यही पढ़ाओगे बच्चों को? किसने आदेश दिया जवान पीपल को कटवाने का।
बच्चों को ऑक्सीजन देने वाले पीपल ने बिगाड़ा क्या है?
चल रही थी ताबड़तोड़ कुल्हाड़ी जवान पीपल के वृक्ष पर। अभी तो 15 साल की उम्र ही हुई होगी।
प्रधानाध्यापक के पास कोई जवाब नहीं था। हस्तक्षेप करने पर रुक गई कुल्हाड़ी।
खंड शिक्षा अधिकारी को किया फोन।
विद्यालय के मध्य 440 बोल्ट का तार खुले रुप में जा रहा था जिससे कभी भी भारी दुर्घटना हो सकती है।
मध्यान्ह भोजन के लिए लाए गए अनाज और सब्जी में पॉलिथीन का प्रयोग किया गया था।
कागज के टुकड़े और पॉलिथीन से चूल्हा जलने की शुरुआत की जाती है।
मामला उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जनपद अंतर्गत मनिहारी विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय सराय गोकुल का था।
वैसे अध्यापक अपनी अपनी कक्षा में थे, बच्चे सुचारू रूप से पढ़ रहे थे।
साज-सज्जा भी अच्छी थी किंतु जो खराब था उस पर बोलेगा कौन?
जिंदा कामों को प्रभावी हस्तक्षेप तो करना ही होगा।
सिफारिशें शुरू हुई, वीडियो ना डाला जाए, मामला शांत हो जाए किंतु वीडियो किया है तो डालूंगा ही।
मैं नहीं जानता कि हमारे इस टोका टाकी और प्रभावी हस्तक्षेप का कितना असर होगा किंतु युवा पीपल की जान तो बची।
खबरदार क्या पढ़ाओगे बच्चों को? किसके आदेश से कट रहा है पीपल? खबरदार! यही पढ़ाओगे बच्चों को?
#bbm_world
#brajbhushan_dubey
#brajbhushan_markandey
#ghazipur_up
#operation_kayakalp
#mission_prerna
#vijay_kiran_anand
#basic_shiksha_parishad_up
#cm_yogi
26 сен 2024