हम भी एक किसान अपना तजुर्बा बया कर रहे हैं कोई भी कितना भी बड़ा किसान क्यों ना हो पर इतनी बड़ी अचल संपत्ति उसके सिर्फ सिर्फ किसानी के पैसे से ही नहीं है और कोई जरिया जरूर होगा पैसे की आमदनी का अन्यथा किसानी में उतना अब लाभ कहा महंगाई आसमान छू रही है
@@sanjeetsinghgorkhpuri951 पर हमें पूरा विश्वास है कि आप नेता हैं किसान नहीं क्योंकि कहावत है दुखिया का दर्द एक दुखिया ही समझ सकता है किसान का दुख सुन बोरवेल की सिंचाई ₹120 घंटे 26 सो रुपए बिगहा रूपा ई ₹410 बोरी यूरिया 14 सौ रुपए बोरी डाई₹1000 घंटे जोताई ऊपर से रोग भी बियाद लगा दर्द दवा के लिए अलग से कटाई से लेकर मणाई तक की मजदूरी कितना फायदा किसान कमा लेते हैं हम भी किसानी कर रहे हैं तुम्हारी तरह राजनीति नहीं
चौधरी साहब ने बहुत बढ़िया मकान बनाया है चौधरी साहब मेरी तो एक बात समज मे नही आती है की इन्सान गांव के बहुत बडीया बडीया मकान छोड़ कर शहर के 2 कमरों केसे रहतें है।
300 बीघे जमीन और 4.25 बीघे में मकान। भाई जिले में ऐसे एक या दो किसान ही मिलते है। और फिर ऊपर से गांव की प्रधानी। भाई बहुत बढ़िया। भैंस ज्यादातर खुन्डी नस्ल की है।
भाई हवेली कितनी ही बड़ी हो मगर प्रधान तो वीडियो बनाने वाले को देखकर हवा सी ले गया था वरना आने वाले मेहमान को देखकर खड़ा हो जाता है जो सामाजिक आदमी होता है
Wah inpe to mata Laxmi ki asim kripa h.....or prabhu kre ese hi bni rhe......inke shano soukat me 4 chand lgte rhe 🎁🎁🤹♀️🤹♀️💖💖👍ati sundar......shandar......arbhut 🎁💖👍👍
शहर की जिंदगी तो हर तरह से पैकिंग वाली जिंदगी है खाना पैकिंग का पीना पैकिंग का रहना पैकिंग का बस एक तरह से समझो जेल है और पैरोल पर बाहर घूमते शहर के मुकाबले गांव के लोग प्रकृति के ज्यादा करीब रहते हैं I हम खुश किस्मत हैं कि हम किसान हैं और हम गांव में जन्मे हैं
Pradhan ji, raees tabiyet ke insaan hain. Shandaar makaan ke saath saath lajawab beilon ki jodi, khubsurat gaey aur bheinsein is ghar ki khoobsurati mein char chand laga deti hain. Pradhan ji ko ghar bahut bahut mubarak !!!