॥ सत्य प्रेम करूणा ॥ नाथ संस्कृति और संस्कारों को आगे बढ़ाओ। तभी समाज और आने वाली पीढ़ियों को हमारी विरासत मिल सकेगी। बिल्कुल बदलना भी चाहिए क्योंकि यह नाथ भगवान शिव के वंशज और महायोगी गुरु गोरक्षनाथ जी के शिष्य हैं। ॥ आदेश आदेश॥ ॥ शिव गोरख॥ ॥ शिव गोरख॥