।।निःशब्द मार्ग दर्शन-संतो की वाणी।।कहत कबीर जी सुन धरमदासा, जग जीवो की कथा प्रकाशा। सारशबद हम प्रगट लखाया, मन मूरख जीव समझ नहि पाया।।01।।युगन युगन तुम सेवा हमारी कीन्हा, यहि कारण यहाँ पधारिया। धरमदास तब वचन उचारा, तारो मुझ सहित कुटुम्ब परिवारा।।02।।आदि नाम ही सत कबीरा, जो जन पावे छूटे सकल भव पीरा। सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे पहचानो भाई, तब हंसा सतधाम को जाई।।03।।धरमदास तोहे लाख दुहाई, सारशबद बाहर नहि जाई। सारशबद जो बाहर जाई, विचली पीढी हंस नहि बन पाई।।04।।ज्ञान उपदेश मे नहि भाई, उसमे जीव हित ज्ञान नहि समाई। इन ग्रंथो से सारशबद नियारा, जो सूक्ष्म रीति से करे पुकारा।।05।।काया भीतर स्वांसा है, स्वांसा भीतर सार। इससे अलग सारशबद है, परख के हो जा भवसागर के उस पार।।06।।सारशबद के अमृत रस का जो नर प्राणी स्वाद चखेगा। शबद गुरु की परमकृपा से, वह परममोक्ष को प्राप्त करेगा।।07।।लौटेगा ना इस झूठे जगत मे बारम्वार, यहाँ जनम मरण के कष्ट अपार। अंत समय भी सतधाम मे सीधा जाकर, अजर अमर पद का हकदार।।08।।सारशबद अखण्ड धुन चित्त मे जानो सकल नर नार, सारशबद अखण्ड ही सबका तारणहार। जय जय जय सत साहेब कबीर करतार।।09।।,,साँई अरुण जी महाराज नासिक महाराष्ट्र को सादर समर्पित,,सालिकराम सोनी,,7898158018-🙏🏻🌹
Sat Sahebji Ji Guruji Ko Koti Koti Danwat Pranam Das Or Dasi Karta Hu, Jagat Guru Tatav Dersi Bandi Chhord Sri Rampal Maharaj Ji Kabirdevji Bhagwan Hai, Jaybhimnamobuddhay, Thanks.
बंदी छोड़ परमेश्वर कबीर साहिब की परमेश्वर कबीर साहब अपने सतलोक से गति करके आदरणीय गरीब दास महाराज जिला झंझर हरियाणा वाले को मिले उन्होंने कलम तोड़ कबीर परमेश्वर की महिमा गई है,आनंद कोटि ब्रह्मांड का एक रत्ती नहीं बार सत्य पुरुष कबीर है कूल के सर्जनहार , अलल पंख अनुराग है सुन मंडल रे धीर दास गरीब उधारीयो सतगुरु मिले कबीर, सच्चे गुरु वही है परमेश्वर भी वही है जब कबीर साहब ने वाणी बोली गुरु गोविंद दोनों खड़े काके लागू पीय बलहारी गुरु आपने गोविंद दियो बताएं