हम सभी जानते हैं ये दलित जो उछाल मार लें हकीकत कुछ और ही ये ब्राह्मण पे हमला नहीं करते जलते हैं हिन्दू धर्म से मै यादव हूं और मै ये ये पूछना चाहूंगा की कभी मुस्लिम को देखा हैं मौलाना का विरोध करते हुए हिन्दू धर्म को सनातन भी कहां जाता हैं और जय जय भीम चिल्लाने वाले ये जान ले की भीम राव का पूरा नाम भीम राव र(रामजी ) अम्बेडकर था बाद में भले वो बदल गए आप मुस्लिम ईसाई छोड़कर कोई भीधर्म में चले जाओ सब बाल बच्चा है सनातन का जय भीम में भी जय है हिन्दू का कहाँ हटाओगे और यादव हूं मै और मेरी सोच नीच वाली नहीं कोई तय नहीं कर सकता की यादव क्या हैं और यादव शूद्र नहीं चमार ब्राह्मणों की बात मानता है Sc St एक्ट लगाता है यादवो पर जब कोई अफसर बनता तुरंत हमारे गांव में Sc St एक्ट लगाता है चमार लोग चमार बाहर से आए अफ्रीका के निवासी है जिन्हे अंग्रेज यहाँ काम करने केलिए लाया थाा और वो यहीं रह गए 1 % भी नहीं हैं | हम यादव शूद्र नहीं | k
ARCHITECT OF MODERN SUPRIME POWER CHINA SLAUGHTERED THOSE MONKS WHO PREACH IGNORANCE AMONGST SOCITY .AS PER MAO ZEDONG THE IGNORANCE CREATE OBSTACLES IN THE DEVLOPMENT .
Ye लोग आंदोलन कर, ब्राह्मणो को गाली दे इसी मै तुम्हे खुशी मिलती है, मन मै शांति लगती है, एस्ट्रोगें रिलीज़ होता है, ऐसे लोगो का पूर्ण रूप से बहिस्कार करेंगे जिनके मन मै जहर औरचेहरा अलग, सबसे बड़े जातिवाद
यह चर्चा बिल्कुल सही है।यही तो चलता है हमारे पूरे भारत में।उत्तराखंड का छिपा हुआ कारनामा इसी माध्यम से हमारे तक पहुँचाने पर इन दोनों को बहुत धन्यवाद।जय भीम।
हम सभी जानते हैं ये दलित जो उछाल मार लें हकीकत कुछ और ही ये ब्राह्मण पे हमला नहीं करते जलते हैं हिन्दू धर्म से मै यादव हूं और मै ये ये पूछना चाहूंगा की कभी मुस्लिम को देखा हैं मौलाना का विरोध करते हुए हिन्दू धर्म को सनातन भी कहां जाता हैं और जय जय भीम चिल्लाने वाले ये जान ले की भीम राव का पूरा नाम भीम राव र(रामजी ) अम्बेडकर था बाद में भले वो बदल गए आप मुस्लिम ईसाई छोड़कर कोई भीधर्म में चले जाओ सब बाल बच्चा है सनातन का जय भीम में भी जय है हिन्दू का कहाँ हटाओगे और यादव हूं मै और मेरी सोच नीच वाली नहीं कोई तय नहीं कर सकता की यादव क्या हैं और यादव शूद्र नहीं चमार ब्राह्मणों की बात मानता है Sc St एक्ट लगाता है यादवो पर जब कोई अफसर बनता तुरंत हमारे गांव में Sc St एक्ट लगाता है चमार लोग चमार बाहर से आए अफ्रीका के निवासी है जिन्हे अंग्रेज यहाँ काम करने केलिए लाया थाा और वो यहीं रह गए 1 % भी नहीं हैं | हम यादव शूद्र नहीं | k
@@sohankumar7371 यादव हिंदू धर्मग्रंथ के अनुसार शुद्र है । ब्रह्मण लोग तुम्हे भी छोटा जात कहता है। धर्मग्रंथों में यादवों के बारे में बहुत बुरी बातें लिखी गई है।
@@rohitkumar7809 तो हम ब्राह्मणों की क्यूँ मान ले दलितों की तरह तुम इतिहास या रोज देख लो दलित प्रताड़ित खुद को कहता फिरता है इससे उसका नीव कमजोर है यादव ब्राह्मण जो लिख देगा जो वो सोचेगा वो क्यूँ मान लेगा भाई दलितों की तरह दलित खुद को दलित भी इसलिए मानता है क्यूंकि कहीं लिख दिया गया है खुद गुलामी करते हो और क्षत्रिय यादव को भी गुलामी करने को कहते हो
@@sohankumar7371 kitna chutiya hogy tu 😀 koi nh ...kuch sc/st hindu bh abtk jaibhim walo ke khilaf hai waise tu bh h 😁 But reality will hit u too as soon u ll get on urself
उत्तराखंड के जातिवाद पर बहुत बहुत अच्छी चर्चा की गई है ।आप लोगों के द्वारा वास्तव में यहां के दलित लोग जातिवाद का दंश झेल रहे हैं । मैं एक सरकारी अध्यापिका हूं हमें जब कमर देखना था ।तो हमें पता नहीं था कि यहां यह सब चलता है ।बड़ी मुश्किल से अपनी ही जाति में हमें कमरा मिला ।
मे उत्तराखण्ड का ब्राह्मण परिवार से हू ओर मे किसी एससी भाई के घर खाना खा लेता हू उनके घर चिकन आमलेट बनाते है गर्वसे कहता हू मे सनातनी हू ❤❤❤❤ मेरे जातिवादी रिश्तेदार भाड मे जाय!!!! मेरा बचपन ही एससी मित्रों संग गुजरा है 🙏
इस बहस के बीच पुराना किसा याद आ गया , 10वी का प्रैक्टिकल था सन 1986 में ,तो उसमे फिजिक्स के viva लेने वाले कोई पुंडीर साहब थे,उन्होंने एक राम सरनाम वाले छात्र से पूछा की वह गढ़वाली वाला राम है या जगजीवन राम वाला राम ,क्युकी गढ़वाल में तथाकथित ऊंची जाति वाले भी राम, नाम के पीछे लगाते है । पहाड़ी दलित अपने नाम के आगे राम लगाते है तथा सिंह सिर्फ other cast के लिए हैं इसलिए हर पहाड़ी आज भी नाम पूछकर आगे क्या है जरूर पूछेगा तो वह दलित नही होगा। अब तो हर कोई सिंह लगता है।पर उस समय ये कर nhi सकते थे।ये बिलकुल सत्य चर्चा है।
बिलकुल ठीक जो हमारे क्लास फेलो थे वो सब स्कूल में साथ बैठकर खाना खाते थे, hm सोचते थे की शायद हमारी जेनरेशन में भेदभाव नही है पर वो ही आज क्लासफेलो पहाड़ में सबसे बड़े जातिवादी हो रहे है।
ब्राह्मण समाज में महिलाओं, दलित, जातिवाद में उच्च, निम्न, और छोटी जात से इनकी मानसिक है। भगवान और उनके मंदिर ये तो उनका धंदा है । इसलिए बाबा साहब, महात्मा फुले, सावित्री बाई फुले इनके कार्य आज तक हमें देखने को मिलते है। । जय भीम जय भीम ।
बहुत शानदार, लक्ष्मण यादव जी, सुमित चौहान आप लोगों ने जिस खुशनुमा अंदाज में समाज की सच्ची तस्वीर पेश की प्रशंसनीय है, मेरी मंगल कामना है आप जैसे बहादुर योद्धा समाज के बीच में काम करते रहें गुलामों को गुलामी का एहसास हो जाए और हमारे बहुजन महापुरुषों के सपनों का भारत निर्मित हो, जय भीम जय भारत जय बिरसा जय परियार जय फुलेजी जय बाबू जगदेव जलवे सिंह यादव जय चौधरी महाराज सिंह भारती जय भारत
हम सभी जानते हैं ये दलित जो उछाल मार लें हकीकत कुछ और ही ये ब्राह्मण पे हमला नहीं करते जलते हैं हिन्दू धर्म से मै यादव हूं और मै ये ये पूछना चाहूंगा की कभी मुस्लिम को देखा हैं मौलाना का विरोध करते हुए हिन्दू धर्म को सनातन भी कहां जाता हैं और जय जय भीम चिल्लाने वाले ये जान ले की भीम राव का पूरा नाम भीम राव र(रामजी ) अम्बेडकर था बाद में भले वो बदल गए आप मुस्लिम ईसाई छोड़कर कोई भीधर्म में चले जाओ सब बाल बच्चा है सनातन का जय भीम में भी जय है हिन्दू का कहाँ हटाओगे और यादव हूं मै और मेरी सोच नीच वाली नहीं कोई तय नहीं कर सकता की यादव क्या हैं और यादव शूद्र नहीं चमार ब्राह्मणों की बात मानता है Sc St एक्ट लगाता है यादवो पर जब कोई अफसर बनता तुरंत हमारे गांव में Sc St एक्ट लगाता है चमार लोग चमार बाहर से आए अफ्रीका के निवासी है जिन्हे अंग्रेज यहाँ काम करने केलिए लाया थाा और वो यहीं रह गए 1 % भी नहीं हैं | हम यादव शूद्र नहीं | k
मैं हिमाचल से हुं हिमाचल मे आज भी जातिवाद चर्म सीमा पर है । पर सिर्फ मनुवादी करते है जातिवाद और सभी प्यार भाईचारे से रहते है । मनुवादी किसी भी जाति के हो सकते है ।
@@drjpbaghel6922 भाई हम भी ब्राह्मण परिवार से है हम तो नही करते जातिवाद, किसी के घर भी खा पी लेते है !!! अब तो शादियां भी हो रही है लोग स्वीकार भी कर रहे है!!! मंदिर मे भजन कीर्तन सब साथ करते है!!! धीरे धीरे मानसिकता बदलेगी अभी पुरानी पीढी वाले थोडा अधिक जातिवादी है!!!
मैं उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग से हूं यहां सबसे ज्यादा जातिवाद है यूं मान लो की 101% जातिवाद है उत्तराखंड में इसके कुछ उदाहरण बच्चो को कमरे ना मिलना चाहे कॉलेज टाइम हो या जॉब। सिर्फ जाति पूछ कर
ठाकुर ही कहदे💯😈😈... पर मजाक से हटके भाई बात तो है जातिवाद है पर जहां से मैं हूं वहा से देखा जाए तो जातिवाद काम हुआ है काफी और जो दलित हैं वो अच्छे अच्छे प्रोफेसर्स हुए और अच्छी अच्छी जगह पर जॉन कर रहे हैं। और पूजा मैं भी अच्छा योगदान हैं उन का आर बिना उनके उत्तराखंड में पूजा सफल नही हो सकती। और धीरे धीरे सब कुछ सही हो रहा है। बाकी भाई उत्तराखंड के भैरव देवता की कहानी का पता करिए उनकी वजह से दलितों को इज्जत मिलना शुरू हुआ है । भाई जो तुम उत्तराखंड में बैठके के बुन रहे हो ना तुम्हारी ये हरकते देवता बी देख रहा है बाकी तेरा हिसाब देवता ही करेगा।
@@rahulnegi3804 Baat court aur Police mein Jane ki nahi hai apna mind set clear karne ki jo log jaati aur unch neech ka samna karte hain yahan wohi log badnaam hote jo jhelte hain..State badnaam nahi hota hai, wahan ke rehne wale kuchh log khud hi badnaam karte hain ... That's very clear
THE PATTERN HAS BEEN CHANGED NOW CASTEISM IS NOT MUTCH PHYSICAL IT IS NOW THE NATURE OF CASTEISM MORE HEINOUS VERY DANGEROUS IT IS NOW MENTAL UNTOUCHABLITY ..
North india mai sabsae jayda literacy rate uttarakhand mai hai 87 percent barring delhi jo 88 hai. Himachal is 86 Yahan sab pade likhe log hai but hamare culture and customs different hai plains sae. We are not same
मै उत्तराखंड से ही हूँ यहाँ जातिवाद बहुत है, लेकिन जितने जिम्मेवार सवर्ण है उतने ही हरिजन भी है, पढ़े लिखे होने के बावजूद भी, अनेको अंध विश्वास मे पढ़े है बहुत से धार्मिक स्थानों मे हरिजनो का आना प्रतिबंध होने के बावजूद धर्म के नाम पर वोट देते है, एक बोतल में बिक जाते है, भाइयो कैसे भला होगा इनका
Jii bilkul aapne jo kaha wah sahi hai par yah sayad is liye hai kii sayad warso kii jaati vyawastha se unko iski aadat ho gayi hai or unhe apne adhikar ka pata bhi nahi hai or kam padhe hone ke karan unme andhvishwas bhi bahut hai or wo is jatiwaad ko eswar kii rachna mante hai
@@jsmbisht9953 भाई तूने ऐसा तो बोला ना की मन्दिर मे नही जाने देते और अगर अभी तक भी तेरे साथ हो रहा है ऐसा तेरे गाऊँ मे हो रहा है तो कोर्ट जा अगर यहाँ भी बात नहीं बनी तो इसके लिए वहाँ पर मन्दिर मे देवता नाचते है उनसे बोल की तुम लोग क्यों नही आने देते। देवता बताएगा लेकिन uk को बदनाम मत कर
Bhaiya, uttarakhand ko devbhumy kaha jata haey, ye devo ke nam,manuvadiyo ki bhumi haey, aur jativad devo ki den nahi haey, jati devo ne nahi di, jativad manuvadiyo ne di haey, ye manuvadi shochvale devo ko shirph mohara banate haey, aur devo, aur devioke nam s.c,s.t,o.b.c, ko shhaltte haey, devo aur devi o ne jativad nahi banaya, manuvadi shochvalo ne jativad banaya haey, jai shanmvidhan
हम सभी जानते हैं ये दलित जो उछाल मार लें हकीकत कुछ और ही ये ब्राह्मण पे हमला नहीं करते जलते हैं हिन्दू धर्म से मै यादव हूं और मै ये ये पूछना चाहूंगा की कभी मुस्लिम को देखा हैं मौलाना का विरोध करते हुए हिन्दू धर्म को सनातन भी कहां जाता हैं और जय जय भीम चिल्लाने वाले ये जान ले की भीम राव का पूरा नाम भीम राव र(रामजी ) अम्बेडकर था बाद में भले वो बदल गए आप मुस्लिम ईसाई छोड़कर कोई भीधर्म में चले जाओ सब बाल बच्चा है सनातन का जय भीम में भी जय है हिन्दू का कहाँ हटाओगे और यादव हूं मै और मेरी सोच नीच वाली नहीं कोई तय नहीं कर सकता की यादव क्या हैं और यादव शूद्र नहीं चमार ब्राह्मणों की बात मानता है Sc St एक्ट लगाता है यादवो पर जब कोई अफसर बनता तुरंत हमारे गांव में Sc St एक्ट लगाता है चमार लोग चमार बाहर से आए अफ्रीका के निवासी है जिन्हे अंग्रेज यहाँ काम करने केलिए लाया थाा और वो यहीं रह गए 1 % भी नहीं हैं | हम यादव शूद्र नहीं | k
@@sohankumar7371 Siya Vs Sunni Ki Ladayee Poori Duniya Me Tahlka Macha Raha Hai ... 1. Pakistan Me Jaa Ke Dekho Siya Vs Sunii Hai... Waha Ahmadi Logo ka Murder Sare Aam Hota Hai... 2.. Muslimo Me Bhi Jaatiwaad itna Hai Ki , Satya Mev Jayte Me Bhi Amir Khan Ko Dikhana Pada... 3.. Haidri, Kadri Ye Sab Log Ek Doosare Ke Khilaaf Hain.. Arab Country apas me hi Ladte hain...
यह विचार जो जनता के सामने आ प्रस्तुत कर रहे हैं इससे लोगों की आंखें खुलेंगे कि हम हिंदू धर्म में रहकर भी हमारी क्या इज्जत है और जिसको जो है जन जन तक लोगों को पहुंचाना चाहिए आगे क्योंकि यह पता लगे कि हिंदू धर्म हमें कितना प्रताड़ित करता है
बहुत अच्छी जानकारी है सर वह तो मनु वादियों का अड्डा है सारे देवता वही से तो प्रकट होते हैं आप दोनों विद्वानों का तहे दिल से शुक्रिया 🙏 तथागत बुद्ध की सभी महापुरुषों का आशीर्वाद आप पर बना रहे ऐसे ही समाज को जागरूक करते रहो
सुमित सर ये उत्तराखंड सिर्फ नाम से खुबसूरत है असिलियत मे सच्चाई कुछ अलग है जो जातिवाद के जरिये से दरसाता है 😡😡😡😡😡😡😡आप लोग वहाँ गए नजारा दिखाए बहुत अच्छा लगा 👌👌👌👍👍👍नमो बुद्धाय 🙏🙏🙏जय भीम जय संविधान
भाई साहब इतिहास में जाओ तो पता चलेगा क्या सत्य है जो लोग उत्तराखंड के मूल निवासी थे उनको पूवरंचक और बंगाल से आये स्वर्ण लोगो ने छल से और डरा धमका कर sc/st बना दिया इतिहास गवाह हैं कि लोहार टम्टा ओढ़ कोहली भूल आदि शिल्पी ही उत्तराखण्ड के मूल निवासी थइन जिनका वर्णन रमायन महाभारत मर भी कीरत और शिल्पी के नाम से आता हैं यही नही उत्तराखंड की तलवारें मुगलकाल में भी सबसे महंगी बिकती थी ये थे मूल निवासी एस्प बात करते हैं देव भूमि की और छुवाछुत की। ये सब मनुवादियो की मनगढ़ंत कहानी है और कुछ नही, तो फिर क्यों लेते हैं आरक्षण जौनसारी ठाकुर और ब्राह्मण बताए
aap dono budhijiviyon ko shat shat naman.aapke inn vicharon se uttarakhand ke daliton ko aage badhane me madad milegi.yah deve bhoomi nahi hai daittya bhoomi hai.
आप लोग धन्य हैं चौहान और यादव सर !आप दोनों की सोच रंग लाएगी, यहां तो यह एक सामाजिक कलंक है जिसका अन्दाज गहराई तक घुसने पर लगता है काम प्यारा है पर काम करने वाला घृणित।
देवभूमि में जातिवाद नहीं होगा तो और क्या होगा। देवता अथार्त ब्राह्मणों ने ही जातियां बनाई और ब्राह्मणों को ही जाति का फायदा होता है जिस दिन जाति खत्म उस दिन देवता खत्म
हम सभी जानते हैं ये दलित जो उछाल मार लें हकीकत कुछ और ही ये ब्राह्मण पे हमला नहीं करते जलते हैं हिन्दू धर्म से मै यादव हूं और मै ये ये पूछना चाहूंगा की कभी मुस्लिम को देखा हैं मौलाना का विरोध करते हुए हिन्दू धर्म को सनातन भी कहां जाता हैं और जय जय भीम चिल्लाने वाले ये जान ले की भीम राव का पूरा नाम भीम राव र(रामजी ) अम्बेडकर था बाद में भले वो बदल गए आप मुस्लिम ईसाई छोड़कर कोई भीधर्म में चले जाओ सब बाल बच्चा है सनातन का जय भीम में भी जय है हिन्दू का कहाँ हटाओगे और यादव हूं मै और मेरी सोच नीच वाली नहीं कोई तय नहीं कर सकता की यादव क्या हैं और यादव शूद्र नहीं चमार ब्राह्मणों की बात मानता है Sc St एक्ट लगाता है यादवो पर जब कोई अफसर बनता तुरंत हमारे गांव में Sc St एक्ट लगाता है चमार लोग चमार बाहर से आए अफ्रीका के निवासी है जिन्हे अंग्रेज यहाँ काम करने केलिए लाया थाा और वो यहीं रह गए 1 % भी नहीं हैं | हम यादव शूद्र नहीं | k
@@sohankumar7371 सोहन कुमार बेटा हर जगह एक ही कॉमेंट पेल रहे हो, एक और सलाह लो फिर या तो किसी चमार से अपनी बहन बेटी की शादी करा दो या किसी चमार की बहन बेटी से अपने घर मे शादी कर लो। और जाती तोड़ो समाज जोड़ो की मुहिम को आगे बढ़ाओ।
आप दोनों लोगों के लिए मैं आपका हृदय की गहराइयों से धन्यवाद करता हूं आप दोनों महानभाओं ने पहाड के दलितों का दुःख समझा चौहान जी हम हिन्दू होते भी ये ऊंची जाति के लोग हमारे साथ मुसलमानों से भी अधिक भेदभाव करते हैं।
डा. लक्ष्मण यादव जी और सुमित चौहान जी आपको बहुत बहुत साधुवाद. उत्तराखंड की हकीकत और दिखावटी तस्वीर से अवगत करना के लिए. यहाँ दिल्ली एनसीआर में बहुत से उत्तखण्डी सवर्ण जाति के लोग रेड़ी/ ढाबा चलाते हैं और अन्य रेडी / ढाबे पर खाना भी खाते हैं. यहाँ पर भूल जाते हैं क्योंकि पैसा कमाना है. और उत्तराखंड में जाकर फिर जातिवाद याद आ जाता हैं. दिल्ली एनसीआर में कहीं कहीं आपको देखने को मिलेगा उत्तराखण्ड महोत्सव उसमें आप देखगें जो आयोजक हैं और कर्ताधर्ता हैं वह सब सवर्ण समाज के लोग होते हैं. ओबीसी और अनुसूचित जाति और जनजाति के लोगों के नाम गायब मिलेगें. और कहेंगे उत्तराखण्ड महोत्सव.
Non pahadi nhi yaha कुमायुनी(nainital ,almoda ,पितौरागढ़) गढ़वाली (टिहरी,पौड़ी,चमोली, उत्तरकासी)में आपस मैं ही नही बनती है एक गढ़वाल भवन पंचकुइया रोड पर है दिल्ली में उसमे सिर्फ गढ़वाली ही सदस्य बन सकता है और नही।
आपकी जोड़ी को एक बार फिर एक साथ देखकर बहुत अच्छा लग रहा है।बहुत ही महत्वपूर्ण मुद्दे पर अपने चर्चा की है।ज्योतिबा फुले की किताब "गुलामी " में लिखा है की ब्राह्मणों से संघर्ष के समय जब ब्राह्मण mulniwasion से मुकावला करने में असमर्थ होता तो पहाड़ों में जाकर शरण लेता था।यही कारण है कि पहाड़ों में उनकी संख्या अधिक हो गई जो आज तक बनी हुई है।ब्राह्मणों को संख्या उत्तराखंड और हिमाचल में सर्वाधिक है इसिलिये उन्होंने इसे देवभूमि कहना शुरू कर दिया है।देवभूमि का अर्थ है ब्राह्मणों की भूमि।आज उनका वहां वर्चस्व है।
मे ब्राह्मण परिवार से हू ओर ये सत्य है मेरी लडाई क ई लोगों से इसलिए होती है!!! मे जातिवाद का घोर विरोधी हू ओर इसलिए लगातार बहुजन भाइयों के हक अधिकार के लिए अपने समाज से लडता हू
हमारे दोगले सवर्ण समाज से इतना पूछना भाईचारा मुस्लिमों ईसाइयों के लिए दिखाते हो, इफ्तियार पार्टी में बिरयानी खाते हो, मन्दिर में मुसलमान को नमाज पढ़ने देते हो तब सनातन धर्म खतरे में नही सनातन धर्म खतरे में तब आया जब बहुजन समाज ने मन्दिर में कदम रखता है
डा. लक्ष्मण जी व चौहान जी आपका बहुत-बहुत धन्यवाद हम लोगों को इसी प्रकार से पहाड़ों का भ्रमण करना चाहिए और पहाड़ों की वास्तविक तस्वीर सरकार को दिखाना चाहिए तथा हमारे लोग जो अंधविश्वास के कारण भी उस जातिवाद से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं उनको अधिक से अधिक शिक्षित करने की कोशिश होनी चाहिए। यदि सरकार इस तरफ ध्यान देगी तभी यहां का उद्धार होगा लेकिन कम से कम बीजेपी सरकार तो कभी नहीं करेगी । अब मेरा मानना है कि हम मे से जो रिटायर्ड लोग हैं वो ही इस तरह का बदलाव ला सकते हैं । धन्यवाद
इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए शुक्रिया ये सत्य है मैं यहीं से हूं, दुःखद ये है यहां के लोगों को इस असमानता की आदत हो गई है वो शिकायत भी नहीं करेंगे मैं पहले दिल्ली मैं थी उत्तराखंड आयी तो पता चला
Kanhaiya Kumar.. laksman yadav... Legend Dr Vikas Divyakirthi. .. Sumit Chauhan... Legend Chandra Shekhar Ravan Bhai... Bahut hi anya bhai ❤️ jo bhi jatiwad k khilaf h unko main koti koti naman 🙏🙏🙏 krta huu 👍
हम सभी जानते हैं ये दलित जो उछाल मार लें हकीकत कुछ और ही ये ब्राह्मण पे हमला नहीं करते जलते हैं हिन्दू धर्म से मै यादव हूं और मै ये ये पूछना चाहूंगा की कभी मुस्लिम को देखा हैं मौलाना का विरोध करते हुए हिन्दू धर्म को सनातन भी कहां जाता हैं और जय जय भीम चिल्लाने वाले ये जान ले की भीम राव का पूरा नाम भीम राव र(रामजी ) अम्बेडकर था बाद में भले वो बदल गए आप मुस्लिम ईसाई छोड़कर कोई भीधर्म में चले जाओ सब बाल बच्चा है सनातन का जय भीम में भी जय है हिन्दू का कहाँ हटाओगे और यादव हूं मै और मेरी सोच नीच वाली नहीं कोई तय नहीं कर सकता की यादव क्या हैं और यादव शूद्र नहीं चमार ब्राह्मणों की बात मानता है Sc St एक्ट लगाता है यादवो पर जब कोई अफसर बनता तुरंत हमारे गांव में Sc St एक्ट लगाता है चमार लोग चमार बाहर से आए अफ्रीका के निवासी है जिन्हे अंग्रेज यहाँ काम करने केलिए लाया थाा और वो यहीं रह गए 1 % भी नहीं हैं | हम यादव शूद्र नहीं | k
मैं भी पहाड़ से हूं वह दलितों में आपस में भी होता है जो आपने बोला है आपने एक तरह बात किया है छुआछूत के तो हम भी खिलाफ है और यह कोशिश की यह धीरे धीरे से खत्म होगा और यही आरक्षण के बात भाई गरीब तो हर जाति में होते थे क्या बड़ी जात वाला गरीब आदमी जाति से पेट भरत कोई किसी को नहीं बनता है सारी अपनी इच्छा से बनते हैं अगर ब्राह्मण गलत है तो अंबेडकर ने ब्राह्मण के लड़की शादी कैसे किया
@@shekharjoshi7292giri hui mansikta iski nahi tumhari hai puri shankaracharya ko sun ke tum Brahmin jativad ho ye to fact hai aur sun pahado pe sab dekha hai bete hamne thakur kitna jativad hai hamara villeges rehta hai samjha dekhte hai sab kuch kuch jhooth nahi bola vo tumhare kam hai jativad doortho
Kamal singh = kya dr Ambedkar ki sath jativad unki paise status ki vajh se hua tha vo pade likhe the tab bhi upper cast peon unse batmmez karta tha to yaha pe hame status se kahi dekhai deta jativad apne post dekh kar hote hai ab tujhe swal karte hu Brahmin ki pas rajput ka support tha Zameen bhi rajput dan deta the dan pandit ko milta tha to pandit ko boj do ye karo vo Karo dan dakshina do ye sab to jati pe milta tha pandit ko Purohit varg the ye sab dalit ko nahi milta tha to mujhe bata na untuoubhilty upper cast ki sath nahi hui vo sirf sc ki sath hoti thi to Brahmin kis baat reservation mujhe to samaj naho ata koi kitna dimag se paidal ho sakte hai apne treatment accha dr se karva lo aur rahi baat shadi ki tum rajput ne bhi to apne ladkiya ki shadi mullo se ki thi Satta ki liya to kya bolu mai usko phir
Bilkul theek bola sir bolne ko to himachal pradesh or Uttrakhand Devbhumi ha par devbhumi k naam par kitne kaale kaam hote ha to aap ki rooh kaamp jaayegi sir.. Bahut jaativaad ha bahut please Himachal or Uttrakhand ki awaaz uthaaiye🙏🙏🙏👍
यह बहुत अच्छी वीडियो बनाई आपने वाकई यह चीजहैं जब उत्तराखंड आंदोलन हुआ था तो जनरल कास्ट वाले कर रहे थे छोटी कास्ट का अपने बच्चों को पाल पाल या आंदोलन में जाए उत्तम उत्तराखंड में एक पार्टी एक क्रांति दल उत्तराखंडक्रांति दल उनके कुछ लोगों ने छोटी कास्ट वालों जो भी उनकी कास्ट थी डबमारो यह कहां लगी थी जहां जनरल कास्ट का ज्यादा बोल वाला था पैरों में नहीं लगे गांव में जाते थेलोग यह जो वीडियो बना रहा हूं उत्तराखंड के जैसे आप नैनीताल डिस्टिकमें जितनी पहाड़ों में ऊपर जाओगे उतनीजातिवाद होगी बागेश्वर चंपावत लोहाघाट अल्मोड़ा से जातिवाद चालू होजाती है पूरेपहाड़ों में
कुछ ही लोगों की कट्टरता के कारण देश आज तक जातिवाद जैसे घृणित कृत्य की मार झेल रहा है । वरना देश के महान लेखक, नेता, दार्शनिक, वैज्ञानिकों ने देश की अखंडता को बनाए रखने और देश की प्रगति के लिए के इस अमानवीय व्यवहार वर्ण व्यवस्था को मिटाने के लिए अनेकानेक प्रयास किए ।
आप दोनों को मेरा सादर प्रणाम.. सर मैं आपके कार्यों से बहुत प्रभावित हूँ..मैं uttarakhand से ही हु लेंसिडाउन के पास से ही,आप के साथ uttarakhand में हो रहे जातिवाद पर आपसे चर्चा करना चाहता हूं.. यदि आप चाहें तो.. मेरे पास बहुत से किस्से हैं प्रूफ के साथ, सच्चाई है, actual experience है, डाटा है,यहाँ के मंदिरों की सच्चाई है, ऐसी ऐसी बातें हैं जो सायद ही आपने uttarakhand से सुनी हों... यदि आप मौका दें तो मैं भी आपके साथ जुड़ना चाहता हूँ काम करना चाहता हूँ 🙏🙏🙏🙏
चर्चा बिलकुल सटीक और सच्चे facts पे की गई है। लेकिन गलती इसमें कही न कही हम लोगो की ही है जब ये लोग इतने अत्याचार किए है तो क्यों हम सब एकसाथ होके इनका विरोध nhi karte??? Aawaz tab tak uthani ya to khud toot जाए या सामने वाला... मैं तैयार हु
Sir dev Bhumi Uttrakhanad me aap Dono ka swagat hai jatiwad par charcha ki bahut sare ghatneye to Hui lekin akhbar any midiya ne bahut Kam Dikhaya ya Dikhaya hi nahi aap ke jajbe ko Salam jai Bheem❤❤💐💐🙏🙏