आर्य श्री पण्डित दिनेश पथिक जी,, सादर नमस्ते। जय श्री विश्व कर्मा। जयश्रीराम। जय आर्य समाज। ऋषि दयानंद के गुण गाओ।, सत्य सनातन धर्म बचाओ। ओम् शान्ति।। ❤
।।ओ३म्।। नमस्ते जी, आचार्य जी आजकल आप शायद बहुत व्यस्त हैं, अति सुन्दर भजन का श्रवण करने के लिए आपको अनेकानेक धन्यवाद। कृपया वाट्सएप पर मेरा अभिवादन स्वीकार कर लिया करें, क्योंकि आजकल हमारी नमस्ते जी नहीं हो रही है, मैं उदास सा रहने लगा हूँ ।