खुद को जेल से नहीं छुड़ा सका जो कैसे भवसागर से पार लगाएगा ? कृष्ण जेल में पैदा होते ही छुट गया कबीर मुर्दा को जीवित कर दिये और रामपाल जेल की छड़ को लाँघ नही पा रहे
जब कबीर जी मगहर से ससरीर सतलोक जाने लगे तो जो कबीर साहेब जी को भगवान नही मानते थे ओ लोग आंसू बहा रहे थे इसी तरह जो लोग संत रामपाल जी महाराज जी को पूर्ण गुरू तत्वदर्शी संत नही मानते ओ एक दिन पछतावा करेंगे की हमे पूर्ण संत मिले लेकिन हमने उसे बुरा कहा हमने उसे गलत समझा
@@mithunmithundas865 कबीर सबसे पहले तो अपने खुद को खरा उतारा दुनिया के सामने कितने कष्ट दिये दुनिया वाले लेकिन सहते हुए अपने ग्यान प्रचार किया इनकी तो अपराध साबित हुई कोर्ट के द्वारा ! और सजा हुई इनको वेद गीता खोलके रखने की क्या जरूरत कबीर अनपढ़ थे फिर भी पंडितों को हराए मुल्ला को हराये ये किनसे शास्त्रार्थ किये
कबीर साहेब जी को भी समाज के लोगो कि यातनाएं सेह नि पड़ी फिर भी पाखण्ड वाद चलाने वाले ऋषि माह ऋषि ने कबीर जी को पूर्ण परमात्मा नही माने पहले कि समाज पढ़ी लिखी नही थी और आज कि समाज पढ़ी लिखी है खुद अपने ग्रंथो को उठाएं और पढ़ाए और जानिए कि कोन सही कोन गलत रामपाल जी महाराज जी ग्रंथो को खोल कर इसलिए दिखाते है कि आज समाज पढ़ी लिखी समझदार है सच को देखे और विचार करे की क्या सही क्या जुट है संत रामपाल जी महाराज जी अपने मर्जी से ज्ञान नही देते जैसे और साधु संत देते है जिसका कोई परमान नही है और जो संत रामपाल जी महाराज जी जो बताते हैं ओ अप अपने ग्रंथो में परमान देख सकते
ईस संसार मे गुरुओ की थप्पी सी लगी हुई है,जबतक अंतर कमाई,ओर सुमरण सच्चे मालीक का नही करेगे तबतक,सुनी सुनाई बातो से कुछ नही होगा,,करना हमको ही पडेगा,सच्चा रास्ता मिल जाय तो चलना तो हमको पडेगा, कबीर कबीर क्या करे,सादलो खुदका शरीर,,ये पांचो ईंद्री बस करे सो ही दास कबीर,,-साहेब कबीर,,,
Param sant rampal ji maharaj k atirikt kisi ke pas sat bhakti nhi aur n hi sat mantra h. Jo jeevan kalyan arth hai. Unki saran me aaker apna jeevan safal banaye
Guru or dharam ko aap log mazak bana diya ,sabse bada GURU 1, ma 2, pita 3 Master G, baki koi guru nahi sab roti sekte hai yek dushre ko nicha bolkar ,yahi 3 guru ke chalte Aaj manch per bolne like Bane ho,
व्वा गुरुजी अपका प्रवचन निम से भी कडवा. हे व ऐसा कडवा ,सच्चा प्रवचन हर किसिको नही पच सकता...ब्बहुत लोग आपको गलत समझेंगे परंतू आप प्रवचन क्रुपया. बंद ना करे...! जीसे समझेगा वह हमेशा ही देखेगा...यह. सबको स मनझने वाला प्रवचन नही है...
Vahi Kabir Das hai Jo bole the sabka malik ek koi sign Baba hai sabka bole sabka malik hai aur yah kitne Malik banaa rahe hain Baba Maharaj ji kitne Malik banaa rahe hain aap ladai to aap karvane jhagada aap karva rahe hain Dharm hai aap bant rahe Bhagwan to ek hi hai Parmatma ek hi hai