उत्तराखंड के बंजर पड़ते गांव पलायन एक त्रादसी भू कानून उत्तराखंड के पहाड़ी ज़िल्लों से पलायन के कारण Chiloli Gaon : • चिलोली II पौड़ी गढ़वाल क... Ujjyadi Gaon : • उज्याड़ी गांव पौड़ी II उ... Khoobsurat Khirsu : • खिर्सू खूबसूरत हिल स्...
जै जै श्री राम कुकरेती जी किमोली गाँव कख च एक किमोली गाँव हमारा पडोसी गाँव है जो एकेशवर ब्लाक,मौदाड सयू मे है हमेंसा कलजी खाल कभी एकेशवर भी बनाया करा।धन्यवाद जी
*बहुत सुन्दर बेटा सुभाष आप हमें अपने गांव की याद दिलाते रहते हैं तथा जिन गांवों में हम नहीं गए हैं उन गांवों को दिखाते रहते हैं आपका बहुत बहुत धन्यवाद ❤*
भाई उत्तराखण्ड के गावों की इस हालत के लिए प्रशासन से ज्यादा लोग जिम्मेदार हैं। कयी साल पहले सरकार ने चकबंदी का सुझाव दिया था ताकि लोगों को एक ही जगह जमीन मिल जाय व वे कयी तरह की फसल उगा सकें। लेकिन लोगो को ये गवारा नहीं था कि उनकी अच्छी जमीन किसी और को न मिल जाय। आज सारे खेत बंजर हैं। लोग कामचोर हैं और जो युवा वहाँ रह भी रहे हैं उनको मांगलिक कार्य हो या अमांगलिक, बिना शराब के कार्य सुना संपन्न नहीं होता।
कॉलोनी विलेज मतलब जो मगरा से ऊपर है?? में तो तब गया था उस मगरा में जब कळजीखाल से चिलोली पैदल जाया करते थे.. चलो ठीक है.. अपनी अगली गढ़वाल ट्रिप में वहां भी चला जाऊंगा