ऐसे दुर्लभ संत महात्मा आपको नहीं मिलेंगे बारंबार इन महात्माओं का आप साथ दो अपने समाज को सुधारो अंधविश्वासी अंधविश्वास फैलता है उसे रोको अपने पड़ोस में भी उसे न आने दो इसका विरोध करो उसको ऐसे झाड़ू की बिश्नोई के घर में जाते वक्त वह 10 बार सोचे।
समाज मै नेशेड़ियों का बोलबाला है गुरु जी आज के समय मै आप जेसला मै विराजमान है उसी गांव से सुरु करलो v आस पास के बिशनोईयो के गावों का हाल क्या आप भली भाती जानते हो और बोलते भी हो कोई फरक नहीं पड़ रहा है नशेड़ियों मै युवा v बुजुर्ग दोनों है 🙏🏿 मेरे गांव मै तो नसेड़ी भारी पड़ते है और वो पचं बने बैठे है गुरु देव 🙏🏿 मै नशेड़ियों का विरोध विरोध करता हूँ v मै कोई नशा नहीं करता हूँ नहीं मेरे परिवार मै किसी प्रकार नशा है 🙏🏿🙏🏿🙏🏿
Bishnoi लोग कम है जो विष्णुजी की पूजा करते हैं और आन देवता को नहीं मानते हैं और नशा नहीं करते हैं और जिसका ज़मीर जिंदा होते हैं वो ही Bishnoi सुखी होता है और बाकी लोग दुनिया में कुकर्मों और भूत, प्रेत, भोमियो, bheru ,Jura jiv,कि पूजा करते हैं और भोपा, तांत्रिक, बाबा, कबीर पंत ,के साथ रहते हैं फर्क साफ है
जाम्भोजी ने कभी नही कहा जाम्भोजी की पूजा करने का उन्होने विष्णु की पूजा करने के लिए केवल मेरे घर मे पूजा घर मे विष्णु भगवान की तस्वीर है जाम्भो जी नशा बेचने के लिए बोला
Guru jambheswar bhagwan ne apne shri mukh se kabhi koi devta bhagwan ka khandan nahi keeya ha only janme huve jeevo ko va bhoot bhomiya,pakhandi ,mula molvi ka to khandan jarur keeya ha lekin devi devta ka kabhi khandan nahi keeya ha fir bhi bishnoi ko vishnu,vishnu tu bhan re praani ye mool mantra jarur deeya ha isme pura saar ha jeeya ko jugti or marne ke baad mukti jarur milti ha bhrama,vishnu,mahesh ji ke jaap se.
स्कोर्पियो मे AC की हवा के साथ सेंट की फुहार के साथ ठंडी ठंडी हवा ओर धीरे-धीरे भजन साखी का म्यूज़िक बजता है जब गुरु जी के गाड़ी में तब विष्णु भगवान के नाम से ज़्यादा शुकुन महसूस करते हैं आजकल के गुरुजी 🤣
ये बात जो कहीं है इस को थोड़ा गोर करना चाहिए समाज के नोजवानो कुछ विचार करो शास्त्री जी दस दस हजार रूपए दे के गाड़ी लेकर जाते हैं गुरू जम्भेश्वर भगवान ध्यान केंद्रित करना चाहिए सही है
Ek Bishnoi Parivar sab log kahan se bhatak kar last mein kharvi Mata Ji ke Gaya aur theek ho gaya vah aapke kahane se kabhi Khali Jana band nahin Karega aapke pass kuchh nahin hai
अरे मेरे भाई जो भगवान को नहीं मानते क्या वो ठीक नहीं होते है ये बताओ,,, पाखंड कर पर मन हरे ता मेरो मन न पतियाय,,,,यानी की भगवान कहते हैं कि जो पाखंड करके दूसरो को अपनी तरफ आकर्षित करता है वो मुझे बिल्कुल भी पसंद नहीं है
पहले गुरु जी समाज को अच्छा विचार दो यह मत सिखाओ कि मन भेद हो आप माना गुरु जंभेश्वर को उनका समाज मै जो नियम है वो बताते है वो सही है समाज को सही दिशा भी बता सकते हो आप एक भगवाधारी होकर जगत जननी ढब्बावाली के बारे मै जो शब्दों का प्रयोग करते हो वो अच्छा नहीं यह एक भगवाधारी को सोभा नहीं देता है अगर ढब्बावाली क्या है वो तो अगर किसी का अच्छा हुआ होगा तब लोग आते हैं कोई जबरदस्ती से नहीं आते सब का भला होता है तब आते हैं और किसी को रोकना व भड़काने का कार्य ना करो
अफीम सो परेसट सुडाव महाराज हमने खुद सोडा हे कोई दवाई कलश में नहीं मीलाते बहार से बोतल लाकर शीव लिग पर चडाकर देते हैं आप जानकारी नहीं है ईस बात की तो पहले चसाई देखो नशा सुडावेते कीतनी अच्छी बात है
गुरु जी खुद माया मोह में है जम़भेशवर भगवान ने शब्द वाणी में कहा शील न संतोष राखणो पर गुरु जी लाखो रुपया हारु मैणत करे 🤣😁 बाकी एक शांत स्थान पर बैठकर पर विष्णु विष्णु विष्णु करना चाहिए पर विष्णु नहीं चाहिए लक्ष्मी चाहिए 😅
@@karanbishnoi5620 संत को कभी भी विष्णु विष्णु नहीं करना चाहिए। बल्कि संत को एक लठ ले करके दूसरों से विष्णु विष्णु करवाना चाहिए। संत का काम होता है हर जगह जाये। बिना बुलाया जाये। समाज में जो गलत हो रहा है उसकी आलोचना करे। ग्रहस्थ लोगों को सिखाये की कैसे चलना है।
अरे बाबाजी महाभारत में अर्जुन के रथ पर भी हनुमानजी विराजमान थे,क्या कृष्ण भगवान भी पाखंडी थे,एक और बागेश्वर बाबा ने कितनों को पाखंड से निकाला ह,इस बात को आप मठ में रहकर क्या जानो,मन तो आप का भी का भी करता होगा पर आप के पास इतने लोग नही आ सकते,क्यों की आप सनातन को जाग्रत करने की परिभाषा नहीं जानते ,,,
आप गुरुजी इतने बड़े ज्ञानी हो तो आप कौन सी पार्टी से जुड़े हुए हो पहले यही लोगों को बता तो दो और वह पार्टी काम क्या कर रही है हिंदुओं के बारे में यह भी बता दो आप ज्ञान देने से पहले आप खुद पर देखो आप हो क्या
अरे मूर्ख लोगों आप महाराजी को बोल रहे हो महाराजि तो बिलकुल झूठा है आपकी बात मान ली पर ये बातें गुरू जम्भेश्वर भगवान ने बताई उनके बारे में क्या राय है आपकी अगर उनकी बात आपको माननी नहीं है तो क्यों भटकते फिरते हो आई अमावस्या मुकाम क्यों जाते हो
पहले गुरु जी समाज को अच्छा विचार दो यह मत सिखाओ कि मन भेद हो आप माना गुरु जंभेश्वर को उनका समाज मै जो नियम है वो बताते है वो सही है समाज को सही दिशा भी बता सकते हो आप एक भगवाधारी होकर जगत जननी ढब्बावाली के बारे मै जो शब्दों का प्रयोग करते हो वो अच्छा नहीं यह एक भगवाधारी को सोभा नहीं देता है अगर ढब्बावाली क्या है वो तो अगर किसी का अच्छा हुआ होगा तब लोग आते हैं कोई जबरदस्ती से नहीं आते सब का भला होता है तब आते हैं और किसी को रोकना व भड़काने का कार्य ना करो