ब्लॉक बिल्कुल सही और सटीक बनाते हुए ऐसी ब्लॉग बनाने चाहिए पहाड़ों में बहुत परेशानियां है आप अपने वीडियो के माध्यम से सभी को दिखा रहे हो बहुत बढ़िया ❤🙏🙏🙏🙏
हमारे पहाड़ में अभी भी ऐसे दुर्गम एरिया है जहां अभी तक भी सड़क की सुविधा उपलब्ध नहीं है इस में यह और एक बड़ी दुःख की बात है शरीर फिट फिट ना हो और कोई कमाईं ना हो हां जहां सड़क ना हो वहां सबसे बड़ी चुनौती है अस्पताल जाना और घर बनाता दुसरी बात यहां दही दूध मट्ठे कि कमी नहीं है बुबू बहुत रंगिले है बहुत मेहनत भरा बिलोक बहुत अच्छा लगा खुश रहो ❤❤❤
घर ज़मीं पे है पर हम जन्नत में रहते हैं, हमे गर्व है कि हम उत्तराखंड में रहते है !! पर यहाँ जीवन यापन करना उतना ही मुश्किल , इन पहाड़ों मैं रहने के लिए पहाड़ो जैसा होना पड़ता है
अर्जुन भाई में आपके ब्लॉग रोज़ देखता हूं आज पहली बार कोमेनट कर रहा हूं जिनके पेर में चोट आयी है उनके लिए चन्दा इकट्ठा करो हम भी हेल्प करेंगे में चम्पावत से हूं काम ओमान में 🙏
वास्तव में पहाड़ की वास्तविकता देखने को मिलता है आपके ब्लॉग में हमारी पूरी परिवार आपके ब्लॉग का इन्तजार करती है बुग्यालों में घूमने का मन तो मेरा भी बहुत करता है ❤❤
Aap ke madhyam se sab ko pata chalna chahiye en gaon mein kam se kam ek chota sa clinic jaroor hona chahiye ya medical ambulance services jaroor honi chahiye. Ye toa basic needs hain jo govt ko available karvana chahiye.😢😢
बहुत ही बढ़िया लोगों के प्रति प्यार नजर आता है आपके ब्लॉक में बनाते रहो ब्लॉक ऐसे ही ब्लॉग? एक बिल्कुल गांव से संबंधित ब्लॉग होते हैंआपके बहुत बढ़िया अर्जुन भाई❤👍👍👍👍🙏
अर्जुन भाईसाहब यदि सुंदर दा के पैर का घाव पिछले 4 5 महीने से नहीं छूट रहा है तो उन्हें 1 बार शुगर लेवल चेक करवाने बोलिये। और फिलहाल उन्हें कुछ दिन बस मीठा, चाय और आलू बन्द करने बोल दें ।
बहुत सुंदर मकान गौशाला लकड़ी और पत्थर के बनते हैं जो बहुत सुंदर दिखते है पारंपरिक तरीक़े से बने हुए.. कितना अपनापन है गाँवों में कही भी खा लो खाना.. अरे वाह बुबूजी बड़े रोमांटिक हैं😂 बोल रहे हैं प्यार वाले गाने लिख रहा हूँ .. so sweet😍😄😄ज़रूर अर्जुन बुबूजी के गाने रिलीज़ करना अच्छे राइटर हैं बुबूजी.. beautiful blog arjun superb❤️❤️❤️❤️❤️❤️👌👏👍
अर्जुन भाई आपका सांस्कृतिक के साथ ही सामाजिक भी होता है। वैसे आप मेरे बेटे की उम्र के हो। लेकिन आपका ब्लॉग केवल मनोरंजन ही नहीं बल्कि शैक्षिक भी है और होता है। क्यूंकि मैं एक प्रधानाचार्य होने के नाते भी आपका ब्लॉग देखता हूं। आप पहाड़ की हकीकत दिखाते हो। कभी रुद्रप्रयाग की केदारघाटी में जरूर आइयेगा।