क्या ही सुंदर घर हैं जळगाव मे विभाजी आपके मायके का, नया नया बानाया लगता हैं, घर के बाहर खेती शुरू हो जाती हैं, यांनी मैन गाव से बाहर घर बनवाया हैं, मुझे बहुत पसंद आया. अगली बार खेती भी दिखाना. मेरे मा का मायका भी भुसावल से सावदा के आगे एक गाव मे हैं, उनकी भी साठ एकड जमीन हैं, लेकीन दुःख की बात है, मेरी माँ को कभी कूछनहीं दिया उनके दो भैया ने, खैर अभी हम पड लीख के उन्से बहुत आगे निकल गये है. कितने चने ऑर गूड ऑर कपडे दिया आपको वीभाजी, मेरा ही मन भर आया. बहुत सुंदर परिवार है आपके मयकेका. 👍👍👍👍👍👍👍👍👍