Тёмный

कृष्ण कर्ण संवाद।Krishna Karna Samwaad 

Просмотров 63
% 1

भगवान सभा को छोड़ चले,
करके रण गर्जन घोर चले,
सामने कर्ण सकुचाया सा,
आ मिला चकित, भरमाया सा।
हरि बड़े प्रेम से कर धर कर,
ले चढ़े उसे अपने रथ पर।
रथ चला परस्पर बात चली,
शम-दम की टेढी घात चली,

Опубликовано:

 

29 ноя 2022

Поделиться:

Ссылка:

Скачать:

Готовим ссылку...

Добавить в:

Мой плейлист
Посмотреть позже
Комментарии