One girl asked RG in Karnataka about NCC. He replied that ge dies nit know about NCC. Thus is the extent of his feberal knowledge. It is sad that in a country of 140 Crores there is no alternate to RG.
बिरला जी को इस्तीफा दे देना चाहिए और बिरला जी अब उसे कुर्सी पर नहीं बैठने के लायक है बिरला जी के ऊपर भी भ्रष्टाचार का आरोप लगा है बिरला जी ने बगैर रिश्वत खाई एक तरफा फैसला किया है अगर बिरला जी ईमानदार होते तो आज उनके ऊपर आरोप नहीं लगता और विपक्ष का स्पीकर नहीं बंद होता इसलिए बिरला जी को इस्तीफा दे देना चाहिए अगर जहां घर भेजी थी करवाना है तो बेज्जती करवा सकते हैं यह भाजपा की जात में है भारत
विपक्ष के सांसदों की सदस्यता फिर से खत्म कर दिए जाने से पूर्व स्पीकर के खिलाफ तुरंत अविश्वास प्रस्ताव लाना होगा वर्ना विपक्ष पहले ज्यादा प्रताड़ित होगा।
@@SharmaMoolchand*हॉं बेशरम झुट बोलता है किसानों पर गाडी चढाता है, किल ठोकता है, पेपर लिक करता है राम मंदिर में घपला करता है बेशरम महिला पर अत्याचार करवाता है और कहता है नारी सम्मान..!*
ओम बिरला देशभक्त नहीं है , विपक्ष की बात सुनना नहीं चाहता विपक्ष की आवाज दबाना चाहता है , लोक सभा स्पीकर डर गया इसलिए माइक बंद कर दिया अंधभक्त अब तुझे समझ में आया वह कोई महान नहीं है
क्या धनखड और बिरला को सदन में खडगे और राहुल गांधी के माईक म्यूट होने की वजह का खुलासा नहीं करना चाहिए, अगर कोई तकनीकी कारण है तो उनका खुलासा करके उन्हें अपने आचरण को पाक साफ सिद्ध करना चाहिए।
लोकसभा के अध्यक्ष और राज्यसभा के सभापति का वहिष्कार करना चाहिए,ये दोनों भारतीय संविधान और लोकतंत्र पर काले और बदनुमा धब्बा हैं,इनका एक पल भी पड़ पर बने रहना देश का दुर्भाग्य है।
दिपक साहब ; संदीप साहब और अभिषेक साहब आपलोगो का चर्चा बहुत ही अच्छा लगा । लेकिन बचपन मे जो कहावत पढ़ा था वो आज देखने को मिल रहा है -- वो है " चोर चोर मौसेरे भाई " ।
सांसदों का निलंबन हमने देखा है यही है सत्ता का अहंकार जो देश की जंता इनके आचरन से नाखुश है जो आजादी से अबतक नहीं हुआ वो 2014 से मोदी और विरला का नफरत देखने को मीलरहा है जो अशोभनीय है या तो दोनों आचरन बदल दे नहीं तो जंता बदलना जानती है आदरणीय आपको नमन आपका स्वागत है आदरणीय जय हिंद जय भारत जय संविधान आदरणीय
पिछले लोकसभा सत्र में स्पीकर बिरला ने जो व्यहार माननीय सांसदों को निलंबित करने का काम किया था, वैसा काम तो संविधान सभा में अंग्रेजों ने भी नहीँ किया था, ज़ब वह आजादी से पहले हमारी संविधान सभा चलाते थे.
He's been the most biased and undemocratic person ever seen as a speaker infamous for his his rulings in the parliament ! Parliament isn't a school or a college where the teacher, snubs a questioning student !
ओम बिरला लोकसभा अध्यक्ष हैं तो वाकी सांसद तो हैं ही। कोई सड़क छाप तो नहीं। आखिर ओम बिरला भी तो एक सांसद ही तो हैं। अब ओम बिरला की मानसिक सोच यह है कि संसद में सांसदों का कोई कुछ बजूद ही नहीं है शायद इसीलिए एक एक रईसजादे मालिक की तरह अपने नौकरों हर बात पर सुनने से पहले डाॅंट-फटकार से पेश आवे।वस यही सोच संसद के लिए बहुत ही घातक बनती जा रही है। ऐसी इस घटिया सोच को त्वरित ही बदलना होगा।
ये महाशय, माननीय, महोदय हारते हारते बमुश्किल जीते हैं अपने खुद के निर्वाचन क्षेत्र में अगर गद्दार कांग्रेसी गद्दारी नहीं करते तो ये माननीय अपने घर की शोभा बढ़ा रहे होते सदन की नहीं
कुछ लोगों को कुर्सी मिलते ही अपने आप को भगवान समझने लगते है। सेवक है सेवक की तरह बर्ताव करें! आज़ाद भारत में जनता मालिक है। जनता ने वोट दे कर भेजे सांसदों की आवाज़ ना दबाएं! ये जनता का अपमान है।
bhaii Janta ek din ki malik hai aur woh 5 saal ke..Democrasy khatam ho chuki hai india me .Ab sareaam vote ki kharid frokht ho rahi hai woh bhi janta ke paise se.koi 100000 ki kimat lagata hai to koi bijli paani bus free me dekar. yeh bhi drug jaisa nasha hai.Jisko seh nasha ek baar lag gaya woh kabhi bhi nahi chhodega is mehgayi ke jamane me.kaun dalega apne pariwaar par 5-10 hajar kharcha jo kejriwaal free me de raha hai.
राष्ट्रपति के भाषण के बाद चर्चा हो जाती तो क्या आसमान गिर जाता, सीबीआई जांच चल रही है, रपट आना बाकि है, तो नाटक करते हैं राहुल जी, ठगना चाहते हैं प्रतिभागियों को, अनुशासन में रहना चाहिए सभी को, हम सभी को भी, लोकतंत्र की मर्यादा, शोभा इसी में है नहीं तो निस्काशन भोगना पड़ेगा, संसद नियम से चलेगा, सद्बुद्धि, शुभ कामनाएं
बिना पूंजी निवेश के विकास नही हो ता है, इतनी नफरत है तो कांग्रेस शासित राज्यों में अडानी जी का क्यों काम दिया जा रहा है, राहुल जी से पूछे, सद्बुद्धि हो, शुभ कामनाएं
दिपक सर आपकी पत्रकारीता दिन ब दिन इस हिटलरशाही सरकार की बुराई बेखौफ होकर सामने दारही है और वह भी निःपक्ष होकर उसे हम सलाम करते है....ये सरकार जल्दही अस्थिर हो इसकेलिये हम दुआ कर रहे है क्युं की मोदीजी सुधीरने के काबिल भी अब नहीं रहे.... only India
लोकतंत्र के संवैधानिक पद पर बैठा व्यक्ती सबसे ज्यादा असंवैधनिक , अलोकतांत्रिक । संविधान विरोधी। शिक्षा, किसान , जवान विरोधी। मणिपूर विरोधी। महिला विरोधी।
दीपक जी मोदी जी की सत्ता तीन लोगों के सहारे है नितीश नायडू और पासवान लेकिन इन तीनों का आत्मसम्मान खत्म हो चुका है नहीं तो पासवान क्या मोदी जी को समर्थन करते
यह ठीक है संसद में स्पीकर के पास कोई " विशेष बटन" नहीं? लेकिन स्पीकर साहब, के पास विशेष अधिकारों का ऐसा कंट्रोल है कि कुछ मामलों में,तो सुप्रीम कोर्ट जैसे न्यायिक संस्थान के भी हाथ बंधे नज़र आते हैं? अत: स्पीकर द्वारा माईक का " बटन" या हाऊस के कैमरों को कंट्रोल कर विपक्षी नेताओं से अपने या अपने नेता पर केंद्रित करा दें? इस सबकी सैंकड़ों मिसालें हैं!
बिलकुल सही बात है। हम भारत के लोगो ने अनुभव किया # ओम बईमान हैं, इनको औकात कहा से मिली ? थोड़ा इंतजार करें # बिरला को सबक सिखाया जाएगा। कोई गारंटी नहीं सरकार अमृत काल पूरा कर पायेगी? # nda गयो. बिरला के मुस्कुराहट में पाखंडपन साफ पकड़ा गया।
ऐसे स्पीकर को सांसदो का टाईमपास करने के लिए चुना गया है क्या,, जब स्पीकर ही ऐसा बर्ताव विपक्ष के साथ करेगा तो देश हित के मुद्दे कब,कौन और कैसे उठाये जायेंगे,,क्या बिरला और सत्ता पक्ष तानाशाही रवैया अपना रहा है इसके लिये विपक्ष को मजबूती से पेश आना चाहिए
मोहितराजी का मामला निजी था औऱ सदन से बहार का था लेकिन भदौरी ने तो सदन की सारी मर्यादा को तोड़ कर पूरी दुनिया में भारत के सदन को बदनाम किया तो उन्हें आजीवन चुनाव लड़ने पर प्रतिबन्ध होना चाहिए लेकिन अफसोस तो इसबात का है के सदन के सभापति ने मुक़ प्रेक्षक की तरहा मौन धारण करके बैठे रहे जो शर्मनाक था,
भइयो इसको जय भीम जय जोहार और जय संविधान तो बोलते ही रहो साथ में इसकी मॉडल बेटी जो बिना upsc की परीक्षा दिये ही ias बन गयी है उसको निरस्त करने की भी माँग उठाते रहो ।
@@SportsAndForkHe is not partial but performs his duties diligently. Opposition should behave in proper way otherwise face the music. The power, at present, is with NDA , no delinquent will be spared.
अभिशेक जी और संदीप जी जय हो आपकी जवाब दारी की।आप की इस जवाब दारी मे ये भी सुनिश्चित होना चाहिए कि ऐसे कसाई स्पीकर को किस प्रकार से , हटाया जाना है, बल्कि स्पीकर ही क्यों, ऐसी सरकार की ही क्यों ना छुट्टी हो जाये। कोई तो तरकीब होगी।जय भारत जय संविधान।
स्पीकर साहब लोकसभा में ससंद के न्यायाधीश जैसे है उन्हें पक्ष एवं विपक्ष के साथ बराबरी का व्यवहार करना चाहिए ।लेकिन विपक्षियों के माइक बन्द करना , विरोधियों पर कार्यवाही और पक्ष वालो को बचाना पक्षपात है पक्षपात..... उन्हेँ संरक्षक के रूप मे काम करना चाहिए।
मैं कोटा से हू और अब मुझे कोटा भविष्य खाक में नजर आ रहा है। अगर इनके रहते संसद में नीट पर न्याय नहीं हुआ तो कोटा से कोचिंग ईंडस्ट्री खतरे आ सकती हैं और लाखों लोगो की आजीविका पर बुरा असर पड़ेगा
❤ दीपक शर्मा जी सर्वश्रेष्ठ ईमानदार जुझारू निर्भीक शिक्षित संतुलित अनुभवी हंसमुख मिलनसार पत्रकार हैं 🇳🇪 आपका स्वागत वंदन अभिनंदन करते हुए हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं
न तो मोदीजी को हटा पायेगे,, और न तो ओम बिरला को हटा पायेगे,, ए देश भकत जनता ने बहुमत दिया है,, कोई जनता को 8500 रुपये महीना की लालच मे सरकार मे नही आये है,, ए बात समजना
इंतिहाइं बेशरम इंसान है मौजूद वक्ता (Speaker) !! वह विपक्षी दलों, विशेषकर कांग्रेस के प्रति बहुत पक्षपाती और पूर्वाग्रही हैं। जनता को उनसे स्पीकर पद से इस्तीफा मांगना चाहिए.