जिसको ढूढते ढूंढते लोग मन्दिर मंदिर घूमते रहते है वो तो रोम रोम में बसा हुआ है ..जरुरत है अंतर्मन में ढूंढने की ।। आपका भजन बहुत ही खूबसूरत है भाई और आपकी मधुर आवाज़ बहुत ही सुखद अहसास देने वाली ।। जय सिया के राम 🚩🚩🙏🙏💐💐
Aatam biswas aur Bal nesadh sa para Jo nisewarg sa Jo keya gaya kaarya would sab bhgwan love samstpit ha wo AP aap ma samyougit ha mandir fhram aur aatam rakchak ka ha Jo baar baat jaagret ksrttaha
आप और आपके गुरु जी का कोई जवाब ही नहीं है ।।उन्होँने जितना सुन्दर लिखा है आप उतना ही सुन्दर गाते हैं ।।आपके गाये हुए भजन इतने अच्छे लगते हैं कि जब तक शेयर ना करो दिल ही नहीं भरता है ।रोज आपका एक भजन आपको चार कदम कामयाबी की तरफ ले जाता है ।।जय हो 🙏🙏🙏🌷🌷🌷🌷
अति सुंदर भाव जिस दिन हिंदू जनमानस यह जाग गया कि कण कण में भगवान है मंदिर में जाने ना जाने से कोई फर्क पड़ता है उस दिन ना जाने कितने लोगों की दुकानदारी बंद हो जाएगी 2 घंटे के दो लाख से 1000000 रुपए आज कीर्तन का ले रहे हैं फूल माला वाले प्रसाद वाले ना जाने कितने लोगों की दुकानदारी पर असर पड़ेगा सोच कर देखिए जरा
Good धीरज जी बिलकुल सही बात है भगवान अपने अंदर है ओर इंसान उसे पता नही कहा कहा ढूंढ रहा कहि मन्दिर में,कहि मस्जित में, कहि पहाड़ो में ।पर राम तो अपने अंग संग है ।।वाह धीरज जी बिल्कुल सही भजन