@@Masterinsociology321 Paise dekar agar special darshan jaathe hai, toh kya galat hai? Ye sahi system hai, aisa hi hona chahiye. Aur usi paise se gareebon ke liye sevayen karo. Bhandara lagao aur muft ki rahne hi vyavsta karo. VIP culture galat tab hoti hai, agar woh muft mein VIP darshan karte. Lekin agar woh uske liye paise dete hai, toh phir woh bahut sahi hai.
केदारबाबा का वही लोग दर्शन करें, जो लोग मोह माया छोड़ कर अपनी यात्रा पर निकले हैं, ना कोई फोन इस्तेमाल करना है,और ना ही कोई तमाशा करना है सिर्फ केदार बाबा का दर्शन करो,केदार बाबा आपका रास्ता जरूर सुनेंगे 🚩🚩जय केदार बाबा🚩🚩🙏
Kya jarurat hai bhai Shaadi mein marriage hall ,DJ book kar ke ,50-60 tarike ke khaane ke vyanjan bana kar ke 1000 -2000 logon ko bula kar shaadi pe faltu Paisa kharch kar ke shaadi karne ki ? Simple hi mandir mein shaadi kar lena chahiye .
बिल्कुल सही कार्यवाही, सब मौज मस्ती का अड्डा बन रहा है, उत्तराखंड के धार्मिक स्थल आवश्यक कार्यवाही होनी चाहिए, शालीनता व समर्पण व आस्था से देव दर्शन होना चाहिए,
Ghode Wale Ki Dadagiri VIP system Ek tent hajar rupaye ka Raat Aur Raat 5000 ka ho jata hai Hotel double triple 3 Guna Paisa Vasool Ta Hai Sar vah bhi to Galti Hai Na vah bhi system band Hona chahie na
Are Ye local banda hai jo aise bol raha hai. Reel banane ke 1000 Rupee nahi mil rahe inhe islie ye shor machate hain. Kedarnath ka pata kise lagta agar youtube pe log video nahi dalte to 😂😂
@@improvingmylife6197 Sahi keh rahe ho ... agar itna hi dukh Dard he to kedarnath mandir ke aas paas ho rahe constructions ke khilaf bhi awaj uthni chaiye
इन सबको ढोल नगाड़े को बजाने से रोकने के लिए राष्ट्रीय हिन्दू बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए, सभी हिन्दू को वोट देने का अधिकार होना चाहिए अध्यक्ष वा कार्यकारिणी सदस्य को चुनने का जिसका अध्यक्ष वा कार्यकारिणी सदस्य वोट वापसी द्वारा हटा दूसरे को पुनर आसीन किया जा सके, ॐ नमः शिवाय।।
@@RahulSharma-rm1dtaur helicopter rokne pe kya vichaar h uska Halla ni sunai deta hoga na kaan tak.. na aapke na mndir walo k.. kuki usse to paisa aara.. VIp aare usse... Dhol wale to aam log han unpe to raaj chlta h..
अब से लगभग 17 साल पहले जब हम छोटे थे तब धाम पे गये थे तब बहुत अच्छा था इतनी भीड़ ओर इतना हुडदङ् तोह नहीं होता था।।।। अभी तोह विडिओ मे इस तरह अपने धामों को पर्यटन स्थल या अपने तरीके से मनोरंजन स्थल बनाना बनते हुए देख कर दिल बहुत दुखी होता ।।।।
सारे पुरोहित समाज,पंडा समाज,स्थानीय लोग के साथ-साथ ये हुड़दंगी, घुमक्कड़ी,जेब कतरे,नेता भी रील बनाने में लगे हुए हैं, लोगों ने वैकुण्ठ धाम को सैरगाह बना दिया है
इन सबको ढोल नगाड़े को बजाने से रोकने के लिए राष्ट्रीय हिन्दू बोर्ड का गठन किया जाना चाहिए, सभी हिन्दू को वोट देने का अधिकार होना चाहिए अध्यक्ष वा कार्यकारिणी सदस्य को चुनने का जिसका अध्यक्ष वा कार्यकारिणी सदस्य वोट वापसी द्वारा हटा दूसरे को पुनर आसीन किया जा सके, ॐ नमः शिवाय।।
आज कल यूवा बाबा केदारनाथ के दर्शन कर, आशीर्वाद लेने नहीं आ रहा है केवल फोटो खींचो,,रील बनाया है,,अरे,जब केदारनाथ मंदिर तक पहुंच गई है तो तन-मन-धन से सेवा कर, मानव जीवन को सार्थक कर मोक्ष प्राप्त का आशीर्वाद लेने का प्रयास करें,,तप करें,जप करें, पूजा करें,, मैं भी २०२२ में केदारनाथ मंदिर गया था, ओर अंदर में दर्शन करने के बाद रात्रि ११'५० से सुबह ५बजे तक मंदिर के बाहर चबूतरे पर बैठे पूर्ण तन-मन से जप वगैरह किया, मुझे नंदी जी के रूप में भोलेनाथ के दर्शन भी हुआ आकाश में,,, बोलों केदारनाथ बाबा की जय हो,, 🙏🌹
बहुत अच्छा किया बहुत अच्छा किया। यह आज की जो लड़कियां और लड़के हैं इन्होंने उत्तराखंड की संस्कृति की धज्जियां उड़ा दी रील के चक्कर में। यह लोग केदारनाथ में मस्ती करने और पिकनिक मनाने जा रहे हैं। हमारा उत्तराखंड और हमारा केदारनाथ जैसे पहले था वैसे ही आज भी रहना चाहिए केदारनाथ हमारा आस्था का केंद्र है
To govt ko bolo entry band kar de tourist ki..... Ha daam..... Economy tourism per based hai uttarakhand ki.....aur ye bhagwan ke naam per Dhong band karo...... VIP entry ke rs 2100 lete hai pande wahan per..... Hotel wale 3 times extra charge karte hai...... Unn logo ki galti nahi dikhai deti hogi..... Bhagwan ko bhi 2100 mai sale kar diya...... VIP entry ke naam per...... Laanat hai
अब भगवान के मंदिर में आए हैं नाचते गाते आएंगे हाय रोते-रोते आएंगे क्या लेकिन रील्स बनाना गलत है ईश्वर के दर पे आए हैं सब कुछ भूल के ईश्वर में ध्यान दे ईश्वर सभी का भला करे जयजय श्रीमहाकाल जी की
अवांछित गतिविधियों पर हर हालत पर रोक लगनी चाहिए । हमारे आस्था के परम पवित्र धर्म स्थलों पर इस तरह की दिखावटी ,बनावटी गैर धार्मिक गतिविधियों पर विराम लगे ।
Bilkul sahi baat khi aapne inko sabse jyada paresani reel banane walo se hi hai aur jo yha ki hakikat hai use bhi dikhana chahiye lekin ye kyo dikhayenge
Bhai tirtho ka navikaran karna aachi baat hai kabhi bhi modi ne ye nahi kaha ki tirtho par reel banane ko tirtho ka navikaran karna tourist places banana nahi
मैं सोच रहा हु बिना बर्फ के हिमालय कैसा लगेगा । उसको देख के मुझे आनंद आ जायेगा। कई नदियां विलुप्त हो जायेगी जो इस केदारनाथ मंदिरों हजारों या लाखों गुना बेहतर है। मेरी गंगा मां, यमुना बिना पानी के कैसी लगेगी यह सोच के कभी कभी मन दुखी हो जाता हैं।
जो इसमें ज्ञानचंद जितने ज्ञान पल रहे हैं मंदिरों में वीआईपी कल्चर खत्मकिया जाए मैं बृजवासी हूं मेरे यहां पूरे विश्व का अंग्रेज भक्ति करता है हर किसी को हर तरीके की छूट किसी को कोई हाथ नहीं लग सकता अगर कोई शोभा पांडा कोई हाथ लगाता है किसी भक्तों को तो उसका इलाज हम करते हैं जय बाबा महाकाल की जय श्रीराधे किसी भी भक्तों को अपशब्द बोलने का किसी को अधिकार नहीं है
Pijati logo ka behaviour bahut hi ganda hai brijdham me bhi 10 10 rs leke prasad dete hai ar muh to aise banye rakhte hai hath to aise jhatakte hai jaise khud hi bhagwaan ban gaye ho
भोलेनाथ खुद नटराज है वो खुद तांडव नृत्य करते है साले राक्षस नृत्य तो दानवो को पसंद नहीं है देवता तो नृत्य को सभी कलओ में best कला मानते हैं ये मुजरा क्या होता है कोइ ईसका पता करो कोन है ये
@@bkyaad2460 3000 घोड़े है वहा तु खिलायेगा उनको ईनमे कोइ तो कभी मरेगा वो खच्चर ईसिलिये है कि काम आ रहे है जिस दिन बंद हुए खत्म हो जाएंगे पहाड़ी से ये सब राक्षस मत बन काम कर अपना और मुर्गियों को खाना बन्द कर
@@bkyaad2460 Bhai waha ensaan bhi marte hein waise hi ghode jo budhe ho jate hein wo waqt aane par marte rahte hein samjho aap...aisa kaise ho sakta he ki wo khachhar ya ghode kabhi mare hi nahi kuch to socho
केवल पचास वर्ष की उम्र से अधिक और जिम्मेदारियों से मुक्त व्यक्तियों को ही अनुमति दी जाय। ऑनलाइन पंजीकरण पर ही तिथि निश्चित की जाय। हिमालय को बचाना ही बाबा केदारनाथ की सच्ची भक्ति है।
Bilkul sahi reel banane me bhid badti he .jaam lagta he aur darshan ka jo uddeshya he vah pura nahi hota yatrigan jaam se pareshaan hota he bahut hi accha karya.🙏
लोग फेमस होने के लिए ही केदार नाथ जा रहे है ताकि कोई न कोई वीडियो वायरल हो जाए 1 %दर्शन करने वाले है बाकि 99 %ब्लॉगर है वहां जो 1 हफ्ते से रह रहे है वीडियो बनाने के लिए ❤❤
वहां जो पहाड़ों में उत्खनन होता है, उसे पहाड़ों में शांति छा जाती हैं। आप लोगों का हिमालय धीरे धीरे अपने रूप को त्याग रहा उसके बारे कभी आवाज उठाने की कोशिश की हैं। पहले कभी Venezuela 5 ya 6 क्लेशियर थे आज एक भी नहीं बचा उसमें। बिना बर्फ के हिमालय कैसा लगेगा यह देखने के लिए में बेताब हू मैं। उस टाइम पूरा हिमालय घूमने की योजना है मेरी
भाई आप को पता है वहां पर जो हेलीकॉप्टर चल रहे हैं वह वाहा के लिए सब से ज्यादा खतरनाक है और घोड़ों कि जो लिद है वह भी केदारनाथ धाम के लिए ठीक नहीं है वहां पर अब जो कुछ भी ग़लत चल रहा है वह किसी बड़ी आपदा को नियोता दे रहा है
भगवान अपने अंदर ही है कही जाने की जरूरत नही, कर्म सही रखो, दूसरी की मदद करो, बेसहारा का सहारा बनो, हमने भी जगह जगह धूम कर देखा है हर जगह लूट है बस, भाव का खेल है
केदारनाथ में 60साल से अधिक व्यक्तियों की जाने की अनुमतिहोनी चाहिए यह चार धाम यात्रा है सब लोगों ने मजाक बना कररखा है हम सब उत्तराखंड वालों को आवाज उठानी चाहिए 🚩🚩🚩🌺🌺🌹🌺🙏🙏🙏🙏
जब जनता इतनी दूर से भगवान के दर्शन के लिए आती है रास्ते में कोई मनोरंजन स्थान मिल जाए उनका मनोरंजन हो जाए तो इसमें आप लोगों को कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए इसे जानता कोई परेशान नहीं होती
@@AnilSingh-eo3gkto teerthsthal. Paisa kamane ka dhanda v nhi han... Yhn to Pooja v use krne ko milti h Jo paisa de jyda . Wrna Bina paise Wale ko Prasad tak nhi milta...
jruri nhi hai ki kam age walo me astha nhi hogi. sab ek jese nhi hote hai. aajkl reel bnane walo ki tadad jyada ho gyi h. to jo schche mnn se bhgwan k drshn krne aana chahte hai unko kis bat ki sja di jaye.
भक्ति शांति से होती है शोर शराबे से नहीं हमारे इंदौर की बहुत ज्यादा स्थिति खराब है हमारे इंदौर में छोटे से छोटे कार्यक्रम के लिए बहुत ज्यादा शोर शराबा किया जाता है
मेरे ब्यक्तिगत मनना है जैसे अन्य बाहर के मंदिरों में पहले ही फोन और अन्य सामग्री जमा हो जाती है उसी प्रकार की ब्यवस्था यह पर भी होनी चाहिए सरकार को एक काउंटर बनाना चाहिये अगर ऐसा हुआ न तो देखना केदारनाथ की को ये युवाओं से उमड़ी भीड़ कम नही हुई तब बोलना
साधुवाद पत्रकार महोदय। 💐 आपसे विनम्र निवेदन है कि सरकार की पहल पर सभी धार्मिक स्थलों के आसपास की जगहें विध्वंस कर इसे पिकनिक स्पॉट/कोरिडोर बनाया जा रहा है, उसके विरुद्ध भी आवाज उठाएं। बद्रीनाथजी में उनके पुराने परिवेश, जिसमे कई कथाओं से जुड़े कई स्मृति चिन्ह थे, को नेस्तानबूद कर कोरिडोर बनाया जा रहा है वह बेहद निंदनीय है। जब इनकी धार्मिकता खत्म कर इन्हे पिकनिक स्पॉट के रूप में विकसित करेंगे तो रील बनाने वाले ही यहां आएंगे, डमरू बजाने वाले या प्रभु का जयकारा लगाने वाले नही। जब देश के प्रधानमंत्री भी कैमरा लेकर ही गर्भगृह में घुसेंगे तो जान सामान्य को भी यही मैसेज जायेगा कि वे भी ऐसा कर सकते हैं। यह सब सनातन धर्म के लिए अच्छे संकेत नही हैं। आज जो भीड़ इन जगहों पर आती है उसमे 10 फीसदी भी भक्त नही होते। 🙏
Abe pagal ye kaisa logic h_____darshsn ke liye koe pabandi nahi honi chahiye chahe o kisi jati dharam umra ka ho____bas waha tamasa nahi honi chahiye reel shorts vlogs ka
ये वो लोग है जो अपना चैनल ग्रो तो नहीं कर पाए दूसरों का वीडियो चुरा चूरा के अपना चैनल गवा बैठे है फ्री का खाने का आदत हो चुकी है इनको खुद तो मेहनत इनसे होती नहीं शर्म अलग लगती है पब्लिक में vlog बनाने में और इनकी औकात है नहीं डेड लाख का ड्रोन लेने का कैमरा लेने का तो इनकी जलना तो सामान्य है 😂😂😂😂
जय बाबा केदार 🙏💐🇮🇳 वाह! तो VIP दर्शन भारत के और सुप्रसिद्ध मंदिरों में भी होनी चाहिए फिर.... लगता है उन्होंने गलती कर दी कि हर भक्त को एक समान सलूक करते हैं...ये बात बहुत अच्छी है कि ऐसे धार्मिक स्थलों पर ऐसी हुड़दंग वाली रील नहीं बननी चाहिए पर वो भी इन गरीबों के लिए ही है...एक वीआईपी क ई कैमरों के साथ बाबा की पूजा करता है और बाकायदा मंच सजता है भाषण दिए जाते हैं तब उनके लिए कायदे बदल दिए जाते हैं...और हां जिस महिला यात्री को पांच सौ में अपने टैंट में जगह दी, उनकी पांव दबाकर सेवा की वह भी एक छोटा गरीब आदमी ही रहा होगा...रोजी रोटी के लिए गया होगा .... किसी लॉज होटल वाले ने नहीं किया होगा ये काम...और आने वाले प्रत्येक यात्री को ऐसा बिल्कुल नहीं करना चाहिए ये बात सही है....और ऐसे अपमानित होने से अच्छा है...कि भगवान केदार के नाम पर कुछ सेवा करो केदार घट घट में वास करते हैं....मन चंगा तो कठौती में गंगा🙏💐 अतिथि देव भव: प्यारे गढ़वालियों!
आज कम लोग प्रभु के दर्शन के अभिलासी हैं, सबको अपना नाम, दुनियां को दिखना है। सभी से निवेदन है कि देव स्थलों को अपने विचार, अपने आचरण से दूषित ना करें 🙏🏻🙏🏻 जय श्री बाबा केदार 🙏🏻🙏🏻
चौहान जी सही हेडिंग डाल है आपने रील नहीं इनकी रेल सही ढंग पर बननी चाहिए।जय केदार बाबा।केदार बाबा कई लोगों को दर्शन के बजाय दंड देने को भी अपने दरबार में बुलाते हैं।
घूमने का मन मेरा भी बहुत करता है पर मैं अपने ब्रज को को छोड़कर कहीं नहीं जाता मंदिरों में दबंग गिरी चलती है यार कुछ पंडित पंडित जागीरदार बन जाते हैं मंदिरों के में बृजवासी हूं अखंड। 4 महीने बारिश में सावन के महीने में केदारनाथ बद्रीनाथ सब मेरे ब्रज में आ जाते हैं जय श्री राधे
Har har mahadev ji Jay parvati ji jay ganesh ji jay kartikeya bhagwan ji jay nandi maharaj ji jay parshuram ji Jay shiv shankar ji jay bholenath ji jay shri mahakal ji Om namah shivay❤ Jay shri ram ji Jay hanuman ji jay laxman ji jay siya ram ji❤Jay shri radhe krishna ji❤Jay shri laddo gopal ji Jay Thakur ji Jay Banke bihari ji Jay Khatu shyam ji❤Jay buddha ji❤😊Jay Shri hari vishnu ji Jay Luxmi mata ji Jay Shri Luxmi Narayan ji❤
बहुत सुंदर भुला, मैंने हर वीडियो में लिखा और कहा भी, कि ये बाहर की ये जो भक्ति का तरीका है ना, ये बाहर ही शहरों में अच्छा लगता है। लेकिन हिमालय केदारनाथ धाम में ये सही नहीं लगता है। मोक्षधाम में ऐसे ढोल नगाड़े नहीं बजने चाहिये। ये बहुत ही गलत है।
Kya accha kiya. Wo pandit chahata to prem se bhi samjha sakta tha. Lekin usne dadagiri se baat ki or unke dhol ko giraya agar wo saccha shiv bhakt hota to usse pata chalta ki dhol saraswati mata ka roop hai. Usse isse iss tarah girana nahi chahiye tha. Aise logo ko me pandit nahi manta pandit to wo hote hai jo prem se apni baat keh jaaye Or log usse samjh jaate hai.aise nahi jo khud dadagiri karte hai or iss tarah saraswati roop dhol ka apmaan karte hai.aise log hamare sacche sanatani pandito ke naam kharab karte hai. Aise ghatiya pandit sanathani kehne laayak nahi hai. Jai kedar
भारतीय लोग शांति के लिए धार्मिक स्थलों की और जाते हैं जहां हज़ारों लोगों की भीड़ है शोरगुल है , धक्का मुक्की है और प्रभु की दर्शन के लिए लंबी लाइन लगी है । पता नहीं इस हालत में शांति तो नहीं मिलती।
तीर्थ स्थान आस्था का केंद्र है यहां पर सिर्फ श्रद्धा भक्ति के लिए ही आए यहां भीड़ नहीं बढ़ाई जाए सिर्फ भक्ति भाव वालों को ही यहां आने की परमिशन होनी चाहिए
Ab ye kon decide karega.... Kon bhagti bhav se aaya hai...... Kon picnic banane? Better to raise your voice against uttrakhand government to stop or curb the tourist number.....accusing the tourists for bed management is not the solution. Govt officials are corrupt, they don't perform their duty in good manner. Uttrakhandi people should feel happy as they are getting the chance to host tourist.hamesha bolte hai Atithi devo bhava :)-
मेरे हिसाब से आज सोशल मीडिया का ही देन है जो आज केदारनाथ को इतना प्रसिद्धि मिली है इसलिए ये रील्स या वीडियो पर रोक नहीं होनी चाहिए हां जो लोग वहा जाकर डांस ये सब करके बनाए उसपे रोक होनी चाहिए मगर जो लोग अपने धर्म के बारे में बता रहे है जागरूक कर रहे है उसपे रोक उचित नहीं है। जय महाकाल 🙏
केदारनाथ उस समय से से है जब मोबाइल फोन भी नही हुआ करते थे केसी बेतुकी बातें करते हो भाई यूँ कहो की जबसे ये सोशल मीडिया शुरू हुआ बेड़ा गर्क किया हुआ है ऐसे सभी स्थानों का 😡😡
आजकल केदारनाथ में पटाखे फोड़ने का नया ट्रेंड चल पड़ा है, देख लेना एक दिन ये प्रथा भी बन जायेगी और लोग वहा पहुंचते ही पटाखे फोड़ना शुरू कर देंगे। केदारनाथ को प्रसिद्धि दिलाना समुद्र के सामने पानी का गिलास रखने जैसा है।
सनातन का मतलब शिव से है I शिव का मतलब जिसका न आदि है न ही अंत क्योंकि वो हमेशा ध्यान साधना में रहता है और उससे जो परम्परा चली उसको शिवयोग परंपरा कहते हैं I जिसमें कड़ी मेहनत और आत्म- अनुशासन से जो साधक श्रेष्ठ जीवन जीता है I जिसको श्रेष्ठ जीवन का मार्ग कहते हैं I इसीलिए आज के आधुनिक लोग समझ नहीं पाते हैं कि शिवयोग सनातन का मार्ग कितना महान है I परंतु जो हमारे देवी देवता के तीर्थ स्थल है उसकी मर्यादा और सन्मान बहुत ही आवश्यक है I हमको यह समझना होगा I