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कोई भी पैदा नहीं होता ! ( 'जन्म' एक झूठ है ! ) | Nobody is born ( 'Birth' is a myth ) 

सत्य की ओर - हंसानंद जी महाराज
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इस वीडियो में आप निम्नलिखित बिंदुओं पर चर्चा से अवगत होंगे -
1. जन्म एक अवधारणा मात्र है सत्य नहीं।
2. हमने दूसरों के कहे पर विश्वास कर मान रखा है कि हम पैदा हुए थे।
3. मैं हूँ का भाव
4. व्यक्ति या व्यक्ति-भाव का स्मृतियों द्वारा निर्मित होते चले जाना।
Chapters:
00:00 - जन्म हुआ एक गलत सूचना।
03:42 - भ्रुण निर्माण से लेकर प्रसव तक आप मौजूद ही नहीं हो।
07:55 - गर्भस्थ शरीर में कोई आत्मा नहीं घुसती, उसका हिलना-डुलना प्रकृति का कार्य।
09:22 - आत्मा भौतिक वस्तु नहीं - श्री कृष्ण/ गीता।
12:13 - शरीर के गर्भ से बाहर आने से लेकर कई वर्ष तक भी आप मौजूद नहीं हो।
13:40 - मैं हूँ का भाव।
14:00 - व्यक्ति एक Activity और जन्म एक अफवाह।
In this video you will find the following points well explained -
1. Birth is a concept, not a truth.
2. I was born as just an idea others gave us.
3. Being or I-am-ness.
4. A person is an activity, not an entity based on thoughts and memory.
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20 июл 2024

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Комментарии : 153   
@brajeshpatel5674
@brajeshpatel5674 Месяц назад
महाराज जी आपने तो आंखें खोल दी इतनी गहरा रहस्य को इतने सरलतम तरीका से बताने के लिए आपको कोटि कोटि प्रणाम एवं आभार
@Sudhir-288
@Sudhir-288 Месяц назад
गीता के दूसरे श्लोकों द्वारा आत्मा के भौतिक जगत से असंबद्ध होने का बहुत ही तथ्यपरक सटीक विवरण...आपको बारम्बार प्रणाम!
@sagarrajput3732
@sagarrajput3732 Месяц назад
प्रभु प्रणाम 🙏 यह बात आपने सही बताई है जन्म एक अवधारणा मात्र है, सत्य नहीं" इस विचार का मुख्य तात्पर्य यह है कि संसारिक जन्म और अस्तित्व एक भ्रम है, जो अज्ञानता (अविद्या) के कारण उत्पन्न होता है।
@user-zt5si1lc4j
@user-zt5si1lc4j 20 дней назад
मैं सहमत नहीं हूँ, यहाँ बात धारणा की नहीं बुद्धि की जागरूकता की है, कष्ट बुद्धि से होता है अगर पेट में जागरूकता हो जाती तो कितना कष्ट होता!! 🙏 , Isliye bhram hone k liye Janm aur mrityu dono hote hain
@AanshuChaddha
@AanshuChaddha Месяц назад
आपने सिद्ध कर दिया कि जन्म एक विचार है और कुछ नहीं...कोई पैदा नहीं होता...आपके विचारों से मैं पूर्णतः सहमति रखता हूँ...आपने मेरे आध्यात्मिक चिंतन में क्रांति ला दी है। इस रूपांतरण के लिए जितना आभार व्यक्त करूँ महाराज जी कम है। मेरे श्रद्धा सुमन 🌸🌹🌺🌻🌷स्वीकार करे!
@ratneshgupta-pc7yo
@ratneshgupta-pc7yo Месяц назад
प्रणाम! आत्मविचार के साधन को स्पष्ट करती ये सुन्दरतम प्रस्तुति व्यक्तिभाव के मूल कि मैं पैदा हुआ...मेरा जन्म हुआ...इस अज्ञान पर चोट करती है। एक गहरे असीम शांत भाव को उपलब्ध कराता अद्भुत प्रवचन !! 🙏🙏🙏🙏
@user-lo4dd3qu5y
@user-lo4dd3qu5y 28 дней назад
कहना उचित नहीं होगा...लेकिन मैं इन पुरी बातो से पुर्णतया असहमत हुँ...और इसमें कहीं किसी तरह की ज्ञान की बात नहीं हैं बस फालतु के तर्क दिये गये हैं...गीता के शलोको को आधार तो बनाया गया हैं...परन्तु केवल अपनी बातो को सिद्ध करने के लिये...जबकि भगवान श्री कृष्ण के द्वारा शरीर व आत्मा के मध्य सटीक अन्तर बताया गया हैं...पुनर्जन्म का पुर्ण विश्लेषण कर अर्जुन को सही दिशा दिखायी गयी हैं...मुझे हँसी आती हैं ऐसे अज्ञानीयो के ऊपर जो बिना ज्ञान के ज्ञान बाँटते हैं...और लोगो को पथभ्रष्ट करते हैं...जय श्री कृष्णा...
@souliseternal-
@souliseternal- 6 дней назад
महामूर्ख निपुण है ‐ भ्रम जाल में फंसाने की हुनर में।
@MishraChavvi
@MishraChavvi Месяц назад
प्रणाम महाराज जी, 'मैं हूँ' का भाव आपके द्वारा वर्णित एक महत्वपूर्ण अवधारणा है, जो हमारे अस्तित्व और पहचान की गहरी समझ की कुंजी है। यह दृष्टिकोण हमें आत्म-साक्षात्कार की ओर ले जाता है। 🌟 #मैंहूँकाभाव #अस्तित्वकीसमझ #आत्मसाक्षात्कार
@Satyabhan_singh_rajavat
@Satyabhan_singh_rajavat Месяц назад
सचमुच ही पति पैदा होता है जब पत्नी का फोन आता है और ये पति मर पिता पैदा हो जाता है जब बच्चों का फोन आता है। व्यक्ति लगातार पैदा और मर रहे है...तो किस जन्म की बात करते है लोग..कोई पैदा नहीं होता...सब माता पिता समाज द्वारा पकड़ाया अज्ञान है। सादर प्रणाम महाराज जी
@jivubhaipatel2984
@jivubhaipatel2984 Месяц назад
Very very very nice
@rajeevrajput287
@rajeevrajput287 Месяц назад
🙏प्रणाम प्रभु वास्तव में यह परम सत्य है जन्म एकमात्र अवधारणा है सत्य नहीं प्रभु आपकी वाणी आपका बोलना आपका बताना बड़ा ही सुंदर है आप इतने बड़े विषय को इतनी आसानी से समझा दे ते हैं प्रभु आपकी बात तो न्यारी है प्रभु आपकी चरणों में कोटि कोटि प्रणाम🙏🙏
@__Maheshsingh__
@__Maheshsingh__ Месяц назад
आप हमारी मान्यताओं और धारणाओं को नेस्तनाबूद कर हमें यथार्थ रूप से देखना सिखा रहे है...कृपया ग्यान का आशीर्वाद प्रदान करते रहे...🙏
@rohitrajput-jv8ly
@rohitrajput-jv8ly Месяц назад
प्रभु प्रणाम,, अपने बहुत ही सरल और सटीक बात कही है आप के सत्संग में एक अलग हीआनंद हे आप सत्य के साथ कोई भी समझोता नही करते आप सत्य को सत्य और सीधे बोलते आपका सत्संग मुझे झकजोर देता हे आपका बहुत बहुत धन्यवाद आपके चरणो में कोटि कोटि नमन🙏🙏
@RohitSharma-xv1ti
@RohitSharma-xv1ti Месяц назад
अत्यंत सधा हुआ सटीक वीडियो विवेक को जगाने के लिए युक्तियुक्त तथ्यों का प्रस्तुतीकरण सादर नमन महाराज जी ❤
@iamSantoshipandey
@iamSantoshipandey Месяц назад
प्रणाम महाराज जी, आपने व्यक्ति को एक निरंतर गतिविधि के रूप में परिभाषित किया है, जो हमारी पहचान के स्थिर न होने के विचार को उजागर करता है। यह दृष्टिकोण हमारे अस्तित्व के गहन पहलुओं की ओर हमारा ध्यान आकर्षित करता है, जो परिवर्तनशीलता और गतिशीलता का प्रतीक है। 🙏 #व्यक्तिकाअर्थ #निरंतरपरिवर्तन #अस्तित्वकीगतिशीलता
@rsanjiwanverma2021
@rsanjiwanverma2021 Месяц назад
प्रणाम महाराज जी🙏 | बहुत बहुत धन्यवाद महाराज जीवन में पहली बार ऐसी शिक्षा से रूबरू हुए इतना सटीक ज्ञान आज से पहले किसी ने दिया ही नही आत्मा का कोई जन्म ही नहीं होता आत्मा अजन्मी और अमर है प्रकृति है जिसमें जन्म और मृत्यु का खेल चलता रहता है। वर्तमान हालत को सुधरना ही असली आद्यात्म हैं यही सीधी और सरल बाते आपकी मन पर बहुत गहरा प्रभाव डालती हैं बहुत बहुत आभार महाराज जी इस पूरी वीडियो मे हर इक सीधे सच्चे स्पष्टीकरण के लिए !
@Surendra-qi6tl
@Surendra-qi6tl Месяц назад
गुरु जी आपका अपना सोच है, एक बीज में पूरा वृक्ष छुपा रहता है , अगर बीज आम का है तो आम, ओर अगर जामुन है तो जामुन। अगर खट्टे आम का बीज है तो बड़े होकर खट्टे ही फल देगा,ओर अगर मीठे आम का बीज है तो बड़े होकर मीठे फल देगा। उसी प्रकार एक बच्चे में उसका पूरा जीवन छुपा रहता है। बात जन्म मरण का है तो आत्मा न जनता है न मरता है।, हम तो इस शरीर का जन्म दिवस मनाते हैं
@prakashkandpal8828
@prakashkandpal8828 Месяц назад
Prakriti Bahar bhitatr sarvatra Hai
@user.525
@user.525 3 дня назад
बहुत सुंदर प्रस्तुति की ❤❤ आप ने जन्म ,मृत्यु के सम्बन्ध में तो समझाया पर मुझे लगा आत्मा के ऊपर आपने विस्तृत जानकारी नहीं दी कृपया अगला वीडियो अपलोड करें,🙏🙏🏼🙏🏼
@AgusIndra-zz1by
@AgusIndra-zz1by Месяц назад
प्रणाम महाराज जी, आपने जन्म और व्यक्ति-भाव को एक अफवाह के रूप में परिभाषित किया है, जिससे हमें यह सोचने पर मजबूर किया गया है कि हमारे अस्तित्व की वास्तविकता क्या है। यह विचार हमें हमारे वास्तविक स्वरूप और जीवन के सच्चे अर्थ की खोज के लिए प्रेरित करता है। 🌟 #जन्मकीअफवाह #अस्तित्वकीवास्तविकता #वास्तविकस्वरूप
@brijrajsinghrajput4214
@brijrajsinghrajput4214 Месяц назад
प्रणाम गुरू जी,आज आपने मेरी बातों को प्रमाणित कर दिया,इसींबात को मैं लोगो से पूछता हूं,कि आप कैसे पैदा हुए,मैं कौन हूँ,आप स्वयं पैदा हृए और अपने बारे मे आप कुछ नहीं जानते तो दूसरो के बारे में जानने में मत उलझो पहले अपने बारे में जानोबहुत आनन्द आयेगा,मंगलमय होगा,जन्म के समय आपके पास बुद्धि नहीं होती है,केवल आत्मा होती है,आत्मा के साथ बुद्धि नहीं होती है केवल अहंकार होता है जो पुर्नजन्म का कारण बनता है इसलिए इसी जन्म में अहंकार का त्यागकरने का ऋषि मुनि अभ्यास करते है भगवत भजन करते है,यही अहंकार त्यागने का परम् माध्यम् है,धनुष भंग इसी का उदाहरण है,धनुष का अर्थ अहंकार है।यह आध्यात्मिक रामायण से मिलता है।इसे पढ़े मनन करें फिर बतायें।अभी संक्षेप में लिरवा ,।सभी आध्यात्मिक प्रेमियों को सादर प्रणाम।
@hariom9328
@hariom9328 Месяц назад
महाराज ji स्मरण तो हमें पिछले जन्म का भी नहीं है। इसका अर्थ यह तो नहीं है कि पिछला जन्म नहीं था। स्मरण तो निद्रा काल का भी नहीं रहता।
@hariom9328
@hariom9328 Месяц назад
क्या कोई सज्जन इस शंका का समाधान करने का कष्ट करेंगे? अग्रिम आभार
@satya_ki_aur
@satya_ki_aur Месяц назад
प्रणाम! चैनल का वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। निद्रा के विषय मे अपनी जिज्ञासा हेतु देखे, 'गहरी नींद में हम क्या हैं वीडियो - ru-vid.com/video/%D0%B2%D0%B8%D0%B4%D0%B5%D0%BE-KEqQGP1S3gs.html ' और पिछले जन्म के स्मरण संबंधित अपनी जिज्ञासा हेतु देखे चौरासी लाख योनियों का रहस्य वीडियो। या कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके: ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com टीम - सत्य की ओर
@sharmilapatil3785
@sharmilapatil3785 Месяц назад
Aatma na jalm leta hai na marata hai es vishayi ki गहराई से janane ke liye aacharya prashant ke mukha se suniyejalm sharir ka hota hai aatma ka nahi man buddi aahankar ke karan ham sharir ko hi jalm mrytu manate hai aatma svatantr hai pyaj ki parat par prat nikalo aakhri shunya hi hai vaise svas ko chalane ki divya shakti hi chalati hai bas vipshyana me bhi nivaran ho jayega jaml bhi ma our pita ke dvara vah mas ka hi gola hota hai aatm sab karte huye kucha nahi karti na sayog hai na viyog haina din hai na rat aatma nitya sarva vyapi aachal our sthir hai aatma ko nam bhi nahi hai point off light hai jotirbindu svarup haiprakasha punj haiaatma hi parmatma hai pancha tatvo se par prakruti ko satta deti hai
@kailashchandrameena8559
@kailashchandrameena8559 16 дней назад
आत्म तत्व का जन्म मरण नहीं होता,बस, शरीर बदलाव को ही जन्म कहते हैं, यही शास्त्रों में उल्लेख किया गया है!! आत्मा को नित्य बताया गया है !!
@sangeeta4430
@sangeeta4430 Месяц назад
प्रणाम महाराज जी | आपकी सीधी और सरल बाते हमारे मन पर बहुत गहरा प्रभाव डालती हैं बहुत बहुत आभार महाराज जी इस पूरी वीडियो मे हर इक सीधे सच्चे स्पष्टीकरण के लिए !🙏🙏
@RajaYadav-wo2ed
@RajaYadav-wo2ed Месяц назад
🙏🙏महाराज जी आपकी बात एक दम सही है आप जो कुछ कहते है एक दम सही कहते है 🙏🙏
@alllndianlover2069
@alllndianlover2069 Месяц назад
🙏,महाराजी प्रणाम,🙏 आपका सत्संग बहुत प्यारा है इतना बड़ी बात इतने आसान भाषा मैं बताया आपने जन्म का सही रहेस बताया ये सत्य है ये जन्म एक आवरण हैं जो सत्य नई है ।हम लोगो के बताए गए मार्ग पर चल रहे थे । अपने आंखे खोल दी आपके चरणों मैं कोटि कोटि नमन 🌹🌹
@user-vo5vl1wi4j
@user-vo5vl1wi4j Месяц назад
जब तक वस्तु पूर्ण नहीं होगी, कार्य नहीं करेगी पूर्ण होने पर ही कार्य करेगी।
@MohitSardana-kn8vp
@MohitSardana-kn8vp Месяц назад
Person is an activity not an entity. In this video fake and groundless individuality is put into investigation in a very beautiful way. I really appreciate your efforts. Nice video 🙏
@user-cz5uz4ei4m
@user-cz5uz4ei4m Месяц назад
हिटलर कितना बुरा था पर कितनी सच्ची बात बोल गया कि एक झूठ को सौ बार बोलो तो वह सच के रूप में तब्दील हो जाता है। कोटि-कोटि प्रणाम!
@girishchandra3836
@girishchandra3836 18 дней назад
आपने ठीक कहा, आत्मा स्थिर और अचल है. आत्मा का न जन्म है, न मृत्यु है. जन्मदिन का क्या मनाना, हम तो पल पल मर रहे हैँ. ये सच है. आपके विचार चिंतन करने योग्य है. धन्यवाद.
@aneeshrajput8128
@aneeshrajput8128 Месяц назад
🙏प्रणाम महाराज जी 🙏 "मैं हूँ का भाव" का मतलब हो सकता है "मैं हूँ का महत्व" या "मेरा अस्तित्व". यह वाक्य एक विचार या स्थिति को दर्शाने के लिए प्रयुक्त हो सकता है, जैसे कि कोई अपने व्यक्तित्व, स्थिति या महत्व का अनुभव कर रहा हो।
@Technician743
@Technician743 Месяц назад
🙏प्रणाम महाराज जी अपने बड़े ही सरल शब्दों में सत्संग को समझाया है 🙏
@Rishabh-Malav
@Rishabh-Malav Месяц назад
महाराज जी जन्म एक concept है you explained in very nice way...now we hope a video in future explaining death too is a concept...आशा है video प्राप्त होगा। सप्रेम धन्यवाद और नमन आपको 🌸
@rajeshkumarvishvkarma8366
@rajeshkumarvishvkarma8366 19 дней назад
आत्मा अमर है, शरीर परिवर्तनशील है, आत्मा वासनाओं से ग्रस्त हो जाए तो इसकी पूर्ति हेतु बिषयानुकू शरीर धारण करती है।
@omprakashswarnkar3359
@omprakashswarnkar3359 Месяц назад
ये इनके संदेह का ही परिणाम है जो बताया गया ये भी उतना ही असत्य हो सकता है। ज्ञान अंतर में है उसे जानने के लिए अंतरिक साधन करने होगें। जय जय श्री सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम सीताराम।
@ramankumarkapila3911
@ramankumarkapila3911 Месяц назад
Koi.bhi.sadhna.bhagwan.tak.pahunchati.kewal.apne.swa.k.gyan.k.bina.sambhav.hi.nahi.h.swa.ka.har.k.pass.sda.pahle.se.hi.hota.h.kewal.apne.swa.me.jagna.h
@kkpandyapandya126
@kkpandyapandya126 Месяц назад
जय सीताराम प्रभु आपका स्वागत है। आप सो जाते हैं। आपको स्वप्न आया!आप सो गये है तो स्वप्न किसको आया? स्वप्न तूट गया तब स्मृति में स्वप्न की हकिकत किसने उजागर कर दी?आपको विस्मृती होने से सो गये थे!!, कुछ समजमें आया प्रभु!! अब आगे बढ़ो,,, मात-पिता की सेवा की है?, यदि हां तो बताओ प्यारे प्रथम गुरु मात पिता क्यों। आपने जन्म लिया तब दाहिने पांव को निकाला था या मस्तक हाथ-पांव उर्ध्व होकर जन्म लिया था। यदि दाहिने पांव को निकाला गया है तो आप कौन-सी ‌श्रेणी के मानवी होने जरुर जाने बाद में गुरु गम/गुरु शान की बात होगी प्रभु। एक दासानुदास का दास अनपढ़ सद् गुरु दाता की करूणा से ऋत् जानकारी देने की चेष्टा कर रहा हूं! पुनः जय सीताराम प्रभु
@shakishty
@shakishty 17 дней назад
Atma bhi nahi hai.Bhagwan bhi nahi hai.
@radheyradhey613
@radheyradhey613 17 дней назад
यदि जन्म मिथ्या है तो मृत्यु कैसे संभव है?
@sumitrajput8867
@sumitrajput8867 Месяц назад
प्रणाम महाराज जी आपने बताया कोई भी पैदा नहीं होता हमको समझ नहीं आता यह जन्म फिर हुआ कहां से🙏
@CarlsRogersPeterson
@CarlsRogersPeterson Месяц назад
Yes...yes...#Iamness is first block of this individuality. And this first block was absent during conception..during development of zygote...during delivery and so on until the age of around 3 to 5 years. Some people I mean spiritual gurus suggests full flashed appearance of individuality took a time for its development and it reflects itself properly at the age of 12. Thanks for providing such an enlightening video.
@sheoram2668
@sheoram2668 29 дней назад
Very super g
@NinadsinghRajput
@NinadsinghRajput Месяц назад
आपके व्याख्यान ने यह स्पष्ट किया है कि व्यक्ति की पहचान स्मृतियों और मानसिक गतिविधियों द्वारा निर्मित होती है। इस दृष्टिकोण से यह समझ में आता है कि हमारी व्यक्तिगत पहचान स्थिर नहीं है, बल्कि समय के साथ बदलती रहती है, जो एक गतिशील और विकसित हो रहे अस्तित्व का प्रतीक है। 🧠 #स्मृतियां #व्यक्तिकीपहचान #गतिशीलअस्तित्व
@websurf8072
@websurf8072 Месяц назад
ये ऐसा ही है की मेरी शादी नही हुई तो मेरी संतान के होने का कोई सवाल नही बनता परमात्मा के रूप में भी कही नही है मेरे जन्म से पहले मन मुझे जन्म और मरण का भ्रम देता है
@Getpeacebyinnerpeace
@Getpeacebyinnerpeace Месяц назад
Aapke har video se main aur clear hota chala jata hu aur jo hamare manne main jo nhi hai usske aur pass chala jata hu ek kosis jo nahi hai usse janne ki
@ravindrasingh8831
@ravindrasingh8831 7 дней назад
Thanks
@rajeshkondal2378
@rajeshkondal2378 Месяц назад
Kya Nidra main hum nahi hote hai??Nidra ka koi anubhav nahi hota?? Kya Anubhav he hone ka praman hai, Kya dharna hi jivan hai kyoki anubhav hota hai?? kya hum sadev nahi hai...without having anubhav or no anubhav??
@deveshbhardwaj5204
@deveshbhardwaj5204 17 дней назад
मैं अपनी मम्मी को आज भी अचानक कोई पुरानी बात बताता हूं तो मम्मी माथे पर हाथ मारकर बोलती है कही तुझे ये भी तो याद नहीं की पैदा कैसे हुआ था। मुझे अचानक कोई भी वाक्या या आ जाता है और वो कभी कभी तब का होता है जब मैं डेढ़ साल का था । आज मैं 42 साल का हूं और अभी भी अचानक कोई दृश्य मस्तिष्क में विजुअलाइज होने लगता है जब मैं डेढ़ या दो या तीन साल का था । मुझे सबसे पुराना वाक्या डेढ़ साल की उम्र का याद है । मुझे अपने डेढ़ दो साल की उम्र में पहने हुए कपड़े तक याद हैं। और ये मैं कोई गप्प नही मार रहा । क्योंकि यहां गप्प मारने से मुझे कोई अवार्ड नही मिलने वाला।
@pankajkumarsoni347
@pankajkumarsoni347 2 дня назад
Aapka anubhav achchha hai
@shashikantdixit7310
@shashikantdixit7310 22 дня назад
Dandvat pranam maharaj ji 🙏
@SoniSingh-mn4pi
@SoniSingh-mn4pi Месяц назад
ॐ।
@Getpeacebyinnerpeace
@Getpeacebyinnerpeace Месяц назад
Apke vichaaron se gyaan leker ek choti si kosis kar raha hu apne channel ke madhyam se krapa banaye rakhe maharaj ji
@dharmdeosingh521
@dharmdeosingh521 Месяц назад
आप को कोटि कोटि नमन है कि सत्य और असत्य को समझने में मदद मिलेगी,❤
@Krishna-gt4ql
@Krishna-gt4ql Месяц назад
आजकल निसंतान दंपति टेस्ट ट्यूब बेबी के द्वारा बच्चे पैदा कर रहे हैं क्या उसमें आत्मा नहीं होती. यदि उसमें आत्मा होती है तो किस में प्रवेश करतीहै. क्योंकि पिता के शुक्राणु और माता के अंडाणु को बाहर निकाल कर निषेचन क्रिया बाहर करवाया जाता है
@ananyapatel2002
@ananyapatel2002 25 дней назад
So, we have been led on a journey of moving towards "i am ness", which is a mirage, in reality, everything is nothing and yet everything. One question that comes to mind is, does the realization of the tentacles, namely societal constructs, help us in getting rid of them? If not, then what exactly is "knowing the truth"?
@sachdevafootwear7747
@sachdevafootwear7747 Месяц назад
💯 True
@Ramakrishnan-R-Iyer
@Ramakrishnan-R-Iyer Месяц назад
Pranam Maharaj Ji, You have explored the concept of birth from a profound perspective. The idea that birth is merely a concept and not the truth challenges our conventional understanding of existence and consciousness. This viewpoint inspires us to look towards our true nature. 🙏 #ConceptOfBirth #Existence #TrueNature
@shyamaverma6288
@shyamaverma6288 Месяц назад
Hamre janam lene ka koi anubhav nhi h hamare pass ye satya h aaj se pahle ye baat hamre man me kabhi aai bhi nhi is satya se parichit karvane ke liy aapka bahut bahut abhar maharaj ji 🙏🙏
@bhausahebbhuse978
@bhausahebbhuse978 Месяц назад
स्पेस कही से आता नही और स्पेस कही जाता नहीं है l स्पेस अनंत है l इसी स्पेस मे शरीर तैयार होता है और शरीर के भितर भी स्पेस होता है l शरीर जब छुट जाता है तो अंदर का स्पेस बाहर के स्पेस मे एक हो जाता है l जब सारे दृष्यो को निकाल दिया जायेगा तो स्पेस ही बचेगा l इसी स्पेस मे ही सब घट रहा है l जो ठोस दिखाई दे रहा है शरीर ओ भी एक तरंगीत ऊर्जा ही है l शरीर हर सेल्स मे स्पेस ही है l अंदर स्पेस बाहर स्पेस और शरीर के हर सेल्स मे स्पेस बस स्पेस के सीवा कुछ भी तो नहीं है l इसी स्पेस मे अपने होणे का अनुभव चल रहा है l शरीर को निमित्त बनाया जा रहा है l
@SoniSingh-mn4pi
@SoniSingh-mn4pi Месяц назад
स्वामीजी के श्री चरणों में कोटि कोटि नमन!
@jitendramanwani8512
@jitendramanwani8512 Месяц назад
कई लोगों को जब hipnotise किया जाता है तब उन्हें माता के गर्भ में होने क़ी बात याद रहती है 🙏
@pappibinner2855
@pappibinner2855 29 дней назад
ਇਹ ਲੋਕ ਤਾਂ ਸਮਝਾਉਣ ਵਾਲੇ ਨੂੰ ਹੀ ਰੱਬ ਪ੍ਰਭੂ ਦੱਸ ਰਹੇ ਨੇ ਉਹ ਇਨ੍ਹਾਂ ਦਾ ਖੰਡਣ ਵੀ ਨਹੀਂ ਕਰ ਰਿਹਾ ਕਮਾਲ ਹੈ
@bhaskarsurvase5959
@bhaskarsurvase5959 Месяц назад
अव्यक्त ही एकमेव जिंदा/ जीवित है और बाकी सब मरा हुआ ही है/मरे हुए ही है, हम अव्यक्त है ही है ।
@shripalchauhan8562
@shripalchauhan8562 29 дней назад
आदरणीय श्रीमान जी सादर नमस्कार।सादर राम राम जी।आप कृष्ण के ज्ञान के आधार से अपनी बात कह रहे है।आप अपने स्वयं के विषय में बाताये कि आप अपनी मां के गर्भ में बने शरीर में कैसे आये?और क्यों आये?और गर्भ में आने से पहले आप कहां थे?आप माता पिता के द्वारा बनाये गये शरीर में जीव है या जीवात्मा या आत्मा है या आप कुछ है भी या कुछ भी नही? शिशु विज्ञान और गर्भ विज्ञान की आपको कोई जानकारी नही है आप अपनी सभी बाते बिल्कुल झूठ कह रहे है।जब मां के गर्भ में पल रहे शरीर में जीव नही होता है या कोई भी मोमेंट नही होता है तब शिशु प्रशिक्षित डाक्टर गर्भवती से कहता है कि आपका शिशु गर्भ में ही मर गया है। सृष्टि में जहां गति है जहां व्यक्त या अव्यक्त विचार है जहा निर्णय लेने की क्षमता है वही सत्य चतन सता जीव या आत्मा उपस्थित है।आप गर्भ के शिशु को मांस का पिंड कह रहे है परन्तु यह मांस का पिंड एक जीव/ जीवात्मा /आत्मा का संवाहक है। उसमें सत्य चेतन सत्ता जीव या आत्मा उपस्थित है तब ही उसमे मोमेंट है। हां गर्भस्थ आत्मा के चित्त की स्थिति सुषुप्ति स्थिति है इसमे आत्मा को अपने बारे में कुछ भी जानकारी नही है।यदि गर्भस्थ आत्मा के चित्त की स्थिति पूर्ण जागृत है तब उस आत्मा को अपने आने जाने की भी पूरी जानकारी होती है।गर्भस्थ शरीर में उपस्थित जीव को अपने आने जाने की जानकारी उस जीव के चित्त की जाग्रत अवस्था पर निर्भर करती है ।यदि संभोग के समय माता के अंडाणु और पिता के शुक्राणु के निषेचन से बने भ्रूण में प्रवेश करने वाली आत्मा का चित्त पूर्णतः जाग्रतावस्था में है तब उस आत्मा को शरीर में आने का पता होता है उदाहरणार्थ समय-समय पर अनेको पुनर्जन्म के मामले सामने आते रहते है। महाभारत में अभिमन्यु का मामला भी चित्त की पूर्ण जागृत अवस्था से संबंधित था जब उसने चक्र व्यूह भेदने के लिए चक्र व्यूह में प्रवेश किया था। प्रत्येक जीव/जीवात्मा/आत्मा के वर्तमान जीवन की और पूर्व के जीवन की समस्त स्मृतियां उस चेतन सत्ता के चित्त में संग्रहित रहती है ।जब आपको आज के अपने जीवन की पहली सुबह का पहला विचार याद नही है तब आपको अपनी मां के गर्भ में आने की स्मृति कैसे रह सकती है?आपकी सभी बाते भ्रमित है और मन के आचार विचार पर आधारित बिल्कुल झूठ है। आत्मा शरीर के जन्म के साथ जीव जगत में आती है और शरीर की मृत्यु के साथ शरीर छोड़ कर अपनी इच्छा के अनुसार या अपने पूर्व जन्मों में कियेगये कर्मों के और इस जन्म में किए गए कर्मो के अनुसार कर्म भोग ने लिए दूसरे शरीरों में प्रवेश करती है।आपको अपने जन्म के बारे में इसलिए जानकारी नही है और अन्य स्त्रियों व पुरुषो को भी जानकारी नही है क्योंकि कि आप सबका का स्मृति कोष चित्त बिल्कुल सुषुप्ति अवस्था में है।जब आप अपने दो घन्टे या आधे घंटे या दस मिनट पहले के विचार को याद नही रख सकते तब आप मां के गर्भ में आने की स्मृति कैसे याद रख सकते है?आपकी सभी बाते कपोल-कल्पित है और‌दूसरो को भ्रमित करने वाली है। आपकी कोई भी बात प्रयोगात्मक रुप में उचित नही है। प्रत्येक जीव/आत्मा में चित्त के रुप में अपना स्मृति कोष होता है जिसे आज की भाषा में मेमोरी डिस्क भी कहते है। आपका चित्त जितना विस्मृत होगा आप उतने ही भूल्लकड होगे।यह बिल्कुल प्रत्यक्ष है और प्रमाणित भी है।सादर नमन
@DharamSingh-by4om
@DharamSingh-by4om 27 дней назад
Sir, HE talks 🦜 Actually GEETA versus r for Soul, which is saturation And this man linked with birth..pl tell him LIFE AFTER DEATH. Regards
@heenaverma6474
@heenaverma6474 Месяц назад
Pranaam maharaj ji 🙏 bhot hi sateek baat aapne kahi.only need to reveal the hidden truth..dandwat pranaam
@Sydney_Morelli
@Sydney_Morelli Месяц назад
Yes...yes...I-am-ness is first block of this individuality. And this first block was absent during conception..during development of zygote...during delivery and so on until the age of around 3 to 5 years. Some people I mean spiritual gurus suggests full flashed appearance of individuality took a time for its development and it reflects itself properly at the age of 12. Thanks for providing such an enlightening video.
@sangeeta4430
@sangeeta4430 Месяц назад
Parnaam maharaj ji 🙏 ❤
@vasirawat9787uk
@vasirawat9787uk Месяц назад
🙏🙏
@AnuragKindo-qh2hp
@AnuragKindo-qh2hp Месяц назад
व्यक्ति की पहचान का स्मृतियों से निर्माण होना दर्शाता है कि हम स्थिर नहीं, बल्कि लगातार बदलते हैं। #स्मृतियां #गतिशीलता
@PkSingh-bs5vh
@PkSingh-bs5vh Месяц назад
Pranam Gurudev 🌹🙏
@gyanendrapradhan8959
@gyanendrapradhan8959 Месяц назад
नवी माता नवी पिता;नवी बन्धु नवी सखा;नवी गुरु नवी शिष्य। बस निराकार शिवोम शिवोम अनन्त ब्रामण्डम मै ।❤।प्रेममय अंतहीन ऊर्जावान शक्ती ऊ;कार ।
@sumanmishra8174
@sumanmishra8174 22 дня назад
Abimanyu ko to Janam se hi chakrabihu me ghusne ka Gyan tha. Ye kaise hua.
@gagarmesagar2296
@gagarmesagar2296 Месяц назад
🌹
@Getpeacebyinnerpeace
@Getpeacebyinnerpeace Месяц назад
Ye memory ye vichar hi hame paida karte hai aur marte dum tak ye vichar jakde rakhte hai aur ye vichar hi ek param ko agyan se dhak deta hai
@MohanLal-qk8pm
@MohanLal-qk8pm Месяц назад
जीस दीन जनम हुआ उस दीन का अनूभव सबके पास होता है अनुभव करने के लिऐ अवचेतन तक पहुचना होता है
@sandeepuniyal6164
@sandeepuniyal6164 Месяц назад
🙏🙏🙏बडी कृपा सर
@shashikantdixit7310
@shashikantdixit7310 22 дня назад
100%right
@indarchaudhari3785
@indarchaudhari3785 24 дня назад
Jai shree mahakal 🔱 🙏 all To phele ke yogyo or richy munio dawa gurukul me ak he bhi vidhya sikhai jati ti isme aap ke pure sarir ko niyantran kese kerna or usse har sij ka problem ka solution hota he meditation me so sorry 💪🙏🔱 Jai shree mahakal 🔱
@rajindergoyal9990
@rajindergoyal9990 25 дней назад
Sir yahi satya hai
@shankarraga5502
@shankarraga5502 29 дней назад
🙏🏿ॐनमःशिवाय🙏🏿❤❤❤
@rajeshkondal2378
@rajeshkondal2378 Месяц назад
Narayan hari Prabhuji 🙏🙏🙏
@babitajainhar9503
@babitajainhar9503 29 дней назад
@KamalKumar-ld9bj
@KamalKumar-ld9bj Месяц назад
Om
@user-kl1jk3md9k
@user-kl1jk3md9k Месяц назад
Koi😅paida😅agar😅na😮hota😮tab❤ye❤sabad❤ vichaar😂bhi❤khatam❤end❤ho❤jata😂h😂aage😂fir❤no❤kuchh❤bhi❤
@spsharma6006
@spsharma6006 Месяц назад
आज कल videos उपलब्ध हैं सारे process मिल जाते हैं देख सकते हैं ।
@ramankumarkapila3911
@ramankumarkapila3911 Месяц назад
Hariom.guruji.❤
@BrijeshKumar-yn8ou
@BrijeshKumar-yn8ou 27 дней назад
Where. Will. We. Live. After. Death.........
@user-hu4gr9cm1c
@user-hu4gr9cm1c 17 дней назад
Yah to ham mante Hain Jo apna hai sharir bhi apna nahin hai to aur koi kaisa apna ho sakta hai duniya ka kya Bharosa jab apna hi sharir apna sath hi nahin deta to duniya ke sharir Ko kya Bharosa
@bbissujangarh483
@bbissujangarh483 22 дня назад
To kya smriti hi mai hu ??... ki agar yaad nahi he to mai nahi hu??? Ya mai tha per Smriti nahi thi ???
@harshankargehlod9136
@harshankargehlod9136 Месяц назад
महाराज जी आप थोड़ा सा इस बात पर प्रकाश डालें आत्मा होती है या नहीं होती है और होती है तो तो वह आत्मा दूसरे के शरीर को कैसे पकड़ लेती है जिसके ऐसे कई उदाहरण है कृपया इस पर प्रकाश डालने का कष्ट करें
@shilpideydas9025
@shilpideydas9025 Месяц назад
Gitate likha achhe atta obinashi er na janmo hoy na mitto🥺 too atta matri gorbhe ei na karo sorire❤
@user-be1fo5mz5k
@user-be1fo5mz5k 16 дней назад
आत्मा का जन्म नही होता ,वासना का जन्म होता है
@priyadarshibulbul8931
@priyadarshibulbul8931 26 дней назад
❤❤❤❤❤❤❤❤
@Radheradhe12651
@Radheradhe12651 Месяц назад
Agar kuch hai hi nahi to kya hai phit
@Manohardesai-os8wf
@Manohardesai-os8wf Месяц назад
लोग इसी अज्ञान में उलझे है कि गर्भ में शरीर movement करता है तब उसमें आत्मा आ जाती है। गीता के श्लोक नहीं देखते कि आत्मा पंचभूतात्मक प्रकृति से असंबद्ध है...लोगों को चाहिए गरुड़ पुराण की मिथ्या अवैज्ञानिक गीता विरुद्ध बाते...और ऐसे में होता है आध्यात्मिक शोषण और फलते-फूलते हैं जन्मकुंडली बनाने वाले पंडित पुरोहित और जन्म के नाम पर मुर्ख बनाने वाले तथाकथित साधू एवं संत! बहुत ही मार्मिक एवं तथ्यपूर्ण प्रस्तुति 🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹🌹
@thecreation272
@thecreation272 16 дней назад
अगर अफिस मे जन्म का तारिख पुछे ताे क्या यही भिडियाे दिखाएं ? 😅😊
@karmilosequeira4249
@karmilosequeira4249 15 дней назад
😅😅😅😅😅👌👍🙏🙏
@PramodBhai-hf4ke
@PramodBhai-hf4ke 17 дней назад
Gita Satya he atma amar
@abhaymishra4001
@abhaymishra4001 29 дней назад
Sharir to paida ho rha uske alawa to kuch dikha hi nhi to kaise man le ki kisi ka janam nhi hota
@nandkishorbathere2943
@nandkishorbathere2943 Месяц назад
Shareer ka janm hota h hamara nahi kyonki ham sab aatmaye h iswar ka ansh h aatma me hi sab hota h aatma ke bheetar hi sab hota h shareer ke bheetar bahar keval or keval aatma hi h jiska ant nahi jiska aadi nahi aatma nirlep h vo kabi kisi bhi bastu se lipt nahi hoti vo sabhi jageh viddman h satguru ke bina anubhav me nahi aati ..isliye jaankar satguru ki khoj keejiye
@bhagwatvishwakarma4365
@bhagwatvishwakarma4365 3 дня назад
Ye baat hajam nahi huye
@ballurajput5686
@ballurajput5686 Месяц назад
हरि ॐ
@chandramohansharma4684
@chandramohansharma4684 Месяц назад
Guruji aapse milna ho to?
@satya_ki_aur
@satya_ki_aur Месяц назад
प्रणाम! वीडियो देखने के लिए धन्यवाद। कृपया अपने प्रश्न और सुझाव हमें नीचे दिए गए ईमेल पते पर भेजें ताकि हम महाराज जी द्वारा आपको विस्तृत समुचित उत्तर उपलब्ध करवा सके: ईमेल आईडी: satya_ki_aur@yahoo.com सत्य की ओर - हंसानंद जी महाराज
@Ram22730
@Ram22730 16 дней назад
Hum 2 hamare 12 ky hai
Далее
КРЫЛЬЯ - ЗЕНИТ: все голы
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УГАДАЙ ГДЕ ПРАВИЛЬНЫЙ ЦВЕТ?😱
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