस्कार भी जरूर है और इस जन्म का पुरषार्थ भी है ईश्वर की कृपया से मुनि सत्यजीत जी का साथ मिला है आपका ये सफर सहारनीय है आप अपने सही लक्ष्य तक पहुंच रहे है
Man par Vijay sabse bada Vijay hai Shbado me saral lagta hai par hai bahot kathin Aap ka yah jivan pravas preranadayi hai 🙏🙏 Hari no marag chhe shura no ( હરી નો મારગ છે શૂરા નો)