ॐ नमः नारायण नारायण हरि हरि ॐ नमः नारायण नारायण हरि हरि ॐ नमः नारायण नारायण हरि हरि ॐ नमः नारायण नारायण हरि हरि ॐ नमः नारायण नारायण हरि हरि ॐ नमः नारायण नारायण हरि हरि ❤️🙏🙏
ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ॐ नमः शिवाय ❤️🙏🙏
ॐ जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया जय लक्ष्मी माता मैया ❤️🙏🙏
जय श्री राम जय राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम सीता राम राम हरे हरे ❤️🙏🙏
ॐ नमः नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण नारायण हरि हरि ❤️🙏🙏
जय श्री राधे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा हरे राम हरे कृष्णा कृष्णा हरे हरे राम राम हरे हरे ❤️🙏🙏
मन बुद्धि चित्त अहंकार (अन्त:करण),रूपी अधिष्ठान की निर्मलता द्वारा, रामायण के आधार पर ....( विषय करन सुर जीव समेता सकल एक ते एक सचेता । सब कर परम प्रकाशक जोई राम अनादि अबधपति सोई।) परमात्मा में लय हो जायेंगे।
खुद की खोज कहां से सुरु करेंगे। पहले तो शरीर रूपी अधिष्ठान होना चाहिए वो भी मनुष्य का। संसार में तो असंख्य शरीर हैं,पेड़, पौधे,पशु,पक्षी,आदि आदि के। उन सभी में से ज्ञात जगत में तो सिर्फ उन्नत ज्ञानेन्द्रियों से सम्पन्न मानव शरीर ही इस पथ पर अग्रसर होने में सफल हो सकेंगे।
Sir aapko voice bhut charming hai Mtlb sunane ka dil krta Agr aapki aawaj nhi ho video toh shyad hum nhi sunte Thank you for this video And you have great voice Aapka shubh naaam jaan skte hain ?